संदीप दीक्षित का विवाद: दिल्ली कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने मुख्यमंत्री आतिशी और आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की घोषणा की है।
दीक्षित का आरोप है कि AAP और उसके नेता पिछले 10-12 सालों से उन्हें और उनके परिवार को निशाना बना रहे हैं। यह विवाद उस समय उभरा जब सीएम आतिशी ने हाल ही में आरोप लगाया था कि संदीप दीक्षित बीजेपी से बड़ी रकम ले रहे हैं।
संदीप दीक्षित का विवाद: AAP के नेता जानबूझकर अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं
संदीप दीक्षित का विवाद: संदीप दीक्षित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वे नई दिल्ली विधानसभा सीट से आगामी चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से AAP के नेता उन पर निरंतर व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं और उन्हें अपमानित करने के लिए अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। दीक्षित के मुताबिक, यह सब राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है और अब वह इस मामले को कानूनी रास्ते से हल करने का निर्णय लिया है।
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संदीप दीक्षित का विवाद: सीएम आतिशी के आरोप पर संदीप दीक्षित का पलटवार
दीक्षित ने अपने बयान में कहा कि 5-6 दिन पहले सीएम आतिशी ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि संदीप दीक्षित बीजेपी से बड़ी राशि प्राप्त कर रहे हैं। इस आरोप से वे गहरे रूप से आहत हुए हैं, और इसे वह सिर्फ व्यक्तिगत नहीं बल्कि राजनीतिक बदला लेने की कोशिश मानते हैं। उन्होंने कहा, “यह केवल मेरा मामला नहीं है, बल्कि पिछले 10-12 सालों से वे और उनका परिवार AAP के हमलों का शिकार बन रहे हैं।”
संदीप दीक्षित का बयान: AAP ने कभी सवालों का सही जवाब नहीं दिया
संदीप दीक्षित ने यह भी कहा कि उनके पास AAP के नेताओं से कई सवाल हैं, जिनका जवाब उन्हें चाहिए। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि अरविंद केजरीवाल पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ 360 पन्नों के सबूत लेकर घूमते थे। इस संदर्भ में उन्होंने कहा, “बीजेपी के विजय कुमार मल्होत्रा ने मुझे बताया था कि जब अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने थे, तब बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की थी और उन सबूतों की मांग की थी। तब केजरीवाल ने 360 अखबारों की कटिंग दिखाई थी, और ये अखबार की कटिंग्स सबूत के तौर पर पेश की थीं।”
संदीप दीक्षित ने सीएम आतिशी के आरोपों को मानहानि का मामला बताया
दीक्षित ने यह भी कहा कि वह जल्द ही सीएम आतिशी और संजय सिंह के खिलाफ आपराधिक और दीवानी मानहानि का केस दायर करेंगे। उनका कहना था, “जब सीएम आतिशी ने यह बयान दिया था कि हम बीजेपी से पैसे ले रहे हैं, उसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया था। इस कारण हम प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर पाए। लेकिन अब मैं उन दोनों नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।”
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संदीप दीक्षित ने मानहानि केस में 10 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा आधा दान करेंगे
संदीप दीक्षित ने यह भी बताया कि वह मामले में 10 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगेंगे। इस हर्जाने में से आधे पैसे, यानी 5 करोड़ रुपये, वह यमुना सफाई के लिए दान करेंगे, और बाकी 5 करोड़ रुपये दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को सुलझाने के लिए खर्च किए जाएंगे।
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज कर चुके हैं। संदीप दीक्षित का मानहानि का केस दायर करने का फैसला, कांग्रेस और AAP के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव को और तेज कर सकता है। जहां AAP यह आरोप लगाता है कि कांग्रेस के नेताओं ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है, वहीं कांग्रेस का कहना है कि AAP के नेता उनके और उनके परिवार के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
संदीप दीक्षित का मामला क्या बदल पाएगा समीकरण?
अब देखना यह होगा कि इस मामले का राजनीतिक असर क्या होगा और दिल्ली के मतदाता इस विवाद को कैसे परखते हैं। क्या यह चुनावी दंगल में नया मोड़ लाएगा या फिर यह महज एक और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में गुम हो जाएगा, यह समय ही बताएगा।