कैग रिपोर्ट विवाद: दिल्ली में कैग (CAG) रिपोर्ट को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है।
एलजी वीके सक्सेना ने सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि उन्होंने एक्साइज ड्यूटी, प्रदूषण और वित्त से संबंधित कैग रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है और विधानसभा की तत्काल विशेष बैठक बुलाने का निर्देश दिया है। यह मामला तब प्रकाश में आया जब विधानसभा में विपक्ष के नेताओं ने याचिका दायर कर दिल्ली सरकार पर कैग रिपोर्ट को सदन में पेश न करने का आरोप लगाया।
कैग रिपोर्ट विवाद: एलजी का कदम और कैग रिपोर्ट का महत्व
कैग रिपोर्ट विवाद: एलजी द्वारा दिए गए हलफनामे में कहा गया कि दिल्ली सरकार के वित्त मंत्री, जो मुख्यमंत्री भी हैं, ने रिपोर्ट पेश करने में अनुचित देरी की। इसके चलते विधानसभा और जनता सरकार के कार्यों की जांच करने के अधिकार से वंचित हो गई। हलफनामे में यह भी बताया गया कि एलजी ने 13 दिसंबर, 2024 को सभी 14 रिपोर्ट्स को मंजूरी दी, ताकि इन्हें विधानसभा में रखा जा सके। रिपोर्ट्स में एक्साइज ड्यूटी, प्रदूषण नियंत्रण और वित्तीय मामलों से जुड़े अहम मुद्दे शामिल हैं।
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कैग रिपोर्ट विवाद: विधानसभा सत्र बुलाने का निर्देश
एलजी ने अपनी मंजूरी के साथ मुख्यमंत्री को निर्देश दिया कि दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि चूंकि हाल ही में सत्र स्थगित हो चुका है, इसलिए स्पीकर के पास इसे दोबारा बुलाने का विशेषाधिकार है। गौरतलब है कि विधानसभा सत्र 4 दिसंबर को समाप्त हुआ था।
कोर्ट की कार्यवाही और याचिका का निपटारा
दिल्ली हाई कोर्ट ने पाया कि जिस मुद्दे को लेकर याचिका दायर की गई थी, उसका समाधान हो गया है। अदालत ने मौजूदा याचिका पर आगे की कार्यवाही बंद कर दी। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन करे। दिल्ली सरकार के वरिष्ठ वकील ने कोर्ट को आश्वासन दिया कि कैग रिपोर्ट को स्पीकर को भेज दिया जाएगा।
विपक्ष के आरोप और सरकार की प्रतिक्रिया
विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने कैग रिपोर्ट पेश करने में जानबूझकर देरी की, ताकि सरकार के कामकाज में हो रही खामियां उजागर न हों। वहीं, दिल्ली सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि रिपोर्ट को विधानसभा में पेश करने की प्रक्रिया जारी है।
कैग रिपोर्ट में उठाए गए मुद्दे
कैग रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए हैं, जिनमें खासतौर पर निम्नलिखित शामिल हैं:
- एक्साइज ड्यूटी: दिल्ली सरकार के शराब नीति से संबंधित राजस्व में संभावित खामियां और नुकसान।
- प्रदूषण नियंत्रण: दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किए गए उपायों की प्रभावशीलता पर सवाल।
- वित्तीय प्रबंधन: सरकारी योजनाओं में वित्तीय अनियमितताएं और फंड का अनुचित उपयोग।
राजनीतिक हलचल और संभावित प्रभाव
कैग रिपोर्ट को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच तकरार बढ़ने की संभावना है। विपक्ष इसे सरकार की नाकामी करार दे रहा है, जबकि सरकार इसे एक नियमित प्रक्रिया बता रही है। विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के बाद इन मुद्दों पर तीखी बहस होने की उम्मीद है।
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विशेष सत्र कैग रिपोर्ट पर चर्चा की तैयारी
दिल्ली में कैग रिपोर्ट पर विवाद ने एक बार फिर सरकार और एलजी के बीच टकराव को उजागर किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि विशेष सत्र में इस मुद्दे पर क्या चर्चा होती है और सरकार अपनी कार्यप्रणाली का कैसे बचाव करती है।
एलजी और सरकार के बीच बढ़ता टकराव
कैग रिपोर्ट के जरिए सामने आए मुद्दे न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता पर सवाल उठाते हैं, बल्कि दिल्ली सरकार के कामकाज की समीक्षा करने का भी एक अहम मौका प्रदान करते हैं। एलजी और सरकार के बीच इस टकराव का नतीजा दिल्ली की जनता के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।