SUPREME COURT: कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मामले में सभी मुकदमे एक साथ करने पर दोनों पक्षों को लाभ 2024!

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद से संबंधित सभी मुकदमों को एक साथ सुनने के इलाहाबाद

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SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद से संबंधित सभी मुकदमों को एक साथ सुनने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रथम दृष्टया सहमति जताई है। अदालत का कहना है कि सभी मुकदमों को एकीकृत करके सुनने से हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों को लाभ होगा, क्योंकि इससे कई अलग-अलग कार्यवाहियों से बचा जा सकेगा।

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यह मामला उन कानूनी मुद्दों से जुड़ा है, जिन्हें लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है।

SUPREME COURT: इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्णय

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने यह निर्णय लिया था कि कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद से संबंधित सभी मुकदमों को एकीकृत किया जाए और एक साथ सुना जाए। यह आदेश हिंदू पक्ष की ओर से दायर एक याचिका के आधार पर दिया गया था, जिसमें इन सभी मुकदमों को एक साथ एकीकृत करने की मांग की गई थी।

सुप्रीम कोर्ट ने अब इस निर्णय को चुनौती देने वाली मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई शुरू की और प्रारंभिक तौर पर इस पर सहमति व्यक्त की।

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अदालत ने स्पष्ट किया कि मुकदमों के एकीकरण से दोनों पक्षों को लाभ होगा, क्योंकि इससे अलग-अलग अदालतों में होने वाली कार्यवाहियों से बचा जा सकेगा और मामले का शीघ्र समाधान हो सकेगा। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की जटिलताएं उत्पन्न नहीं होंगी और यह दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने यह सवाल उठाया कि मुकदमों के एकीकरण पर हस्तक्षेप करने की आवश्यकता क्यों महसूस होनी चाहिए। शाही ईदगाह समिति के वकील ने अदालत में तर्क दिया कि मुकदमों का एकीकरण जटिल हो सकता है, क्योंकि सभी मुकदमे समान प्रकृति के नहीं हैं।

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इन तर्कों को खारिज करते हुए कहा कि एकीकरण से कोई जटिलता उत्पन्न नहीं होगी। अदालत का मानना था कि यह कदम दोनों पक्षों के हित में है, जिससे कई अलग-अलग कार्यवाहियों से बचा जा सकेगा।

सुप्रीम कोर्ट ने मामले को स्थगित कर दिया और अब इसे अप्रैल 2024 में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

SUPREME COURT: कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद की पृष्ठभूमि

यह मामला उस समय उत्पन्न हुआ जब हिंदू पक्ष ने सिविल कोर्ट में एक मुकदमा दायर किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि शाही ईदगाह मस्जिद कृष्ण जन्मभूमि स्थल पर बनी है। हिंदू पक्ष का आरोप था कि यह मस्जिद असल में एक हिंदू मंदिर को ध्वस्त करके बनाई गई थी। हिंदू पक्ष ने अदालत से मस्जिद को उसके वर्तमान स्थान से हटाने की मांग की थी।

हिंदू पक्ष ने यह भी दावा किया कि शाही ईदगाह मस्जिद वास्तव में एक हिंदू मंदिर है और इसके समर्थन में कई ऐतिहासिक संकेत हैं। इस कारण से, उन्होंने उच्च न्यायालय से मस्जिद का निरीक्षण करने के लिए एक आयुक्त नियुक्त करने की अपील की थी।

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इस मामले में, सिविल कोर्ट ने 2020 में इस मुकदमे को पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 का हवाला देते हुए खारिज कर दिया था, जिसमें धार्मिक स्थल के विवाद को 1947 के बाद न छेड़ने का प्रावधान है। हालांकि, मथुरा जिला न्यायालय ने इस फैसले को पलटते हुए इस मुकदमे को विचारणीय मान लिया। मथुरा जिला न्यायालय के इस फैसले को 2022 में स्वीकार किया गया और मामले को उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया।

इसके बाद, 2023 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने हिंदू पक्ष के अनुरोध को स्वीकार करते हुए शाही ईदगाह मस्जिद का निरीक्षण करने के लिए कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करने की अनुमति दी। इस आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, जिस पर सुनवाई चल रही है।

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट का निर्णय और प्रतिक्रिया

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सुप्रीम कोर्ट ने 14 दिसंबर 2023 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था और मामले की सुनवाई के लिए अप्रैल 2024 में अगली तारीख तय की थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद विवाद से जुड़े सभी मुकदमों के एकीकरण पर सहमति जताई है और इसे दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद माना है।

सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद से जुड़े मुकदमों के एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अदालत ने दोनों पक्षों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में गति आएगी और विभिन्न मुकदमों में समय की बचत होगी। हालांकि, यह मामला अब भी अदालत में लंबित है और आगे की सुनवाई में कई महत्वपूर्ण कानूनी मुद्दों पर चर्चा होगी।

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Gemini 3, LMArena leaderboard में शीर्ष स्थान पर है, PhD-स्तर की reasoning क्षमता रखता है और विज्ञान, गणित जैसे विषयों में उच्च सफलता प्राप्त करता है। वीडियो, इमेज और मल्टीमॉडल क्वेरी पर भी यह बेहतरीन प्रदर्शन करता है, जो इसे व्यापक और बहु-आयामी प्रश्नों के लिए उपयुक्त बनाता है।

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Gemini 3 Deep Think मोड

यह नया मोड Gemini 3 की reasoning और समझ को और भी गहरा बनाता है, जिससे कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान संभव होता है। इसका प्रदर्शन AI परीक्षाओं में अप्रत्याशित रूप से बेहतर है, जो इसे विश्लेषण और योजना कार्यों में उपयोगी बनाता है।

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सीखना, बनाना, और योजना बनाना

Gemini 3 के साथ सीखना आसान है, चाहे वह परिवार की परंपरागत रेसिपी ट्रांसलेट करना हो या ऐडवांस रिसर्च पेपर का विश्लेषण। यह ब्लॉक्स, कोड और विजुअलाइजेशन के माध्यम से जटिल जानकारियों को समझाने और प्रदर्शित करने में सक्षम है।

डेवलपर्स के लिए नया अनुभव

Google ने Google Antigravity नामक एजेंटिक डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है, जिससे डेवलपर्स Gemini 3 के साथ अधिक स्वायत्त और कार्य-केंद्रित एप्लिकेशन बना सकते हैं। यह कोडिंग को नए स्तर पर ले जाता है और निरंतर स्व-पुष्टिकरण प्रदान करता है।

योजना और ऑटोमेशन में सुधार

Gemini 3 लंबे समय के लिए योजना बनाने और जटिल, बहु-चरण वाली प्रक्रियाओं को संचालित करने में सक्षम है। यह आपके ईमेल को व्यवस्थित कर सकता है, स्थानीय सेवाएं बुक कर सकता है, और दैनिक कार्यों में मदद करता है।

सुरक्षा और जिम्मेदारी

Google ने Gemini 3 को सबसे सुरक्षित AI मॉडल बनाया है। इसमें साइबर हमलों, गलत जानकारी, और हानिकारक प्रोत्साहनों से सुरक्षा के लिए व्यापक परीक्षण और सहयोग किया गया है।

Gemini 3 का भविष्य

Gemini 3 अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है और जल्द ही इसके कई नए संस्करण और फीचर जारी होंगे। Google इसे Google एजेंसियों, डेवलपर्स, और एंटरप्राइज क्लाइंट्स तक पहुंचा रहा है।

Gemini 3 की उपलब्धता

Gemini 3 एप्लिकेशन, AI Studio, Vertex AI, Google Antigravity, और Gemini CLI के माध्यम से उपलब्ध है। कॉलैबोरेशन प्लेटफॉर्म्स जैसे GitHub, Replit में भी इसका उपयोग किया जा रहा है।

Gemini 3 पर Google की यह नई पहल AI के आयामों का विस्तार करती है और इसे हर क्षेत्र में व्यावहारिक, सुलभ और अधिक सक्षम बनाती है। इसका लक्ष्य AI को उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत और प्रभावी बनाना है।

विषयविवरण
मॉडल का नामGemini 3
मुख्य विशेषताएंउन्नत reasoning, मल्टीमॉडल इनपुट, एजेंटिक कोडिंग
प्रमुख प्रदर्शन मानकLMArena leaderboard topper, PhD-level reasoning
नया मोडGemini 3 Deep Think
उपयोगकर्ता लाभबेहतर सीखना, निर्माण, योजना, और ऑटोमेशन
डेवलपर टूल्सGoogle Antigravity, AI Studio, Vertex AI
सुरक्षाव्यापक परीक्षण, सुरक्षा सुधार
उपलब्धताGemini app, AI Studio, Vertex AI, CLI, Dritt platforms
भविष्य की योजनानए संस्करण, फीचर्स, व्यापक उपयोग
लक्ष्यAI को ज्यादा प्रभावी और व्यक्तिकृत बनाना