हरियाली तीज कार्यक्रम 2024: भारत विकास परिषद की सत्यम शिवम सुंदरम शाखा ने हरियाली तीज का रंगारंग कार्यक्रम धूमधाम से मनाया ।
भारत विकास परिषद की सत्यम शिवम सुंदरम शाखा द्वारा हरियाली तीज का रंगारंग कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में हर आयु वर्ग के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, जिससे यह आयोजन और भी खास और सफल बन गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करना और नई पीढ़ी को इससे जोड़ना था। महिला प्रमुख अधिवक्ता राधा रानी की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम अपने शिखर पर पहुंचा, जहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया।
हरियाली तीज कार्यक्रम 2024: कार्यक्रम की शुरुआत और स्वागत समारोह
हरियाली तीज कार्यक्रम 2024: का यह विशेष कार्यक्रम भारत विकास परिषद की शाखा सत्यम शिवम सुंदरम ने मुख्य हॉल में आयोजित किया गया था, जो हरे रंग की थीम से सुसज्जित था, जो इस त्योहार की भावना को पूरी तरह से दर्शाता था। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें सत्यम शिवम सुंदरम शाखा के प्रमुख पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। अधिवक्ता राधा रानी ने अपने स्वागत भाषण में कहा, “हरियाली तीज हमारे जीवन में हरेपन, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। यह त्योहार हमें प्रकृति के साथ जुड़े रहने और अपनी संस्कृति को सहेजने का अवसर प्रदान करता है।”
हरियाली तीज कार्यक्रम 2024: सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलकियां
हरियाली तीज कार्यक्रम 2024: कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
- नृत्य प्रतियोगिता: बच्चों के लिए नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चों ने लोकगीतों पर नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। उनकी मासूमियत और जीवंतता ने पूरे माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया। इस प्रतियोगिता में हरियाणवी, राजस्थानी और पंजाबी लोकनृत्यों की झलक देखने को मिली।
- संगीत प्रतियोगिता: महिलाओं के लिए संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न समूहों ने हिस्सा लिया। उन्होंने हरियाली तीज के पारंपरिक गीतों को गाकर माहौल को संगीतमय बना दिया। उनके सुरों में मिठास और भावनाओं ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
- फैशन शो: कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण फैशन शो रहा, जिसमें हर आयु वर्ग की महिलाओं ने भाग लिया। इस शो में महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में रैंप वॉक किया, जिसमें साड़ियों, लहंगों और सलवार-कुर्तों की विविधता ने हरियाली तीज के पारंपरिक परिधानों की महत्ता को उजागर किया।
- मेहंदी : हरियाली तीज के मौके पर मेहंदी का विशेष महत्व होता है। इस आयोजन में महिलाओं और युवतियों के लिए मेहंदी भी आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। भाग लेने वाली महिलाओं ने विभिन्न प्रकार के डिजाइन बनाए, जिनमें पारंपरिक और आधुनिक दोनों शैलियों की झलक देखने को मिली।
अधिवक्ता राधा रानी का संबोधन : हरियाली तीज कार्यक्रम 2024
हरियाली तीज कार्यक्रम 2024: कार्यक्रम की महिला प्रमुख अधिवक्ता राधा रानी ने इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा, “हरियाली तीज का यह पर्व हमारी परंपराओं का प्रतीक है। यह न केवल एक त्योहार है, बल्कि एक ऐसा अवसर है, जो हमें अपनी संस्कृति के करीब ले जाता है। आज के इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि हम अपनी जड़ों से कितने जुड़े हुए हैं।” उन्होंने सभी प्रतिभागियों की सराहना की और उन्हें इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
राधा रानी ने विशेष रूप से उन महिलाओं की प्रशंसा की, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा, “महिलाएं इस समाज की रीढ़ होती हैं। उनकी भागीदारी और उनकी मेहनत के बिना कोई भी आयोजन सफल नहीं हो सकता। आज हमने देखा कि कैसे हमारी महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, चाहे वह संस्कृति हो, कला हो या समाज सेवा।”
पुरस्कार वितरण समारोह
हरियाली तीज कार्यक्रम 2024: सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंत में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। सत्यम शिवम सुंदरम शाखा के पदाधिकारियों ने विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार केवल आपकी प्रतिभा का सम्मान नहीं है, बल्कि यह आपके प्रयासों और आपकी सांस्कृतिक धरोहर के प्रति समर्पण का प्रतीक है।”
पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों में खुशी की लहर थी। बच्चों ने अपनी ट्रॉफियों को गर्व के साथ अपने माता-पिता को दिखाया, जबकि महिलाओं ने इसे अपने जीवन का एक विशेष क्षण बताया।
भविष्य की योजनाएं
कार्यक्रम के अंत में भारत विकास परिषद की सत्यम शिवम सुंदरम शाखा के अध्यक्ष ने कहा, “यह कार्यक्रम हमारे लिए एक नई शुरुआत है। हम इस तरह के और भी कार्यक्रम आयोजित करेंगे, जो हमारी संस्कृति को बढ़ावा देने और समाज को एकजुट करने में मदद करेंगे।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि भविष्य में भी हरियाली तीज जैसे त्योहारों को और भी भव्य तरीके से मनाने की योजना है, जिसमें समाज के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
समापन
कार्यक्रम का समापन एक सांस्कृतिक नृत्य के साथ हुआ, जिसमें सभी उपस्थित लोगों ने हिस्सा लिया। इस नृत्य में पारंपरिक लोक धुनों पर सभी ने एक साथ नृत्य किया, जिससे यह त्योहार और भी खास बन गया।
https://www.facebook.com/rishi.singh.1441/followers
https://www.facebook.com/AdvRadhaRani
कार्यक्रम के अंत में, सभी उपस्थित लोगों को हरियाली तीज की शुभकामनाएं दी गईं और उन्हें प्रसाद के रूप में मिठाईयां वितरित की गईं। इस अवसर पर सभी ने एक दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा किए और कार्यक्रम के आयोजन के लिए शाखा के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।
यह भी पढ़ें …
कांग्रेस में बड़ा फेरबदल: फरहाद सूरी 2024 मे बने दिल्ली नगर निगम के प्रभारी
AAP’s guarantees for Haryana polls: Free electricity, Rs 1,000 aid for women
Haryana Election 2024 | AAP to contest solo in 2024 Haryana Assembly elections
Delhi Slum Demolition News: Chandni Chowk | Daya Basti Bolega | India
UP: Hotels, restaurants, vendors asked to display names ahead of Kanwar Yatra
मनीष सिसोदिया को 29 जुलाई को जमानत की उम्मीद : 16 महीने हो गए है जेल मे
इस प्रकार, भारत विकास परिषद की सत्यम शिवम सुंदरम शाखा द्वारा आयोजित हरियाली तीज का यह कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का एक प्रयास था, बल्कि यह समाज को एकजुट करने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम बना। इस कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि हमारी परंपराएं और संस्कृति आज भी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं और हम सभी को इसे सहेजने और बढ़ावा देने का प्रयास करना चाहिए।