134वीं अंबेडकर जयंती: नई दिल्ली- भारत रत्न, संविधान निर्माता और समाज सुधारक बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पूरे देश में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाई गई।
दिल्ली की बात करें तो राजधानी के विभिन्न इलाकों में श्रद्धांजलि सभाओं, शोभायात्राओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में दिल्ली की किराड़ी विधानसभा के प्रेम नगर इलाके में भी बाबा साहब की जयंती को हर साल की तरह इस वर्ष भी बड़ी ही धूमधाम और गरिमामयी तरीके से मनाया गया।
134वीं अंबेडकर जयंती: सालों पुरानी परंपरा लगातार बढ़ रही लोगों की भागीदारी
प्रेम नगर में बाबा साहब की जयंती मनाने की परंपरा कोई नई नहीं है। यह आयोजन पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है और हर साल इस कार्यक्रम में लोगों की भागीदारी बढ़ती ही जा रही है। इस बार भी प्रेम नगर की गलियां नीले झंडों, बाबा साहब की तस्वीरों और जय भीम के नारों से गूंज उठीं। इलाके में विशेष साज-सज्जा की गई, गली-गली में लाउडस्पीकर लगाए गए और बाबा साहब के विचारों को प्रचारित करने के लिए पोस्टर और बैनर लगाए गए थे।
नंदमुरी तारक रामाराव: सिनेमा के भगवान से सियासत के शहंशाह तक, एक दर्दभरी कहानी 2025 !
AI की करतूत: राधिका मदान ने प्लास्टिक सर्जरी की अफवाहों को बताया 2025 !
संयोजक राकेश जाटव का संदेश: बाबा साहब के सपनों को साकार करने का संकल्प
कार्यक्रम के संयोजक राकेश जाटव (जिला उपाध्यक्ष) ने बताया कि, “हम और हमारी पूरी टीम बाबा साहब के सपनों को पूरा करने के लिए हर वक़्त समाज सेवा में जुटे हुए हैं। बाबा साहब का नारा था — शिक्षित बनो, संगठित रहो और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करो। हम इसी नारे को अपनी जिंदगी का उद्देश्य मानकर समाज के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं।”
राकेश जाटव ने यह भी कहा कि प्रेम नगर में रहने वाले लोग हर साल इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। इसका उद्देश्य केवल एक समारोह तक सीमित नहीं है, बल्कि लोगों में शिक्षा, संगठन और जागरूकता फैलाना है। बाबा साहब ने जो सपना देखा था — एक समतामूलक, भेदभाव रहित और संविधान सम्मत भारत — उसे साकार करने के लिए हम पूरी निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में मौजूद रहे क्षेत्र के गणमान्य और समाजसेवी
इस भव्य कार्यक्रम में क्षेत्र के कई सामाजिक कार्यकर्ता, युवा नेता और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमें अशोक कुमार, राजेन्द्र, राम सहारे, श्रवण, राजेन्द्र प्रसाद गौतम, पप्पू पासवान, साहब सिंह, रिंकू गौतम, लक्की, प्रेम, अंकित जाटव, रविकांत गौतम, सचिन जाटव, करण जाटव, पिंटू जाटव, विनय, रामकेश, ब्रजेश कुमार, शुभम जाटव, रामा शंकर और सनी सहित कई लोग शामिल हुए।
सभी ने मंच से अपने विचार रखते हुए बाबा साहब के आदर्शों को अपनाने और समाज में भाईचारा व समता स्थापित करने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि आज भी समाज के पिछड़े वर्गों, दलितों और वंचितों को समान अवसर और अधिकार दिलाने की लड़ाई जारी है। इसलिए बाबा साहब के बताए रास्ते पर चलना और उनकी शिक्षाओं को जन-जन तक पहुँचाना बेहद ज़रूरी है।
भव्य शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए आयोजित
कार्यक्रम की शुरुआत प्रेम नगर में बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके बाद इलाके में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। जय भीम के नारे लगाते हुए लोगों ने पूरे क्षेत्र का भ्रमण किया। शोभायात्रा में बैंड-बाजे, ढोल-नगाड़े और आकर्षक झांकियां भी शामिल रहीं। झांकियों के जरिए बाबा साहब के जीवन, संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके योगदान को दर्शाया गया।
शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों और युवाओं ने बाबा साहब के जीवन पर आधारित गीत, नाटक और कविताएं पेश कीं। कार्यक्रम में बाबा साहब की जीवनी पर एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई, जिसे लोगों ने बड़े ध्यान से देखा। आयोजन स्थल पर बाबा साहब की उपलब्धियों और उनके ऐतिहासिक योगदान पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।
#rakshabandhan raksha bandhan trending reels
Desi ladke vs Shehar ke ladke | #desi
Reality of girls | लड़की अमीर लड़के को क्यों पसंद करती है | Tipu Sultan vlog
समाज जागरण का माध्यम बना यह आयोजन
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य केवल जन्म जयंती मनाना ही नहीं था, बल्कि बाबा साहब के विचारों को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना भी था। आयोजन समिति ने शिक्षा के महत्व, संगठन की ताकत और सामाजिक समता पर विशेष जोर दिया। वक्ताओं ने बाबा साहब द्वारा संविधान में दिए गए मौलिक अधिकारों और समानता के सिद्धांत की जानकारी भी लोगों को दी।
सभी ने एकजुट होकर यह प्रण लिया कि सामाजिक बुराइयों को मिटाकर शिक्षा, संगठन और संघर्ष के पथ पर आगे बढ़ेंगे। कार्यक्रम में मौजूद युवाओं ने शिक्षा को हथियार बनाकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया। महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर बाबा साहब के नारी सशक्तिकरण के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
राकेश जाटव और उनकी टीम का सराहनीय प्रयास
प्रेम नगर में इस कार्यक्रम का आयोजन हर साल राकेश जाटव और उनकी टीम के प्रयासों से होता है। राकेश जाटव न केवल एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, बल्कि एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी इलाके में सक्रिय हैं। वे लगातार समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहे हैं।
इस अवसर पर राकेश जाटव ने कहा कि, “हमारा उद्देश्य केवल जयंती मनाना नहीं, बल्कि समाज में समानता, भाईचारा और जागरूकता को बढ़ावा देना है। हम बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे और समाज को शिक्षा के जरिए सशक्त बनाएंगे।”
हर मोहल्ले में शिक्षा केंद्र और समाजिक कैंप
राकेश जाटव ने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि उनकी टीम जल्द ही प्रेम नगर और आसपास के इलाकों में शिक्षा केंद्र और सामाजिक जागरूकता कैंप लगाएगी। इन केंद्रों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, कंप्यूटर क्लास और महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनाना है।
समापन और जय भीम के नारों के साथ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के समापन पर सभी ने एक साथ बाबा साहब की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर संविधान की रक्षा और सामाजिक समानता बनाए रखने का संकल्प लिया। ‘जय भीम’, ‘बाबा साहब अमर रहें’, ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो’ जैसे नारों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
बाबा साहब के विचारों को मिल रही नई पीढ़ी से ताकत
134वीं बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती का यह आयोजन न केवल प्रेम नगर, बल्कि पूरे किराड़ी विधानसभा के लिए गर्व की बात रही। यह कार्यक्रम समाज जागरण और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बन गया। जिस तरह हर साल इस आयोजन की भव्यता और सहभागिता बढ़ रही है, उससे साफ है कि बाबा साहब के विचार आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं और आने वाली पीढ़ियों को दिशा देने का काम कर रहे हैं।