Dhirendra Shastri News : धीरेंदर शास्त्री ने की तौबा , कहा मेरे बयान का गलत मतलब निकला गया , बजरंग बली मोला अली के भी बाप है इस बयान ने धीरेन्दर शास्त्री को झुका डाला और माफ़ी मांगने पर मजबूर कर दिया .बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री ने आस्था में आग लगाने का काम किया हैं।
Dhirendra Shastri News : बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने विवादित बयान के लिए मांगी माफी
Headlines Live News : बागेश्वर धाम: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जो बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं, ने शुक्रवार को ‘अली-बजरंगबली’ वाले विवादित बयान के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया है और उनका मकसद किसी भी धर्म या धर्मगुरु का अपमान करना नहीं था।
शास्त्री ने एक वीडियो जारी कर कहा, “मेरे द्वारा दिए गए बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं और मेरे मन में किसी भी धर्म या धर्मगुरु के प्रति कोई द्वेष नहीं है।” उन्होंने कहा कि उनके दरबार में एक व्यक्ति आया था जिसने अपना नाम ‘अली’ बताया। शास्त्री ने कहा, “मैंने उससे कहा कि मेरे पास बजरंगबली हैं, जिसका मतलब था कि मेरे पास भी शक्ति है।”
हालांकि, उनके इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया। कई लोगों ने शास्त्री पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया। शास्त्री ने विवाद बढ़ता देख माफी मांगी है।
उन्होंने कहा, “अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं। मेरा मकसद किसी को आहत करना नहीं था।”
यह पहली बार नहीं है जब शास्त्री अपने बयान को लेकर विवादों में घिरे हैं। इससे पहले भी उन्होंने कई बार ऐसे बयान दिए हैं जिन पर विवाद हुआ है।
छतरपुर: बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने शुक्रवार को एक वीडियो बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने विवादित बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने ‘अली-बजरंगबली’ के कमेंट को लेकर माफी मांगी है, कहते हुए कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से समझा गया। धीरेंद्र शास्त्री ने अपने बयान पर सफाई दी और कहा कि वे सभी धर्मों के देवताओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने इस विवादित मामले में अपनी गलती को स्वीकारते हुए जनता से माफी मांगी है।
Dhirendra Shastri News : धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ लखनऊ में FIR दर्ज
Dhirendra Shastri News : लखनऊ: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ लखनऊ में FIR दर्ज की गई है। उन पर आरोप है कि उन्होंने हजरत अली पर विवादित बयान दिया है। शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने शुक्रवार को लखनऊ की चौक कोतवाली में तहरीर देकर शास्त्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।
नकवी का आरोप है कि शास्त्री ने एक कार्यक्रम में कहा था कि “अली और बजरंगबली दोनों एक ही हैं।” उन्होंने कहा कि यह बयान शिया और सुन्नी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास है।
तहरीर में नकवी ने धीरेंद्र शास्त्री पर धारा 153A (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास स्थान, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच द्वेष फैलाना), 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) और 504 (शांति भंग करने की मंशा से जानबूझकर अपमानजनक बातें कहना) के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
पुलिस ने तहरीर को जांच के लिए भेज दिया है। अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
Dhirendra Shastri News : अन्य महत्वपूर्ण बातें:–
धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ लखनऊ में FIR दर्ज
- धीरेंद्र शास्त्री ने विवादित बयान देने से इनकार किया है।
- उन्होंने कहा कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया गया है।
- उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।
Dhirendra Shastri News : यह मामला अभी भी विवादित है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लखनऊ की चौक कोतवाली में एक FIR दर्ज हो गई है, जिसमें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ आरोप लगाया गया है। मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने FIR दर्ज करने की मांग की है, जिसमें उन्होंने शास्त्री को हजरत अली पर विवादित बयान देने का आरोप लगाया है। तहरीर में उन्होंने यह भी कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री ने शिया और सुन्नी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इस FIR के दायर होने के संदर्भ में जांच जारी है।

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का मौला अली पर बयान: क्या है विवाद और क्या है सच?
धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मौला अली को लेकर दिए गए कथित बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की जा रही है और सोशल मीडिया पर भी उनकी गिरफ्तारी की मांग तेज हो रही है। दूसरी ओर, उनके समर्थन में भी आवाजें उठ रही हैं।
धीरेंद्र शास्त्री ने क्या कहा? Dhirendra Shastri News :
मीडिया से बात करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “हमने कभी भी किसी धर्म के खिलाफ नहीं बोला है। हम सनातन धर्म के खिलाफ होने वाली सजिशों पर चर्चा करते हैं और सनातनियों को जगाने का प्रयास करते हैं। मौला अली वाली चर्चा दरबार में एक जिन्न के साथ हुई थी। उसने कहा कि उसका नाम अली है, तो मैंने कहा कि मेरे पास बजरंगबली हैं। इस बात को मौला अली से जोड़ दिया गया, जो गलत है। हमने कभी भी किसी के धर्म की बुराई नहीं की है।”
धीरेंद्र शास्त्री ने मांगी माफी – Dhirendra Shastri News :
Dhirendra Shastri News : उन्होंने आगे कहा, “हम किसी धर्म या धर्मगुरु के खिलाफ नहीं हैं। हमारे मन में सबके प्रति सम्मान है। हमने मौला अली के बारे में जितना पढ़ा और समझा है, उससे वह अहिंसा के पुजारी हैं। इस वीडियो को मौला अली से जोड़ा गया, जो दुष्प्रचार है। इसके लिए अगर किसी को दुख पहुंचा तो हमें खेद है। हमारी भी भावनाएं दुखी हुईं। इसे इस प्रकार से नहीं जोड़ना चाहिए था। उनके भगवान उनके लिए सर्वोपरि हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। अगर इस वजह से किसी को दुख हुआ तो हम क्षमाप्रार्थी हैं। हम सबको यही कहेंगे कि वीडिया का दुष्प्रचार किया जा रहा है।”
मुस्लिम समुदाय में आक्रोश
Dhirendra Shastri News : धीरेंद्र शास्त्री के बयान को लेकर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। लखनऊ में कई मौलानाओं ने शुक्रवार को चौक कोतवाली में तहरीर दी। शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी के नेतृत्व में कोतवाली पहुंचे मौलाना ने धीरेंद्र शास्त्री पर केस दर्ज करने की मांग की। फिलहाल केस तो नहीं दर्ज हुआ है, लेकिन पुलिस ने कहा है कि जांच हो रही है।
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क्या है सच?
यह कहना मुश्किल है कि धीरेंद्र शास्त्री ने जानबूझकर मौला अली का अपमान किया है या नहीं। उनके समर्थकों का कहना है कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया गया है। वहीं, उनके विरोधियों का कहना है कि उन्होंने जानबूझकर मुस्लिम समुदाय को भड़काने की कोशिश की है।
आगे क्या होगा?
यह देखना बाकी है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है। धीरेंद्र शास्त्री पर एफआईआर दर्ज होगी या नहीं, यह भी अभी स्पष्ट नहीं है।
धीरेंद्र शास्त्री: आस्था का विवाद?
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों विवादों में घिरे हुए हैं। उन पर मौलाना अली को लेकर दिए गए कथित बयान को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि उनके बयान से मुस्लिम समुदाय की आस्था को ठेस पहुंची है, वहीं उनके समर्थक उन्हें बेगुनाह बता रहे हैं।
क्या हुआ?
बातचीत के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि उनके दरबार में एक बार किसी ने जिन्न होने का दावा किया और अपना नाम अली बताया। जवाब में उन्होंने कहा कि उनके पास बजरंगबली हैं। यही बात विवाद का सबब बन गई। आरोप है कि शास्त्री ने जानबूझकर हिंदू देवता बजरंगबली को मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना अली के समकक्ष रखा, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है।
शास्त्री का पक्ष
अपने बचाव में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि उनका बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उनका कहना है कि उन्होंने किसी भी धर्म या धर्मगुरु का अपमान नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और उनके मन में मौलाना अली के प्रति भी श्रद्धा है। साथ ही, अगर उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो उन्हें खेद है।
क्या है विवाद की जड़?
इस पूरे मामले में असल मुद्दा धार्मिक आस्था को लेकर संवेदनशीलता का है। भारत जैसे बहुधर्मीय देश में धार्मिक नेताओं को अपने बयानों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। किसी भी धर्म या धर्मगुरु के प्रति अपमानजनक टिप्पणी सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ सकती है।
आगे क्या?
लखनऊ में कुछ मौलानाओं ने धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह देखना बाकी है कि क्या इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई होती है या नहीं।
ध्यान देने वाली बातें
- यह आलेख विवाद के दोनों पक्षों को प्रस्तुत करता है।
- अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि धीरेंद्र शास्त्री ने जानबूझकर विवादित बयान दिया या नहीं।
- इस पूरे मामले में सबसे अहम सबक धार्मिक सद्भाव बनाए रखने का है।
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