वोटर लिस्ट विवाद: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है, खासकर वोटर लिस्ट को लेकर।
ताजा मामला AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह द्वारा बीजेपी पर आरोप लगाने से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने उनकी पत्नी का नाम नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची से हटाने के लिए आवेदन दिया है। इस विवाद के बीच दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं और यह मामला आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक गर्मी को और बढ़ा सकता है।
वोटर लिस्ट विवाद: बीजेपी ने पत्नी का नाम वोटर लिस्ट से हटवाने की कोशिश की
वोटर लिस्ट विवाद: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनकी पत्नी अनीता सिंह का नाम नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची से हटवाने के लिए 25 और 26 दिसंबर 2024 को दो आवेदन दायर किए थे। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी पूर्वांचल के लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि वह और उनकी पत्नी पूर्वी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं। सिंह ने यह भी कहा कि बीजेपी उन्हें राज्यसभा में वोटर लिस्ट से जुड़े मुद्दे को उठाने से रोकने के लिए यह कदम उठा रही है।
संजय सिंह ने आगे कहा कि यह मुद्दा केवल उनकी पत्नी का नहीं है, बल्कि दिल्ली के पूर्वांचली समुदाय के लाखों लोगों के लिए चिंता का विषय बन चुका है। उनका कहना था कि दिल्ली में बीजेपी ने जानबूझकर इस तरह की साजिश रची है ताकि पूर्वांचल के लोग और उनके जैसे कई मतदाता चुनावी प्रक्रिया से बाहर हो जाएं। संजय सिंह ने यह आरोप भी लगाया कि बीजेपी और केजरीवाल के खिलाफ उनकी आवाज़ उठाने के लिए वे लगातार निशाना बना रहे हैं।
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वोटर लिस्ट विवाद: नरेला विधानसभा क्षेत्र में संदिग्ध वोटर पंजीकरण पर बीजेपी का सवाल
संजय सिंह के आरोपों के बाद बीजेपी ने तुरंत पलटवार किया है और दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार राष्ट्रीय राजधानी में अवैध वोटरों को बसाने का काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी ने कुछ बड़े तथ्यों का खुलासा किया है। वीरेंद्र सचदेवा ने यह भी कहा कि दिल्ली में 23 दिसंबर को इलेक्टोरल रोल फ्रीज हो चुका है, लेकिन उसके बाद लगातार नई आवेदन प्रक्रिया जारी रही है।
उन्होंने बताया कि 24, 25, 26 और 27 दिसंबर को कई विधानसभा क्षेत्रों से नामों का आवेदन आया है, जबकि वोटर लिस्ट की प्रक्रिया पांच साल तक चलती रहती है। सचदेवा ने आरोप लगाया कि 23 दिसंबर के बाद ऐसे आवेदन आए हैं, जो चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना था कि नरेला विधानसभा क्षेत्र में 24 दिसंबर को अकेले ही 2000 से अधिक नए वोटर पंजीकरण के लिए आवेदन किए गए, जोकि एक दिन का डेटा है।
यह आंकड़ा तब और चौंकाने वाला बना जब किसी भी आवेदन में 18 से 20 वर्ष की उम्र के किसी व्यक्ति का नाम नहीं था। इसके बजाय आवेदन करने वालों की उम्र 40, 50, और 70 वर्ष के बीच थी, जो सवाल उठाता है कि ये लोग वोटर लिस्ट में कैसे शामिल हो रहे हैं।
BJP ने संजय सिंह जी की धर्मपत्नी का ही Vote कटवाने की दी Application‼️
— AAP (@AamAadmiParty) December 29, 2024
♦️ संसद में मैंने BJP द्वारा यूपी, बिहार और झारखंड के पूर्वांचल समाज के लोगों के वोट कटवाने की बात कही और इसे जेपी नड्डा ने माना भी
♦️ अब BJP वालों ने मेरी धर्मपत्नी अनीता सिंह जी का जोकि नई दिल्ली विधानसभा… pic.twitter.com/2oCCEsPJTW
सचदेवा ने यह भी पूछा कि आखिर ये आवेदन करने वाले लोग आए कहां से और क्यों, क्योंकि वोटर लिस्ट में बदलाव की प्रक्रिया केवल चुनाव के पहले निर्धारित तिथियों तक ही की जाती है। उनका यह भी कहना था कि इस तरह की गतिविधियों से यह साफ हो जाता है कि आम आदमी पार्टी चुनावों में अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने के लिए इस तरह की काला बाजारी का सहारा ले रही है।
वोटर लिस्ट विवाद: बीजेपी का आरोप अवैध वोटरों को बसाने की साजिश
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी का यह कदम दिल्ली के चुनावी समीकरण को प्रभावित करने का एक हिस्सा हो सकता है। उन्होंने कहा कि चुनावी समय में ऐसी घटनाएं चुनाव आयोग के ध्यान में लाने वाली होती हैं। सचदेवा ने दावा किया कि इस तरह के अवैध वोटरों को बसाने का काम AAP की सरकार लंबे समय से कर रही है, और अब इसे सामने लाने का समय आ गया है। उनका कहना था कि इस तरह के कदम राष्ट्रीय राजधानी की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का प्रयास हैं।
सचदेवा ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह एक गंभीर मामला है और अगर इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो यह दिल्ली के चुनावों पर असर डाल सकता है। उनका कहना था कि दिल्ली में अवैध वोटरों के बढ़ते आंकड़े केवल AAP के लिए एक राजनीतिक हथियार के रूप में काम कर रहे हैं, और यह कांग्रेस और बीजेपी जैसे दलों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
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वोटर लिस्ट विवाद: संजय सिंह और AAP का बचाव
इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी और उनके नेताओं की यह कोशिश केवल राजनीतिक साजिश के तहत की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि बीजेपी हमेशा से ही ऐसे आरोपों के माध्यम से विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश करती रही है। संजय सिंह ने यह भी कहा कि बीजेपी द्वारा किए जा रहे हमलों का कोई असर नहीं पड़ेगा और आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के हित में कार्य करती रहेगी।
दिल्ली में अवैध वोटरों को बसाने का काम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी कर रही है- प्रदेश अध्यक्ष श्री @Virend_Sachdeva #AAP_के_फर्जी_वोटर pic.twitter.com/xApeR3dfHQ
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) December 29, 2024
उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी का नाम अगर वोटर लिस्ट से हटाया गया तो वह इस मामले को पूरी तरह से उठाएंगे और इसे लेकर अदालत भी जाएंगे। उनका कहना था कि बीजेपी द्वारा उनके खिलाफ यह सब किया जा रहा है, ताकि उन्हें और उनकी पार्टी को चुनावी प्रक्रिया से बाहर रखा जा सके।
वोटर लिस्ट विवाद: आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच वोटर लिस्ट को लेकर राजनीतिक टकराव
दिल्ली में वोटर लिस्ट से जुड़े विवाद में दोनों प्रमुख दलों के आरोप-प्रत्यारोप ने राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है। संजय सिंह के आरोपों और बीजेपी के पलटवार ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। अब यह देखना होगा कि चुनावी प्रक्रिया से जुड़ा यह मुद्दा और अधिक राजनीतिक घमासान का कारण बनता है या फिर समय के साथ शांति पाता है।