SUPREME COURT: घरेलू हिंसा मामलों में जमानती वारंट पर आपत्ति जताई

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में घरेलू हिंसा से संबंधित मामलों में ट्रायल कोर्ट द्वारा जमानती वारंट जारी करने की प्रक्रिया

SUPREME COURT

Table of Contents

SUPREME COURT: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में घरेलू हिंसा से संबंधित मामलों में ट्रायल कोर्ट द्वारा जमानती वारंट जारी करने की प्रक्रिया की कड़ी आलोचना की। न्यायालय ने इस बात पर जोर दिया कि घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005 (डीवी अधिनियम) के तहत कार्यवाही में तब तक दंडात्मक परिणाम लागू नहीं होते, जब तक कि किसी पक्ष ने संरक्षण आदेश का उल्लंघन न किया हो। यह निर्णय न्यायमूर्ति संदीप मेहता की अध्यक्षता वाली पीठ ने दिया।

SUPREME COURT

SUPREME COURT: मामले की पृष्ठभूमि

मामला एक मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा घरेलू हिंसा के मामले में पक्षकारों में से एक के खिलाफ जमानती वारंट जारी करने से संबंधित था। याचिकाकर्ता ने इसे अनुचित ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। याचिकाकर्ता महिला ने अपनी याचिका में दावा किया कि उसका दिव्यांग नाबालिग बेटा है, और वह आर्थिक रूप से पूरी तरह से अपने पिता पर निर्भर है।

इसके अतिरिक्त, उसने अदालत को यह भी बताया कि दिल्ली की मजिस्ट्रेट अदालत ने उसके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है, जो कानून के अनुसार उचित नहीं है।

विधानसभा चुनाव 1998: दिल्ली में प्याज की महंगाई ने बीजेपी को रुलाया, शुरू हुआ शीला दीक्षित युग

कौन लाएगा खास योजनाएं?दिल्ली विधानसभा चुनाव में महिला वोटरों पर दलों की नजर 2025 !

सुप्रीम कोर्ट ने डीवी अधिनियम की धारा 19 और 31 का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि इस कानून के तहत कार्यवाही अर्ध-आपराधिक प्रकृति की होती है और इसके परिणाम दंडात्मक नहीं होते हैं।

अदालत ने 3 जनवरी को दिए अपने आदेश में कहा, “घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत कार्यवाही का उद्देश्य पीड़िता को राहत प्रदान करना है, न कि आरोपी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करना। जब तक सुरक्षा आदेश का उल्लंघन न हो, तब तक ऐसे मामलों में जमानती वारंट जारी करने का कोई औचित्य नहीं है। ट्रायल कोर्ट द्वारा इस प्रकार का निर्देश पूरी तरह अनुचित और कानून के विपरीत है।”

SUPREME COURT: मामला स्थानांतरित करने का आदेश

इस प्रकरण में याचिकाकर्ता महिला ने अपनी सास द्वारा दायर घरेलू हिंसा के मामले को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट से लुधियाना के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में स्थानांतरित करने की मांग की थी। उसने अपने निवेदन में बताया कि उसका स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति लुधियाना में केस की सुनवाई में सहूलियत प्रदान करेगी।

सुप्रीम कोर्ट ने मामले की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए याचिका को स्वीकार कर लिया और केस को लुधियाना की मजिस्ट्रेट अदालत में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त, न्यायालय ने कहा कि पक्षकार लुधियाना कोर्ट में उपलब्ध वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा का उपयोग कर सकते हैं, ताकि उनके लिए प्रक्रिया आसान हो सके।

सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि डीवी अधिनियम के तहत जमानती वारंट जारी करना उस स्थिति में भी अनुचित है, जब आरोपी पक्ष अदालत में उपस्थित नहीं हो पाता। न्यायालय ने कहा कि इस तरह के मामलों में, ट्रायल कोर्ट को पहले पक्षकारों को समझने और उनके समक्ष उचित प्रक्रिया अपनाने का प्रयास करना चाहिए।

न्यायालय ने यह भी कहा कि “घरेलू हिंसा अधिनियम का उद्देश्य महिला को संरक्षण और न्याय दिलाना है, न कि उसे और अधिक परेशान करना।”

SUPREME COURT: अन्य महत्वपूर्ण टिप्पणियां

Headlines Live News

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की भी आलोचना की, जिसमें नाबालिग पीड़िता की पहचान उजागर की गई थी। न्यायालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि पीड़ितों की पहचान की सुरक्षा कानूनन अनिवार्य है और इसका उल्लंघन करना गैरकानूनी है। अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह भविष्य में ऐसी गलतियों से बचने के लिए सावधानी बरते।

इस मामले में याचिकाकर्ता महिला का प्रतिनिधित्व अधिवक्ता असावरी सोढ़ी और एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड जेहरा खान ने किया। राज्य की ओर से लोक अभियोजक जी. सुधीर ने पक्ष रखा। न्यायालय ने निष्कर्ष में यह भी कहा कि डीवी अधिनियम के प्रावधानों को लागू करते समय संबंधित अधिकारियों और अदालतों को संवेदनशील और कानून के अनुरूप दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय घरेलू हिंसा से संबंधित मामलों में जमानती वारंट जारी करने की प्रक्रिया को अनुचित ठहराता है और डीवी अधिनियम के तहत पीड़ितों के संरक्षण की भावना को मजबूती प्रदान करता है।

यह स्पष्ट करता है कि ऐसे मामलों में न्याय प्रक्रिया का उद्देश्य पीड़ित को राहत प्रदान करना है, न कि आरोपी पक्ष को दंडित करना। अदालत का यह दृष्टिकोण न्यायिक प्रक्रिया को अधिक संवेदनशील और निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

SUPREME COURT
'50 सीटों' का फॉर्मूला 1 'NFS कांग्रेस की देन है' धर्मेंद्र प्रधान का पलटवार 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द का प्रभाव 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द के प्रयोग मात्र से पावर ऑफ अटॉर्नी अपरिवर्तनीय नहीं 1 'अब का सलाद खईब' गाने से मनोज तिवारी ने दिखाया महंगाई का दर्द 1 'आतंकवादी' शब्द ने बिगाड़ा माहौल 1 'आप' और बीजेपी के बीच मुकाबला 1 'कस्टम अधिकारी' 'पुलिस अधिकारी' नहीं 1 'कांग्रेस को पीलिया हो गया है' 1 'केसरी चैप्टर 2' का ट्रेलर दर्शकों के दिलों को कर गया छू 1 'गलती से मिस्टेक' 1 'जलसा' बंगला श्वेता बच्चन को किया गिफ्ट? 1 'जाट' की रिलीज से पहले उठे सवाल क्या कला और आस्था के बीच संभव है संतुलन? 1 'जाट' टाइटल पर रणदीप हुड्डा का तीखा जवाब "पहचान खुद फिल्म में सामने आएगी" 1 'जुमलों पर झाड़ू चलाएंगे फिर केजरीवाल को लाएंगे' 1 'ट्रिपल इंजन' सरकार की दिशा में सुदृढ़ कदम 1 'देवा' फिल्म की स्क्रीनिंग में रुकावट से अली गोनी का गुस्सा INOX को किया निशाना 1 'पराक्रमो विजयते' बोले अखिलेश यादव 1 'पुष्पा' पर बड़े प्रड्यूसर की विवादित टिप्पणी 1 'बड़ा भाई' 1 'बिग बॉस 18' के विनर बने करण 1 'बिग बॉस 18' में भी दिखा था अनोखा रिश्ता 1 'बिग बॉस 18' से बनी दोस्ती 1 'बिस्मिल्लाह' के साथ मां बनने की भावुक घोषणा 1 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' का नारा 0 'भूल भुलैया 2' की सफलता और तैमूर का प्यार 1 'भूल भुलैया 2'और 'भूल भुलैया 3' की सफलता 1 'मर्दानी' फ्रेंचाइजी की वापसी का ऐलान 1 'मुफ्त की रेवड़ी' आरोपों पर भाजपा को जवाब 1 'मैया यशोदा' गाने की शूटिंग के दौरान क्या हुआ था? 1 'मोहल्ला बस' से 'नमो बस सेवा' तक 1 'रावण के वंशज' आरोप 1 'लाफ्टर शेफ्स 2' में बर्थडे सेलिब्रेशन 0

खबर यहाँ समाप्त हुई

23
Headlines Live News Reader Poll

हेडलाइन्स लाइव न्यूज की खबर आपको कैसी लगी बताए ?

Facebook
WhatsApp
Twitter
Threads
Telegram

Leave a comment

अगली नई खबर शुरू यहाँ पढ़ें ...

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और नए एल्गोरिदम इंसानों के काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल सकते हैं।

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

GEMINI 3 FEATURES उन्नत reasoning और मल्टीमॉडल कौशल

Gemini 3, LMArena leaderboard में शीर्ष स्थान पर है, PhD-स्तर की reasoning क्षमता रखता है और विज्ञान, गणित जैसे विषयों में उच्च सफलता प्राप्त करता है। वीडियो, इमेज और मल्टीमॉडल क्वेरी पर भी यह बेहतरीन प्रदर्शन करता है, जो इसे व्यापक और बहु-आयामी प्रश्नों के लिए उपयुक्त बनाता है।

DIGITAL INDIA की सुविधा: अब नहीं होगी RC गुम होने की टेंशन, जानिए आसान डिजिटल तरीका 2025 !

Gemini 3 Deep Think मोड

यह नया मोड Gemini 3 की reasoning और समझ को और भी गहरा बनाता है, जिससे कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान संभव होता है। इसका प्रदर्शन AI परीक्षाओं में अप्रत्याशित रूप से बेहतर है, जो इसे विश्लेषण और योजना कार्यों में उपयोगी बनाता है।

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

सीखना, बनाना, और योजना बनाना

Gemini 3 के साथ सीखना आसान है, चाहे वह परिवार की परंपरागत रेसिपी ट्रांसलेट करना हो या ऐडवांस रिसर्च पेपर का विश्लेषण। यह ब्लॉक्स, कोड और विजुअलाइजेशन के माध्यम से जटिल जानकारियों को समझाने और प्रदर्शित करने में सक्षम है।

डेवलपर्स के लिए नया अनुभव

Google ने Google Antigravity नामक एजेंटिक डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है, जिससे डेवलपर्स Gemini 3 के साथ अधिक स्वायत्त और कार्य-केंद्रित एप्लिकेशन बना सकते हैं। यह कोडिंग को नए स्तर पर ले जाता है और निरंतर स्व-पुष्टिकरण प्रदान करता है।

योजना और ऑटोमेशन में सुधार

Gemini 3 लंबे समय के लिए योजना बनाने और जटिल, बहु-चरण वाली प्रक्रियाओं को संचालित करने में सक्षम है। यह आपके ईमेल को व्यवस्थित कर सकता है, स्थानीय सेवाएं बुक कर सकता है, और दैनिक कार्यों में मदद करता है।

सुरक्षा और जिम्मेदारी

Google ने Gemini 3 को सबसे सुरक्षित AI मॉडल बनाया है। इसमें साइबर हमलों, गलत जानकारी, और हानिकारक प्रोत्साहनों से सुरक्षा के लिए व्यापक परीक्षण और सहयोग किया गया है।

Gemini 3 का भविष्य

Gemini 3 अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है और जल्द ही इसके कई नए संस्करण और फीचर जारी होंगे। Google इसे Google एजेंसियों, डेवलपर्स, और एंटरप्राइज क्लाइंट्स तक पहुंचा रहा है।

Gemini 3 की उपलब्धता

Gemini 3 एप्लिकेशन, AI Studio, Vertex AI, Google Antigravity, और Gemini CLI के माध्यम से उपलब्ध है। कॉलैबोरेशन प्लेटफॉर्म्स जैसे GitHub, Replit में भी इसका उपयोग किया जा रहा है।

Gemini 3 पर Google की यह नई पहल AI के आयामों का विस्तार करती है और इसे हर क्षेत्र में व्यावहारिक, सुलभ और अधिक सक्षम बनाती है। इसका लक्ष्य AI को उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत और प्रभावी बनाना है।

विषयविवरण
मॉडल का नामGemini 3
मुख्य विशेषताएंउन्नत reasoning, मल्टीमॉडल इनपुट, एजेंटिक कोडिंग
प्रमुख प्रदर्शन मानकLMArena leaderboard topper, PhD-level reasoning
नया मोडGemini 3 Deep Think
उपयोगकर्ता लाभबेहतर सीखना, निर्माण, योजना, और ऑटोमेशन
डेवलपर टूल्सGoogle Antigravity, AI Studio, Vertex AI
सुरक्षाव्यापक परीक्षण, सुरक्षा सुधार
उपलब्धताGemini app, AI Studio, Vertex AI, CLI, Dritt platforms
भविष्य की योजनानए संस्करण, फीचर्स, व्यापक उपयोग
लक्ष्यAI को ज्यादा प्रभावी और व्यक्तिकृत बनाना