विनेश फोगाट: सिर्फ एक नहीं, कई कारण: विनेश फोगाट क्यों हारीं सिल्वर मेडल?

Photo of author

By headlineslivenews.com

Spread the love

विनेश फोगाट: भारतीय स्टार पहलवान विनेश फोगाट को लेकर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) की 22 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि उन्हें सिल्वर मेडल क्यों नहीं दिया गया और उनकी दलीलों को क्यों खारिज कर दिया गया। इस रिपोर्ट में कई अहम बिंदुओं का उल्लेख किया गया है जो विनेश की हार का कारण बने।

विनेश फोगाट की हार के कारण

CAS की रिपोर्ट के अनुसार, विनेश ने अपने मुकाबलों के दौरान कुछ नियमों का उल्लंघन किया, जो उनके लिए नुकसानदायक साबित हुआ। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि विनेश की अपील को तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने जो तर्क दिए, वे मौजूदा नियमों के तहत मान्य नहीं थे।

जारा जेटली विराट कोहली: नई महिला क्रिकेट स्टार: कोहली के साथ इंस्टाग्राम फोटो की ख्वाहिश

रक्षा बंधन कविताएं: रक्षा बंधन पर स्पीच और कार्यक्रमों के लिए 10 बेहतरीन कविताएं और शायरी

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि विनेश की तकनीकी रणनीति में कुछ खामियां थीं, जो उनकी हार का मुख्य कारण बनीं। इसके अलावा, उनके कोचिंग स्टाफ द्वारा दी गई सलाह और रणनीति को भी दोषी ठहराया गया, जो उनकी हार में योगदान देने वाला एक महत्वपूर्ण कारक बना। कुल मिलाकर, CAS की रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि विनेश फोगाट की हार सिर्फ एक या दो कारणों से नहीं, बल्कि कई छोटे-बड़े कारकों का परिणाम थी। इन कारणों ने मिलकर उनकी हार की भूमिका निभाई और उन्हें सिल्वर मेडल से वंचित कर दिया।

विनेश फोगाट: पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट की फाइनल से अयोग्यता: CAS की रिपोर्ट में प्रमुख बिंदुओं का विश्लेषण

पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल में अयोग्यता के कारण भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की अपील पर खेल पंचाट कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट जारी की है। 14 अगस्त को, सीएएस के तदर्थ पैनल ने विनेश फोगाट की अपील को खारिज कर दिया था, जिसमें उनका आरोप था कि 100 ग्राम अतिरिक्त वजन के कारण उन्हें फाइनल से अयोग्य ठहराया गया था। इस निर्णय पर भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। सीएएस की रिपोर्ट ने इस मामले में उठाए गए प्रमुख बिंदुओं और नियमों को स्पष्ट किया है, जो इस लेख में संक्षेप में प्रस्तुत किए गए हैं।

1. वजन सीमा के नियम स्पष्ट और सभी के लिए समान

सीएएस ने अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया कि वजन सीमा के संबंध में नियम पूरी तरह से स्पष्ट और समान हैं। रिपोर्ट के अनुसार, खिलाड़ी के लिए यह अनिवार्य है कि वह निर्धारित वजन सीमा के भीतर रहे। सीएएस ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में नियम में छूट प्रदान नहीं की जा सकती। वजन सीमा को लेकर नियमों में कोई अपवाद नहीं है, और यह खिलाड़ी की जिम्मेदारी है कि वह इस सीमा से नीचे रहे।

2. 100 ग्राम अधिक वजन का मुद्दा

विनेश फोगाट का वजन निर्धारित सीमा से केवल 100 ग्राम अधिक था। विनेश की दलील थी कि यह अतिरिक्त वजन विशेष परिस्थितियों के कारण हो सकता है, जैसे पानी पीना या मासिक धर्म के दौरान शरीर में तरल पदार्थ की वृद्धि। हालांकि, सीएएस ने इन दलीलों को स्वीकार नहीं किया और कहा कि नियमों में इस प्रकार की परिस्थितियों के लिए कोई छूट नहीं है।

3. सीएएस का निर्णय और नियमों की स्पष्टता

सीएएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि नियम सभी प्रतिभागियों के लिए समान हैं और खिलाड़ी के लिए ये नियम किसी भी अपवाद के बिना लागू होते हैं। सीएएस ने यह भी बताया कि सभी खिलाड़ियों को इन नियमों के तहत वजन की सीमा का पालन करना अनिवार्य है और किसी भी प्रकार की छूट की संभावना नहीं है।

4. भारतीय ओलिंपिक संघ की प्रतिक्रिया

सीएएस के निर्णय के बाद भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। आईओए ने कहा था कि यह निर्णय न केवल विनेश फोगाट के लिए बल्कि भारतीय खेलों के लिए भी निराशाजनक है। उनका मानना था कि 100 ग्राम अतिरिक्त वजन के कारण फाइनल से अयोग्यता उचित नहीं है और इसे पुनः समीक्षा की आवश्यकता है।

5. अपील के दौरान प्रस्तुत की गई दलीलें

विनेश फोगाट की ओर से अपील में प्रस्तुत की गई दलीलें थीं कि अतिरिक्त वजन के कारण किसी प्रकार की छूट मिलनी चाहिए क्योंकि यह विभिन्न शारीरिक कारकों, जैसे पानी पीने या मासिक धर्म, के कारण हो सकता है। हालांकि, सीएएस ने इन दलीलों को स्वीकार नहीं किया और कहा कि नियमों के अनुसार किसी भी प्रकार की छूट की व्यवस्था नहीं है।

विनेश फोगाट

6. नियमों के पालन की जिम्मेदारी

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि नियमों के पालन की पूरी जिम्मेदारी खिलाड़ी की होती है। किसी भी खिलाड़ी को अपनी निर्धारित वजन सीमा का पालन करना अनिवार्य है, और नियमों की सख्ती के कारण छूट का कोई प्रावधान नहीं है।

7. निर्णय की कानूनी स्थिति

सीएएस का निर्णय अंतिम और कानूनी रूप से बाध्यकारी है। इसे किसी भी न्यायिक निकाय या खेल संस्था द्वारा चुनौती नहीं दी जा सकती। इस प्रकार, विनेश फोगाट की अपील को खारिज करने का निर्णय अंतिम है और इसे किसी भी परिस्थिति में बदला नहीं जा सकता।

8. भविष्य के लिए संकेत

सीएएस की रिपोर्ट भविष्य के खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि वे अपने वजन की सीमा को लेकर नियमों का पालन सुनिश्चित करें। यह रिपोर्ट यह दर्शाती है कि किसी भी खेल प्रतियोगिता में नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है और इससे किसी प्रकार की छूट की संभावना नहीं है।

9. विनेश फोगाट की प्रतिक्रिया

विनेश फोगाट और उनके समर्थक इस फैसले से निराश हैं और इसे लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आई हैं। हालांकि, विनेश ने यह भी स्वीकार किया है कि उन्होंने वजन सीमा का पालन नहीं किया और अब वे भविष्य में इस बात का ध्यान रखने का प्रयास करेंगे।

10. खेल पंचाट कोर्ट की भूमिका

खेल पंचाट कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) की भूमिका खेल विवादों के समाधान में महत्वपूर्ण है। इसके द्वारा जारी की गई रिपोर्ट और निर्णय खिलाड़ियों, खेल संघों, और अन्य संबंधित संस्थाओं के लिए मार्गदर्शक होते हैं और खेल के नियमों के पालन को सुनिश्चित करते हैं।

बाबर आजम: “पहले नचाया, फिर पेट में मारी गेंद… एक टेस्ट खेलने वाले गेंदबाज ने दिखाया बाबर आजम को सितारे”

पेरिस ओलंपिक 2024: “क्वार्टर फाइनल में हार के बावजूद रीतिका के पास ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका: जानें कैसे”

विनेश फोगाट की अपील पर सीएएस का निर्णायक फैसला

सीएएस की रिपोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट की फाइनल से अयोग्यता के कारण पूरी तरह से नियमों का पालन न कर पाने के कारण है। यह निर्णय खेल के नियमों की सख्ती और उनकी स्पष्टता को दर्शाता है, और भविष्य के खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण शिक्षाप्रद अनुभव साबित होता है।

विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 के महिलाओं के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल के फाइनल मुकाबले की सुबह अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उनकी अयोग्यता की वजह थी कि वह निर्धारित वजन सीमा से 100 ग्राम अधिक थीं। विनेश की अपील पर निर्णय तीन बार स्थगित होने के बाद सुनाया गया।

Headlines Live News

अपील में विनेश ने मांग की थी कि उन्हें क्यूबा की पहलवान युसनेलिस गुजमैन लोपेज के साथ संयुक्त रजत पदक दिया जाए। गुजमैन लोपेज सेमीफाइनल में विनेश से हार गई थीं, और विनेश के अयोग्य घोषित होने के बाद उन्हें फाइनल में खेलने का मौका मिला। हालांकि, इस अपील को खारिज कर दिया गया, और विनेश को कोई भी पदक नहीं दिया गया।

इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक अमेरिकी पहलवान सारा एन हिल्डेब्रांट ने जीता। विनेश की अयोग्यता के बाद, भारतीय खेल प्रेमियों और अधिकारियों के बीच निराशा की लहर फैल गई। भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे भारतीय खेलों के लिए एक बड़ा झटका माना।

Headlines Live News

सीएएस की रिपोर्ट ने नियमों की स्पष्टता को रेखांकित किया और यह बताया कि खिलाड़ियों के लिए वजन सीमा का पालन करना अनिवार्य होता है। विनेश फोगाट की अपील में दी गई दलीलों को स्वीकार नहीं किया गया, और यह निर्णय दिखाता है कि खेल के नियमों में किसी भी प्रकार की छूट की व्यवस्था नहीं है। इस निर्णय ने खेलों में नियमों के पालन की महत्वता को एक बार फिर से उजागर किया है।

Sharing This Post:

Leave a Comment

Optimized by Optimole
DELHI HC: भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज को सत्येंद्र जैन के मानहानि केस में नोटिस जारी किया BOMBAY HC: पतंजलि पर जुर्माने पर रोक लगाई अतुल सुभाष आत्महत्या: बेंगलुरु कोर्ट ने पत्नी और परिवार को न्यायिक हिरासत में भेजा SUPREME COURT: भाजपा नेता गिर्राज सिंह मलिंगा को मारपीट मामले में जमानत दी” SUPREME COURT: मामूली अपराधों में जमानत में देरी पर जताई चिंता