सुबह 5:52 बजे दिखेगा जानें क्यों कहते हैं इसे गुलाबी चांद और क्या है इसका खगोलीय कारण अप्रैल 2025 में एक विशेष खगोलीय घटना के रूप में 'पिंक मून' का अवलोकन किया जाएगा।
पिंक मून क्या है?
'पिंक मून' नाम का चंद्रमा वास्तव में गुलाबी रंग का नहीं होता। यह नाम उत्तरी अमेरिका में अप्रैल के महीने में खिलने वाले 'फ्लॉक्स सुबुलाता' नामक गुलाबी फूल से प्रेरित है।
भारत में पिंक मून कब और कैसे देखें?
समय: 13 अप्रैल 2025 की सुबह लगभग 5:52 बजे।स्थान: खुले मैदान, छत या ऊंचे स्थान जहां आकाश स्पष्ट दिखाई देता हो।
उपकरण: नंगी आंखों से देखा जा सकता है, लेकिन दूरबीन का उपयोग करने से चंद्रमा के क्रेटर और अन्य विवरण बेहतर देखे जा सकते हैं।
भारत में पिंक मून कब और कैसे देखें?
माइक्रोमून क्या होता है?
इस बार का पिंक मून एक 'माइक्रोमून' होगा, जिसका अर्थ है कि चंद्रमा पृथ्वी से अपनी सबसे अधिक दूरी (अपोजी) पर होगा।
पिंक मून देखने के टिप्स
– प्रदूषण रहित और खुले स्थान का चयन करें।– सूर्योदय से पहले का समय सबसे उपयुक्त होता है।
पिंक मून देखने के टिप्स
– दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग करने से अनुभव और भी रोचक हो सकता है। इस बार का पिंक मून एक 'माइक्रोमून' होगा