रक्षा बंधन कविताएं: रक्षा बंधन पर स्पीच और कार्यक्रमों के लिए 10 बेहतरीन कविताएं और शायरी

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By headlineslivenews.com

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रक्षा बंधन कविताएं: रक्षा बंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का पवित्र पर्व है। इस खास मौके पर लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शायरी और कविताओं का सहारा लेते हैं। शायरी और कविताएं सिर्फ शब्दों का खेल नहीं होतीं; वे भावनाओं को शब्दों में पिरोकर दिलों तक पहुंचाने का एक माध्यम होती हैं। यही कारण है कि लोग रक्षा बंधन पर अपने भाई या बहन को शुभकामनाएं देने के लिए शायरी और कविताओं का प्रयोग करते हैं। इसके अलावा, स्कूल और घरों में आयोजित कार्यक्रमों में भी इनका उपयोग बड़े उत्साह से किया जाता है।

रक्षा बंधन पर कई कवियों और लेखकों ने सुंदर कविताएं लिखी हैं जो इस पर्व के महत्व और भाई-बहन के पवित्र बंधन को बहुत ही खूबसूरती से प्रस्तुत करती हैं। ये कविताएं न केवल त्योहार की गरिमा बढ़ाती हैं, बल्कि हमारे दिलों में बसे इस पवित्र रिश्ते की गहराई को भी दर्शाती हैं।

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रक्षा बंधन का पर्व भाई-बहन के रिश्ते को मनाने का खास मौका है, जो प्यार और समर्पण से भरा होता है। इस खास दिन को और भी विशेष बनाने के लिए कविताएं और शायरी का प्रयोग किया जा सकता है। ये साहित्यिक रचनाएं न केवल भावनाओं को व्यक्त करने का एक सुंदर तरीका हैं, बल्कि वे रक्षा बंधन के पर्व की महत्ता को भी उजागर करती हैं। चाहे आप अपने भाई या बहन को शुभकामनाएं देना चाहते हों या स्कूल में स्पीच दे रहे हों, इन कविताओं और शायरी के माध्यम से आप इस पर्व को और भी खास बना सकते हैं।

रक्षा बंधन पर कविताएं और शायरी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। आप इन्हें अपने व्यक्तिगत संदेश में जोड़ सकते हैं, स्कूल के कार्यक्रमों में प्रस्तुत कर सकते हैं या फिर किसी सार्वजनिक स्पीच में शामिल कर सकते हैं। यहां कुछ प्रसिद्ध कविताएं और शायरी दी गई हैं, जिनके लेखक भी उल्लेखित हैं, ताकि आप इस रक्षा बंधन को और भी खास बना सकें।

रक्षा बंधन कविताएं: 1. शिवमंगल सिंह ‘सुमन’

“बांध राखी की डोर, रक्षाबंधन की कसम खाई,
भाई-बहन का प्यार कभी न हो पाए कमाई।”

इस कविता में भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और राखी के महत्व को सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है। यह कविता उन भावनाओं को व्यक्त करती है, जो इस पवित्र पर्व के दौरान उभरती हैं।

रक्षा बंधन कविताएं: 2. सुभद्रा कुमारी चौहान

“रक्षा बंधन की बधाई, भाई बहन की प्रीत बढ़ाई,
ये बंधन रिश्तों को संजीवनी बन जाए,
जीवन भर भाई-बहन का साथ निभाए।”

इस कविता में रक्षा बंधन के पर्व को रिश्तों को मजबूत बनाने वाला बताया गया है। यह कविता भाई-बहन के रिश्ते की स्थिरता और स्नेह को उजागर करती है।

रक्षा बंधन कविताएं: 3. हरिवंश राय बच्चन

“बहन का प्यार, भाई का साथ,
रक्षा बंधन का है ये अनुपम राग।”

हरिवंश राय बच्चन की इस कविता में रक्षा बंधन के महत्व और भाई-बहन के रिश्ते की मिठास को खूबसूरती से व्यक्त किया गया है।

रक्षा बंधन कविताएं: 4. महादेवी वर्मा

“राखी का धागा, विश्वास का धागा,
हर बहन के दिल का सगा, हर भाई का प्यारा।”

महादेवी वर्मा की इस कविता में राखी के धागे को विश्वास और प्यार का प्रतीक बताया गया है, जो भाई-बहन के रिश्ते की गहराई को दर्शाता है।

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रक्षा बंधन कविताएं: 5. रामधारी सिंह ‘दिनकर’

“रक्षा बंधन की डोर से बंधा है ये नाता,
भाई की कलाई पर राखी सजी सजाई जाती है।”

दिनकर की कविता रक्षा बंधन के त्योहार की सुंदरता और भाई-बहन के रिश्ते की मजबूती को दर्शाती है।

रक्षा बंधन कविताएं: 6. राहत इंदौरी

“राखी की रौनक है, भाई की बांहों में,
हर बहन का सपना सजता है चाहों में।”

राहत इंदौरी की शायरी में राखी के त्योहार की खुशी और भाई-बहन के रिश्ते की मिठास को व्यक्त किया गया है।

रक्षा बंधन कविताएं: 7. अटल बिहारी वाजपेयी

“रक्षा बंधन का धागा, रिश्तों की चाशनी,
बहन की दुआओं का असर, भाई की मुस्कानी।”

अटल बिहारी वाजपेयी की कविता रक्षा बंधन के पर्व को रिश्तों को मधुर बनाने वाला और भाई-बहन के बंधन को मजबूत करने वाला बताती है।

रक्षा बंधन कविताएं: 8. सुदामा पांडे ‘दद्दा’

“राखी की बहनें छेड़ें, गीतों के साथ धुन,
हर भाई की कलाई पर, सजे राखी की सुन।”

इस कविता में राखी के त्योहार की खुशी और भाई-बहन के रिश्ते की गरिमा को सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

रक्षा बंधन कविताएं: 9. कृष्णा बल्दवा

“रक्षा बंधन का दिन आया, खुशियों की बौछार लाया,
भाई-बहन का प्रेम अमर है, जैसे चाँदनी रात में तारा।”

कृष्णा बल्दवा की यह कविता भाई-बहन के प्रेम और रक्षा बंधन की खुशियों को दर्शाती है।

रक्षा बंधन कविताएं: 10. सुभाष नीरव

“राखी की कलाई में बंधा, प्यार का संदेश,
भाई-बहन के रिश्ते में बसा, अनमोल आशीर्वाद।”

सुभाष नीरव की कविता में राखी के धागे को भाई-बहन के रिश्ते की एकता और स्नेह का प्रतीक बताया गया है।

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इन कविताओं और शायरी के माध्यम से आप रक्षा बंधन के पर्व को और भी खास बना सकते हैं। ये रचनाएं न केवल आपके व्यक्तिगत संदेश को सुंदर बनाएंगी बल्कि स्कूल के कार्यक्रमों में भी आपके प्रदर्शन को यादगार बना देंगी। चाहे आप निबंध लिख रहे हों, स्पीच दे रहे हों या घर पर पर्व की रस्मों का पालन कर रहे हों, इन कविताओं की मदद से आप अपने विचारों और भावनाओं को अच्छे से व्यक्त कर सकते हैं।

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