एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: धोनी की वजह से दिनेश कार्तिक को झेलनी पड़ी माफी की मुसीबत

Photo of author

By headlineslivenews.com

Spread the love

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने हाल ही में एक बड़ी गलती स्वीकार की, जिससे उन्हें काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि भारत की ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन चुनते समय वह विकेटकीपर का चयन करना ही भूल गए थे, और इसी वजह से एमएस धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं किया। यह भूल होते ही कार्तिक को एहसास हुआ कि उन्होंने कितनी बड़ी गलती की है, क्योंकि धोनी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल और महत्वपूर्ण विकेटकीपर-बल्लेबाज रहे हैं।

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन

दिनेश कार्तिक ने कहा कि एमएस धोनी का टीम में न होना न केवल एक बड़ी चूक थी, बल्कि यह उनके द्वारा की गई एक बड़ी भूल भी थी। उन्होंने अपनी गलती के लिए माफी मांगी और कहा कि धोनी को छोड़कर कोई भी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन पूरी नहीं हो सकती। कार्तिक ने यह भी कहा कि धोनी की कप्तानी और विकेटकीपिंग की शानदार स्किल्स ने भारतीय क्रिकेट को ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, और उनका योगदान कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।

इस स्वीकारोक्ति के बाद कार्तिक ने अपनी गलती को सुधारने की कोशिश की और सभी क्रिकेट प्रेमियों से माफी मांगते हुए कहा कि वह धोनी की महानता और उनके योगदान को कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते। इस पूरे वाकये से यह स्पष्ट है कि एमएस धोनी का भारतीय क्रिकेट में स्थान कितना महत्वपूर्ण और अपरिहार्य है।

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: दिनेश कार्तिक का बड़ा खुलासा: एमएस धोनी को ऑल टाइम प्लेइंग 11 में शामिल न करना मेरी सबसे बड़ी भूल

कोर्ट का निर्णय: याचिकाकर्ता की अवमानना याचिका खारिज, शॉर्टलिस्टिंग में कोई त्रुटि नहीं

राहुल द्रविड़ का खुलासा: वनडे फाइनल में हार और टी20 में जीत का असली कारण!

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। कार्तिक ने स्वीकार किया है कि उन्होंने भारत की ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन चुनते समय एक बड़ी गलती की थी। उन्होंने न केवल एमएस धोनी को अपनी टीम से बाहर रखा, बल्कि अपनी प्लेइंग 11 में कोई भी विकेटकीपर शामिल नहीं किया। इस चूक का एहसास होते ही कार्तिक ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और इसे एक “बड़ी भूल” करार दिया।

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: भारत की ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन में एमएस धोनी का न होना कैसे हुआ?

दिनेश कार्तिक ने हाल ही में क्रिकबज पर भारत की ऑल टाइम प्लेइंग 11 का चयन किया। इस टीम में रोहित शर्मा, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, युवराज सिंह, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, अनिल कुंबले, जसप्रीत बुमराह, और जहीर खान जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का नाम शामिल था। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, इस टीम में एमएस धोनी का नाम नहीं था, और न ही कार्तिक ने कोई विकेटकीपर चुना।

जब यह सूची सार्वजनिक हुई, तो क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों ने तुरंत ही ध्यान दिया कि एमएस धोनी जैसे महान खिलाड़ी को टीम से बाहर रखना एक बड़ी चूक थी। धोनी, जिन्हें भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों और सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक माना जाता है, को बाहर रखना लगभग अकल्पनीय था।

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: दिनेश कार्तिक की प्रतिक्रिया और माफी

जब यह मुद्दा सोशल मीडिया और क्रिकेट सर्कल में गरमाया, तो दिनेश कार्तिक ने खुद इस गलती को स्वीकार किया। उन्होंने क्रिकबज पर एक साक्षात्कार के दौरान कहा, “भाई लोग, बड़ा गलती हो गया। सही में वह एक गलती थी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि टीम में विकेटकीपर का चयन करना भूल जाना एक साधारण भूल थी, और इसका कोई अन्य मतलब नहीं था। कार्तिक ने कहा, “मुझे इसका एहसास तब हुआ जब एपिसोड सामने आया। इतनी सारी चीजें हो रही थीं जब मैंने यह प्लेइंग 11 बनाई, ऐसे में मैं विकेटकीपर को ही भूल गया।”

कार्तिक ने मजाक में यह भी कहा कि कुछ लोगों ने यह सोचा कि राहुल द्रविड़ टीम के विकेटकीपर हो सकते हैं, क्योंकि द्रविड़ ने अपने करियर के कुछ हिस्सों में विकेटकीपिंग की थी। लेकिन कार्तिक ने साफ किया कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था। “सौभाग्य से राहुल द्रविड़ वहां थे और सभी ने सोचा कि मैं पार्ट टाइम विकेटकीपर के साथ जा रहा हूं। लेकिन वास्तव में मैंने नहीं सोचा था कि राहुल द्रविड़ एक विकेटकीपर थे, क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि एक विकेटकीपर होने के नाते, मैं एक विकेटकीपर रखना भूल गया?”

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: एमएस धोनी का महत्व

एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक अनमोल रत्न हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 2007 का टी20 विश्व कप, 2011 का वनडे विश्व कप, और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जीताई। धोनी ने अपनी शांत नेतृत्व शैली, तेज निर्णय लेने की क्षमता, और अद्वितीय विकेटकीपिंग स्किल्स से पूरे विश्व में प्रशंसा हासिल की। उनकी बल्लेबाजी भी अविस्मरणीय रही है, खासकर जब वह निचले क्रम में आकर मैच को भारत के पक्ष में मोड़ते थे। धोनी के योगदान को नजरअंदाज करना एक बड़ी भूल मानी जाती है, और यही कारण है कि दिनेश कार्तिक की यह चूक इतनी चर्चा में आ गई।

भलस्वा डेरी पर बड़ा फैसला:16 अगस्त 2024 दिल्ली हाईकोर्ट का जजमेंट

अडानी ग्रुप की जांच में तथ्यों को छिपाने का आरोप: देवेन्द्र यादव का बयान 2024

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: दिनेश कार्तिक का करियर

दिनेश कार्तिक ने भारतीय क्रिकेट में भी एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 39 वर्षीय इस पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज ने भारत के लिए 26 टेस्ट, 94 वनडे, और 60 टी20 मुकाबले खेले हैं। उन्होंने टेस्ट में 1025 रन, वनडे में 1752 रन, और टी20 में 686 रन बनाए हैं। उनका क्रिकेट करियर भले ही धोनी जितना शानदार न हो, लेकिन कार्तिक ने कई मौकों पर भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। उनकी कुछ यादगार पारियों में 2018 में निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में खेली गई 8 गेंदों पर 29 रन की मैच जिताने वाली पारी भी शामिल है, जिसे क्रिकेट फैंस कभी नहीं भूल सकते।

Headlines Live News

एमएस धोनी ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन: धोनी और कार्तिक का रिश्ता

दिनेश कार्तिक और एमएस धोनी ने अपने करियर के दौरान एक दूसरे के साथ काफी समय बिताया है। दोनों विकेटकीपर-बल्लेबाज रहे हैं, और दोनों ने ही भारतीय टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि धोनी ने अधिक सफलता और प्रसिद्धि हासिल की, लेकिन कार्तिक ने हमेशा धोनी का समर्थन किया और उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया है। यह घटना, जिसमें कार्तिक ने धोनी को अपनी ऑल टाइम प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया, किसी भी तरह से उनके बीच किसी विवाद का संकेत नहीं है। बल्कि, यह एक साधारण गलती थी, जिसे कार्तिक ने खुले दिल से स्वीकार किया।

Headlines Live News

दिनेश कार्तिक की यह गलती, जिसमें उन्होंने एमएस धोनी को भारत की ऑल टाइम प्लेइंग 11 से बाहर रखा, एक सीख देने वाला अनुभव है। इस घटना ने यह भी दिखाया कि क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के लिए धोनी का क्या महत्व है, और कैसे उनकी उपस्थिति किसी भी टीम को मजबूती प्रदान करती है। कार्तिक की यह स्वीकारोक्ति कि यह एक बड़ी गलती थी, दर्शाती है कि वह अपने फैसलों के प्रति कितने जिम्मेदार हैं और किस तरह से वह अपने करियर और खेल के प्रति समर्पित हैं।

यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि कभी-कभी महानता और परफेक्शन के बीच एक छोटी सी भूल भी हो सकती है, लेकिन इसे स्वीकार करना और उससे सीख लेना ही सबसे महत्वपूर्ण है। दिनेश कार्तिक ने इसे खुले दिल से स्वीकार किया, और यह उनकी विनम्रता और पेशेवरता का प्रमाण है।

Sharing This Post:

Leave a Comment

Optimized by Optimole
DELHI HC: भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज को सत्येंद्र जैन के मानहानि केस में नोटिस जारी किया BOMBAY HC: पतंजलि पर जुर्माने पर रोक लगाई अतुल सुभाष आत्महत्या: बेंगलुरु कोर्ट ने पत्नी और परिवार को न्यायिक हिरासत में भेजा SUPREME COURT: भाजपा नेता गिर्राज सिंह मलिंगा को मारपीट मामले में जमानत दी” SUPREME COURT: मामूली अपराधों में जमानत में देरी पर जताई चिंता