SUPREME COURT: नीलामी बिक्री को समान न्याय के आधार पर रद्द किया गया

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कर्नाटक हाईकोर्ट के एक निर्णय में संशोधन किया है, जिसमें एक नीलामी बिक्री को रद्द

SUPREME COURT

Table of Contents

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कर्नाटक हाईकोर्ट के एक निर्णय में संशोधन किया है, जिसमें एक नीलामी बिक्री को रद्द किया गया था। अदालत ने स्पष्ट किया कि यह नीलामी केवल समान न्याय के आधार पर रद्द की गई थी, न कि इसे अवैध ठहराने के कारण। न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति उज्जल भूयान की खंडपीठ ने कहा, “संक्षेप में, हाईकोर्ट ने नीलामी बिक्री को न तो नियमों के प्रावधानों के आधार पर और न ही इसे अवैध मानते हुए रद्द किया।

SUPREME COURT

हाईकोर्ट ने नीलामी को समान न्याय के आधार पर रद्द किया, क्योंकि चौथे प्रतिवादी बैंक को सभी बकाया राशि, जिसमें ब्याज भी शामिल था, पहले और दूसरे प्रतिवादियों द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने के तीन महीने के भीतर जमा कर दी गई थी।”

SUPREME COURT: मामले का विवरण

इस मामले में, एक सहकारी बैंक ने चार प्रतिवादियों को व्यापार ऋण दिया था, जिसमें दो अन्य प्रतिवादियों (जमानतदाताओं) की गारंटी थी। जब ऋण की किस्तों का भुगतान नहीं हुआ, तो बैंक ने सहकारी समाजों के सहायक रजिस्ट्रार के समक्ष ऋण वसूली के लिए विवाद दायर किया। सहायक रजिस्ट्रार ने बैंक के पक्ष में निर्णय सुनाया। वसूली की प्रक्रिया में, सहायक रजिस्ट्रार ने प्रतिवादियों की संपत्ति की बिक्री के लिए एक बिक्री घोषणा जारी की।

SUPREME COURT: क्या न्यायिक या अर्ध-न्यायिक प्राधिकरण को उसके आदेश के खिलाफ अपील में पक्षकार बनाया जा सकता है?

KERALA HIGH COURT: बिना बीड़ी की फोरेंसिक जांच के यह नहीं कहा जा सकता कि उसमें गांजा था

नीलामी में, सबसे ऊंची बोली, जो अपीलकर्ता द्वारा लगाई गई थी, स्वीकार की गई। अपीलकर्ता ने राशि जमा की, लेकिन चेक को उधारकर्ताओं के बीच विवाद के कारण वापस कर दिया गया। इसके बाद, प्रतिवादियों ने उच्च न्यायालय में नीलामी को रद्द करने के लिए याचिका दायर की।

SUPREME COURT: उच्च न्यायालय का निर्णय

एकल पीठ ने अपीलकर्ता के पक्ष में की गई नीलामी को रद्द करते हुए बैंक को निर्देश दिया कि उसे अपीलकर्ता द्वारा जमा की गई पूरी नीलामी राशि के साथ अतिरिक्त 5 प्रतिशत राशि लौटाई जाए। यह निर्देश कर्नाटक सहकारी समाजों के नियम, 1960 के नियम 38 के उप-नियम 4(b) के प्रकाश में दिया गया था।

उच्च न्यायालय ने कहा कि चूंकि प्रतिवादियों ने पूरी बकाया राशि जमा की थी, इसलिए नीलामी को रद्द करना उचित था। इस निर्णय के खिलाफ अपीलकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की।

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप

सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान इस बात का ध्यान रखा कि एकल पीठ ने संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत अपने विवेकाधीन अधिकारों का प्रयोग करते हुए अपीलकर्ता को मुआवजा देने का निर्देश दिया था। लेकिन कोर्ट ने स्पष्ट किया कि “कानून में इस निर्देश के लिए कोई आधार नहीं था।”

कोर्ट ने आगे कहा कि “हालांकि नीलामी में कुछ भी अवैध नहीं था, चौथे प्रतिवादी ने अपीलित आदेशों को चुनौती नहीं दी है। इसलिए, विशेष तथ्यों और परिस्थितियों के संदर्भ में अपीलकर्ता को उचित रूप से मुआवजा देने के लिए अपीलित निर्णयों में संशोधन की आवश्यकता है।”

इस प्रकार, सुप्रीम कोर्ट ने अपील को आंशिक रूप से मंजूरी दी और निर्णय को संशोधित किया।

SUPREME COURT: मामले का महत्व

यह मामला इस बात का उदाहरण है कि कैसे न्यायालय नीलामी की वैधता और संबंधित पक्षों के अधिकारों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करता है। जब किसी नीलामी को समान न्याय के आधार पर रद्द किया जाता है, तो यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी संबंधित पक्षों के हितों की रक्षा की जाए।

Headlines Live News

यह मामला कर्नाटक सहकारी समाजों के नियम, 1960 और संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत विवेकाधीन अधिकारों के प्रयोग से संबंधित है। कोर्ट ने इस बात को स्पष्ट किया कि उच्च न्यायालय को दिए गए अधिकारों का प्रयोग करते समय कानूनी आधार की आवश्यकता होती है।

SUPREME COURT: मामले की सुनवाई

मामला शीर्षक: सलील आर. उचिल बनाम विशाल कुमार एवं अन्य (न्यूट्रल सिटेशन: 2024 INSC 793)

पक्षकारों की उपस्थिति:
अपीलकर्ता: अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के.एम. नटराज; अधिवक्ता शैलेश माडियाल, विनायक शर्मा, शरथ नम्बियार, चित्रांश शर्मा, बी के सतीजा, श्रृद्धा देशमुख, सार्थक करोल, कृतज्ञ काइट, राजन कुमार चौरसिया, माधव सिंघल और सन्सृथि पाठक; एओआर अरविंद कुमार शर्मा
प्रतिवादी: वरिष्ठ अधिवक्ता सीएस वैद्यनाथन; अधिवक्ता अक्षय नागराजन, अक्षय एन, विनायक गोयल, प्रमोद तिवारी, विवेक तिवारी, भूषण पांडे और प्रियंका दुबे; एओआर सान्या सुद विनोद और कुमार तिवारी

Headlines Live News

इस निर्णय के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट ने यह सुनिश्चित किया है कि समान न्याय के सिद्धांतों का पालन किया जाए और किसी भी पक्ष के अधिकारों की रक्षा की जाए।

'50 सीटों' का फॉर्मूला 1 'NFS कांग्रेस की देन है' धर्मेंद्र प्रधान का पलटवार 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द का प्रभाव 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द के प्रयोग मात्र से पावर ऑफ अटॉर्नी अपरिवर्तनीय नहीं 1 'अब का सलाद खईब' गाने से मनोज तिवारी ने दिखाया महंगाई का दर्द 1 'आतंकवादी' शब्द ने बिगाड़ा माहौल 1 'आप' और बीजेपी के बीच मुकाबला 1 'कस्टम अधिकारी' 'पुलिस अधिकारी' नहीं 1 'कांग्रेस को पीलिया हो गया है' 1 'केसरी चैप्टर 2' का ट्रेलर दर्शकों के दिलों को कर गया छू 1 'गलती से मिस्टेक' 1 'जलसा' बंगला श्वेता बच्चन को किया गिफ्ट? 1 'जाट' की रिलीज से पहले उठे सवाल क्या कला और आस्था के बीच संभव है संतुलन? 1 'जाट' टाइटल पर रणदीप हुड्डा का तीखा जवाब "पहचान खुद फिल्म में सामने आएगी" 1 'जुमलों पर झाड़ू चलाएंगे फिर केजरीवाल को लाएंगे' 1 'ट्रिपल इंजन' सरकार की दिशा में सुदृढ़ कदम 1 'देवा' फिल्म की स्क्रीनिंग में रुकावट से अली गोनी का गुस्सा INOX को किया निशाना 1 'पराक्रमो विजयते' बोले अखिलेश यादव 1 'पुष्पा' पर बड़े प्रड्यूसर की विवादित टिप्पणी 1 'बड़ा भाई' 1 'बिग बॉस 18' के विनर बने करण 1 'बिग बॉस 18' में भी दिखा था अनोखा रिश्ता 1 'बिग बॉस 18' से बनी दोस्ती 1 'बिस्मिल्लाह' के साथ मां बनने की भावुक घोषणा 1 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' का नारा 0 'भूल भुलैया 2' की सफलता और तैमूर का प्यार 1 'भूल भुलैया 2'और 'भूल भुलैया 3' की सफलता 1 'मर्दानी' फ्रेंचाइजी की वापसी का ऐलान 1 'मुफ्त की रेवड़ी' आरोपों पर भाजपा को जवाब 1 'मैया यशोदा' गाने की शूटिंग के दौरान क्या हुआ था? 1 'मोहल्ला बस' से 'नमो बस सेवा' तक 1 'रावण के वंशज' आरोप 1 'लाफ्टर शेफ्स 2' में बर्थडे सेलिब्रेशन 0

खबर यहाँ समाप्त हुई

23
Headlines Live News Reader Poll

हेडलाइन्स लाइव न्यूज की खबर आपको कैसी लगी बताए ?

Facebook
WhatsApp
Twitter
Threads
Telegram

Leave a comment

अगली नई खबर शुरू यहाँ पढ़ें ...

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और नए एल्गोरिदम इंसानों के काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल सकते हैं।

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

GEMINI 3 FEATURES उन्नत reasoning और मल्टीमॉडल कौशल

Gemini 3, LMArena leaderboard में शीर्ष स्थान पर है, PhD-स्तर की reasoning क्षमता रखता है और विज्ञान, गणित जैसे विषयों में उच्च सफलता प्राप्त करता है। वीडियो, इमेज और मल्टीमॉडल क्वेरी पर भी यह बेहतरीन प्रदर्शन करता है, जो इसे व्यापक और बहु-आयामी प्रश्नों के लिए उपयुक्त बनाता है।

DIGITAL INDIA की सुविधा: अब नहीं होगी RC गुम होने की टेंशन, जानिए आसान डिजिटल तरीका 2025 !

Gemini 3 Deep Think मोड

यह नया मोड Gemini 3 की reasoning और समझ को और भी गहरा बनाता है, जिससे कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान संभव होता है। इसका प्रदर्शन AI परीक्षाओं में अप्रत्याशित रूप से बेहतर है, जो इसे विश्लेषण और योजना कार्यों में उपयोगी बनाता है।

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

सीखना, बनाना, और योजना बनाना

Gemini 3 के साथ सीखना आसान है, चाहे वह परिवार की परंपरागत रेसिपी ट्रांसलेट करना हो या ऐडवांस रिसर्च पेपर का विश्लेषण। यह ब्लॉक्स, कोड और विजुअलाइजेशन के माध्यम से जटिल जानकारियों को समझाने और प्रदर्शित करने में सक्षम है।

डेवलपर्स के लिए नया अनुभव

Google ने Google Antigravity नामक एजेंटिक डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है, जिससे डेवलपर्स Gemini 3 के साथ अधिक स्वायत्त और कार्य-केंद्रित एप्लिकेशन बना सकते हैं। यह कोडिंग को नए स्तर पर ले जाता है और निरंतर स्व-पुष्टिकरण प्रदान करता है।

योजना और ऑटोमेशन में सुधार

Gemini 3 लंबे समय के लिए योजना बनाने और जटिल, बहु-चरण वाली प्रक्रियाओं को संचालित करने में सक्षम है। यह आपके ईमेल को व्यवस्थित कर सकता है, स्थानीय सेवाएं बुक कर सकता है, और दैनिक कार्यों में मदद करता है।

सुरक्षा और जिम्मेदारी

Google ने Gemini 3 को सबसे सुरक्षित AI मॉडल बनाया है। इसमें साइबर हमलों, गलत जानकारी, और हानिकारक प्रोत्साहनों से सुरक्षा के लिए व्यापक परीक्षण और सहयोग किया गया है।

Gemini 3 का भविष्य

Gemini 3 अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है और जल्द ही इसके कई नए संस्करण और फीचर जारी होंगे। Google इसे Google एजेंसियों, डेवलपर्स, और एंटरप्राइज क्लाइंट्स तक पहुंचा रहा है।

Gemini 3 की उपलब्धता

Gemini 3 एप्लिकेशन, AI Studio, Vertex AI, Google Antigravity, और Gemini CLI के माध्यम से उपलब्ध है। कॉलैबोरेशन प्लेटफॉर्म्स जैसे GitHub, Replit में भी इसका उपयोग किया जा रहा है।

Gemini 3 पर Google की यह नई पहल AI के आयामों का विस्तार करती है और इसे हर क्षेत्र में व्यावहारिक, सुलभ और अधिक सक्षम बनाती है। इसका लक्ष्य AI को उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत और प्रभावी बनाना है।

विषयविवरण
मॉडल का नामGemini 3
मुख्य विशेषताएंउन्नत reasoning, मल्टीमॉडल इनपुट, एजेंटिक कोडिंग
प्रमुख प्रदर्शन मानकLMArena leaderboard topper, PhD-level reasoning
नया मोडGemini 3 Deep Think
उपयोगकर्ता लाभबेहतर सीखना, निर्माण, योजना, और ऑटोमेशन
डेवलपर टूल्सGoogle Antigravity, AI Studio, Vertex AI
सुरक्षाव्यापक परीक्षण, सुरक्षा सुधार
उपलब्धताGemini app, AI Studio, Vertex AI, CLI, Dritt platforms
भविष्य की योजनानए संस्करण, फीचर्स, व्यापक उपयोग
लक्ष्यAI को ज्यादा प्रभावी और व्यक्तिकृत बनाना