आरा में अमित शाह का बड़ा दावा: बिहार के आरा लोकसभा सीट पर चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है। सातवें चरण के तहत एक जून को यहां मतदान होना है। मुख्य मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार सिंह (आरके सिंह) और भाकपा (माले) प्रत्याशी सुदामा प्रसाद के बीच है। इसी के तहत, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जोरदार हमला बोला और कई बड़े दावे किए।
आरा में अमित शाह का बड़ा दावा: विपक्ष पर हमला
आरा में अमित शाह ने अपने भाषण में कहा कि अगर आरा से भाकपा (माले) जीत गया तो नक्सलवाद फिर आ जाएगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि लेफ्ट वाले केवल बंदूक की भाषा समझते हैं। शाह ने जनता के सामने दो विकल्प रखे: एक तरफ जंगलराज वाले भ्रष्टाचारियों का गठबंधन और दूसरी तरफ पारदर्शिता से गरीब कल्याण करने वाली मोदी सरकार।
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आरा में अमित शाह का बड़ा दावा: मुस्लिम आरक्षण पर बड़ा बयान
आरा में अमित शाह का बड़ा दावा: अपने भाषण में अमित शाह ने कहा, “आपलोग 400 पार करा दो, मुस्लिम आरक्षण रद्द कर पिछड़ा-अति पिछड़ा को देने का काम करेगी बीजेपी।” उन्होंने दावा किया कि अगर बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलता है तो मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर दिया जाएगा और यह आरक्षण पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग को दे दिया जाएगा।
राहुल और लालू के गठबंधन पर निशाना
अमित शाह ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि बिहार में राहुल और लालू के गठबंधन का सूपड़ा साफ हो चुका है। उन्होंने कहा कि अब तक हुए चुनाव में एनडीए 310 पार कर चुका है। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वे लालू का जंगलराज चाहते हैं या मोदी का गरीब कल्याण।
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परिवारवाद पर तीखा प्रहार
अमित शाह ने लालू यादव पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि लालू यादव का पूरा जीवन परिवार के लिए ही गया। उन्होंने यादव समाज से कहा कि वे गलत मुगालते में न रहें। लालू के दोनों बेटे बिहार में मंत्री बने, एक पुत्री राज्यसभा सांसद बनी, और राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके अलावा, राबड़ी देवी के दोनों भाई भी मंत्री और सांसद बने। शाह ने कहा कि लालू यादव के पास यादव समाज के लिए कोई जगह नहीं है।
कर्पूरी ठाकुर का सम्मान
अमित शाह ने कहा कि लालू यादव को पिछड़ों के लिए सम्मान होता तो कर्पूरी ठाकुर को कब का भारत रत्न मिल गया होता। पीएम मोदी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर पिछड़ों का सम्मान किया है। उन्होंने कांग्रेस, लालू यादव और ममता बनर्जी पर पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर डाका डालने का आरोप लगाया। शाह ने आश्वासन दिया कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, दलित, आदिवासी और पिछड़ा-अति पिछड़े के आरक्षण को कोई हाथ नहीं लगा सकता।
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मुस्लिम आरक्षण पर स्पष्टता
अमित शाह ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस, लालू यादव और ममता बनर्जी मुस्लिम आरक्षण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “आप 400 पार करा दो, मुस्लिम आरक्षण रद्द करके पिछड़ा-अति पिछड़ा को देने का काम भाजपा करेगी।” यह बयान साफ करता है कि बीजेपी मुस्लिम आरक्षण के खिलाफ है और इसे खत्म करने का इरादा रखती है।
जनसभा की प्रतिक्रिया
अमित शाह की इस जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी थी। लोग उनके बयानों को सुनने के लिए उत्सुक थे। शाह के बयानों ने लोगों में एक नई ऊर्जा भर दी और उन्हें यह विश्वास दिलाया कि बीजेपी ही उनका सच्चा प्रतिनिधित्व कर सकती है।

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चुनावी रणनीति
बीजेपी की चुनावी रणनीति इस बार काफी आक्रामक रही है। अमित शाह ने अपने बयानों से यह साफ कर दिया है कि बीजेपी विपक्ष को किसी भी कीमत पर कमजोर करना चाहती है। उन्होंने आरके सिंह को जिताने के लिए जनता से समर्थन मांगा और वादा किया कि बीजेपी सत्ता में आने पर नक्सलवाद का खात्मा करेगी और विकास की नई राह खोलेगी।
निष्कर्ष
आरा में अमित शाह की जनसभा ने चुनावी माहौल को और गर्मा दिया है। उनके बयानों ने विपक्ष को कटघरे में खड़ा कर दिया है और बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता अमित शाह के दावों पर कितना विश्वास करती है और 1 जून को मतदान के दौरान किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है।
आरा की जनता के पास अब दो ही विकल्प हैं: एक तरफ बीजेपी की पारदर्शी और विकासोन्मुखी सरकार और दूसरी तरफ विपक्ष की कथित भ्रष्ट और जंगलराज वाली सरकार। अमित शाह के बयानों ने चुनावी समीकरण को और भी रोचक बना दिया है। अब यह जनता पर निर्भर है कि वह किसे चुनती है और किसे नकारती है।
सभी की नजरें अब 1 जून को होने वाले मतदान पर हैं, जो आरा के भविष्य का निर्णय करेगा।