केरल उच्च न्यायालय: शून्य विवाह से उत्पन्न बच्चों को भी माता-पिता की संपत्ति में अधिकार मिलेगा: हिंदू कानून

केरल उच्च न्यायालय ने यह पुनः स्पष्ट किया है कि हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 (HMA) के तहत शून्य विवाह से जन्मे बच्चों को

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केरल उच्च न्यायालय ने यह पुनः स्पष्ट किया है कि हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 (HMA) के तहत शून्य विवाह से जन्मे बच्चों को भी माता-पिता की संपत्ति में अधिकार मिलेगा। न्यायालय ने यह टिप्पणी एक महिला द्वारा दायर रिट याचिका की सुनवाई के दौरान की, जिसमें उसने तहसीलदार के आदेश को रद्द करने और मृत पति की संपत्ति में अपनी बेटी और सास के साथ कानूनी उत्तराधिकारी के रूप में मान्यता की मांग की थी।

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केरल उच्च न्यायालय: शून्य विवाह से उत्पन्न बच्चों को भी माता-पिता की संपत्ति में अधिकार मिलेगा

न्यायमूर्ति हरिशंकर वी. मेनन की एकल पीठ ने कहा, “सर्वोच्च न्यायालय ने माना है कि सामाजिक सुधार लाने और निर्दोष बच्चों के एक समूह को वैधता का सामाजिक दर्जा देने के लिए ये संशोधन किए गए थे, जैसा कि सर्वोच्च न्यायालय ने परायंकंदियाल एरावथकानाप्रवन कल्याणी अम्मा बनाम देवी [(1996) 4 SCC 76] के फैसले में कहा था।

इस न्यायालय ने रेवनसिद्दप्पा बनाम मल्लिकार्जुन [2023 (5) KHC 486] मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का भी उल्लेख किया, जिसमें अधिनियम की धारा 16 के संशोधित प्रावधानों के संदर्भ में यह कहा गया कि शून्य विवाह से उत्पन्न बच्चों को भी माता-पिता की संपत्ति में अधिकार मिलेगा।”

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इस मामले में, याचिकाकर्ता (पत्नी) ने 1983 में मृतक (पति) से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया था। मृतक केरल राज्य सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड में सहायक सेल्समैन के रूप में कार्यरत था और इस विवाह से एक बेटी का जन्म हुआ। उनके वैवाहिक जीवन में कई कारणों से सामंजस्य नहीं था, जिसके चलते याचिकाकर्ता ने परिवार न्यायालय में भरण-पोषण की मांग की। अदालत ने मृतक को याचिकाकर्ता को ₹3,000/- मासिक भरण-पोषण देने का आदेश दिया था।

बाद में, मृतक ने दूसरी महिला से विवाह कर लिया और याचिकाकर्ता को तलाक भी दे दिया। 2015 में मृतक का निधन हो गया और मृतक के नियोक्ता के पास याचिकाकर्ता द्वारा टर्मिनल लाभ के लिए किए गए अनुरोध को मृतक के कानूनी उत्तराधिकारियों के विवाद के कारण स्वीकार नहीं किया गया।

याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अरुण कृष्ण धन ने पेशी की, जबकि उत्तरदाताओं की ओर से वरिष्ठ सरकारी वकील जस्टिन जैकब, स्टैंडिंग काउंसल पॉलोचन एंटनी पी. और अधिवक्ता पी. समसुदीन ने पेशी की।

केरल उच्च न्यायालय: दूसरी पत्नी और उनके बच्चों को भी मृतक की संपत्ति में समान अधिकार मिलेगा

केरल उच्च न्यायालय ने एक मामले की सुनवाई के दौरान स्पष्ट किया कि शून्य विवाह से उत्पन्न बच्चों को भी उनके माता-पिता की संपत्ति में वैध अधिकार प्राप्त हैं। यह फैसला एक महिला द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान आया, जिसमें महिला ने तहसीलदार के आदेश को चुनौती दी थी। तहसीलदार ने अपने आदेश में कहा था कि मृतक की दूसरी पत्नी और उनके बच्चे मृतक के कानूनी उत्तराधिकारी हैं। याचिकाकर्ता ने इस आदेश को रद्द करने और अपने मृत पति के टर्मिनल/पेंशन लाभ की राशि जारी करने का निर्देश देने की मांग की थी।

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मामले के अनुसार, याचिकाकर्ता ने 1983 में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार मृतक से विवाह किया था और इस विवाह से एक बेटी का जन्म हुआ था। उनके वैवाहिक जीवन में कई समस्याएं होने के कारण, याचिकाकर्ता ने परिवार न्यायालय में भरण-पोषण की मांग की, जिसके बाद अदालत ने मृतक को ₹3,000 मासिक भरण-पोषण देने का आदेश दिया था। बाद में, मृतक ने इस विवाह को समाप्त कर दिया और इस्लाम धर्म अपना कर दूसरी महिला से विवाह कर लिया।

दूसरी पत्नी ने मृतक के कानूनी उत्तराधिकारी का प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन किया, जिसे तहसीलदार ने यह कहते हुए मंजूरी दी कि मृतक ने इस्लाम धर्म अपना लिया था और इस्लामिक रीति-रिवाजों के अनुसार दूसरी शादी की थी। इस आदेश से असंतुष्ट याचिकाकर्ता ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और अपने पति के टर्मिनल/पेंशन लाभ की राशि जारी करने की मांग की।

उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा, “अधिनियम की धारा 16 के संशोधित प्रावधानों के अनुसार, मृतक सी. श्रीनिवासन और चौथी उत्तरदात्री के विवाह से जन्मे तीन बच्चे भी वैध माने जाएंगे।” न्यायालय ने आगे यह भी कहा कि चूंकि मृतक और दूसरी पत्नी के बीच विवाह हुआ था, इसलिए याचिकाकर्ता के तर्कों को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

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न्यायालय ने तहसीलदार को निर्देश दिया कि वह याचिकाकर्ता, उनकी बेटी और मृतक की दूसरी पत्नी के तीन बच्चों को कानूनी उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र जारी करें। इसके साथ ही, न्यायालय ने मृतक के नियोक्ता को निर्देश दिया कि वह याचिकाकर्ता, उनकी बेटी, सास और दूसरी पत्नी के तीन बच्चों को टर्मिनल/पेंशन लाभ की राशि समान रूप से वितरित करे।

मामले का शीर्षक: अनिता टी. बनाम केरल स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं अन्य
उपस्थिति:
याचिकाकर्ता की ओर से: अधिवक्ता अरुण कृष्ण धन, पी.एस. श्रीधरन पिल्लई, अर्जुन श्रीधर, और टी.के. संदीप।
उत्तरदाताओं की ओर से: वरिष्ठ सरकारी वकील जस्टिन जैकब, स्टैंडिंग काउंसल पॉलोचन एंटनी पी., अधिवक्ता पी. समसुदीन, के.सी. एंटनी मैथ्यू, अंजू क्लेटस, जितिन लुकोज़, एम.एस. मोहम्मद अंसारी और एम. अनुरूप।

दिल्ली हाईकोर्ट

Regards:- Adv.Radha Rani for LADY MEMBER EXECUTIVE in forthcoming election of Rohini Court Delhi

'50 सीटों' का फॉर्मूला 1 'NFS कांग्रेस की देन है' धर्मेंद्र प्रधान का पलटवार 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द का प्रभाव 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द के प्रयोग मात्र से पावर ऑफ अटॉर्नी अपरिवर्तनीय नहीं 1 'अब का सलाद खईब' गाने से मनोज तिवारी ने दिखाया महंगाई का दर्द 1 'आतंकवादी' शब्द ने बिगाड़ा माहौल 1 'आप' और बीजेपी के बीच मुकाबला 1 'कस्टम अधिकारी' 'पुलिस अधिकारी' नहीं 1 'कांग्रेस को पीलिया हो गया है' 1 'केसरी चैप्टर 2' का ट्रेलर दर्शकों के दिलों को कर गया छू 1 'गलती से मिस्टेक' 1 'जलसा' बंगला श्वेता बच्चन को किया गिफ्ट? 1 'जाट' की रिलीज से पहले उठे सवाल क्या कला और आस्था के बीच संभव है संतुलन? 1 'जाट' टाइटल पर रणदीप हुड्डा का तीखा जवाब "पहचान खुद फिल्म में सामने आएगी" 1 'जुमलों पर झाड़ू चलाएंगे फिर केजरीवाल को लाएंगे' 1 'ट्रिपल इंजन' सरकार की दिशा में सुदृढ़ कदम 1 'देवा' फिल्म की स्क्रीनिंग में रुकावट से अली गोनी का गुस्सा INOX को किया निशाना 1 'पराक्रमो विजयते' बोले अखिलेश यादव 1 'पुष्पा' पर बड़े प्रड्यूसर की विवादित टिप्पणी 1 'बड़ा भाई' 1 'बिग बॉस 18' के विनर बने करण 1 'बिग बॉस 18' में भी दिखा था अनोखा रिश्ता 1 'बिग बॉस 18' से बनी दोस्ती 1 'बिस्मिल्लाह' के साथ मां बनने की भावुक घोषणा 1 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' का नारा 0 'भूल भुलैया 2' की सफलता और तैमूर का प्यार 1 'भूल भुलैया 2'और 'भूल भुलैया 3' की सफलता 1 'मर्दानी' फ्रेंचाइजी की वापसी का ऐलान 1 'मुफ्त की रेवड़ी' आरोपों पर भाजपा को जवाब 1 'मैया यशोदा' गाने की शूटिंग के दौरान क्या हुआ था? 1 'मोहल्ला बस' से 'नमो बस सेवा' तक 1 'रावण के वंशज' आरोप 1 'लाफ्टर शेफ्स 2' में बर्थडे सेलिब्रेशन 0

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GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और

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Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और नए एल्गोरिदम इंसानों के काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल सकते हैं।

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GEMINI 3 FEATURES उन्नत reasoning और मल्टीमॉडल कौशल

Gemini 3, LMArena leaderboard में शीर्ष स्थान पर है, PhD-स्तर की reasoning क्षमता रखता है और विज्ञान, गणित जैसे विषयों में उच्च सफलता प्राप्त करता है। वीडियो, इमेज और मल्टीमॉडल क्वेरी पर भी यह बेहतरीन प्रदर्शन करता है, जो इसे व्यापक और बहु-आयामी प्रश्नों के लिए उपयुक्त बनाता है।

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Gemini 3 Deep Think मोड

यह नया मोड Gemini 3 की reasoning और समझ को और भी गहरा बनाता है, जिससे कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान संभव होता है। इसका प्रदर्शन AI परीक्षाओं में अप्रत्याशित रूप से बेहतर है, जो इसे विश्लेषण और योजना कार्यों में उपयोगी बनाता है।

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सीखना, बनाना, और योजना बनाना

Gemini 3 के साथ सीखना आसान है, चाहे वह परिवार की परंपरागत रेसिपी ट्रांसलेट करना हो या ऐडवांस रिसर्च पेपर का विश्लेषण। यह ब्लॉक्स, कोड और विजुअलाइजेशन के माध्यम से जटिल जानकारियों को समझाने और प्रदर्शित करने में सक्षम है।

डेवलपर्स के लिए नया अनुभव

Google ने Google Antigravity नामक एजेंटिक डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है, जिससे डेवलपर्स Gemini 3 के साथ अधिक स्वायत्त और कार्य-केंद्रित एप्लिकेशन बना सकते हैं। यह कोडिंग को नए स्तर पर ले जाता है और निरंतर स्व-पुष्टिकरण प्रदान करता है।

योजना और ऑटोमेशन में सुधार

Gemini 3 लंबे समय के लिए योजना बनाने और जटिल, बहु-चरण वाली प्रक्रियाओं को संचालित करने में सक्षम है। यह आपके ईमेल को व्यवस्थित कर सकता है, स्थानीय सेवाएं बुक कर सकता है, और दैनिक कार्यों में मदद करता है।

सुरक्षा और जिम्मेदारी

Google ने Gemini 3 को सबसे सुरक्षित AI मॉडल बनाया है। इसमें साइबर हमलों, गलत जानकारी, और हानिकारक प्रोत्साहनों से सुरक्षा के लिए व्यापक परीक्षण और सहयोग किया गया है।

Gemini 3 का भविष्य

Gemini 3 अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है और जल्द ही इसके कई नए संस्करण और फीचर जारी होंगे। Google इसे Google एजेंसियों, डेवलपर्स, और एंटरप्राइज क्लाइंट्स तक पहुंचा रहा है।

Gemini 3 की उपलब्धता

Gemini 3 एप्लिकेशन, AI Studio, Vertex AI, Google Antigravity, और Gemini CLI के माध्यम से उपलब्ध है। कॉलैबोरेशन प्लेटफॉर्म्स जैसे GitHub, Replit में भी इसका उपयोग किया जा रहा है।

Gemini 3 पर Google की यह नई पहल AI के आयामों का विस्तार करती है और इसे हर क्षेत्र में व्यावहारिक, सुलभ और अधिक सक्षम बनाती है। इसका लक्ष्य AI को उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत और प्रभावी बनाना है।

विषयविवरण
मॉडल का नामGemini 3
मुख्य विशेषताएंउन्नत reasoning, मल्टीमॉडल इनपुट, एजेंटिक कोडिंग
प्रमुख प्रदर्शन मानकLMArena leaderboard topper, PhD-level reasoning
नया मोडGemini 3 Deep Think
उपयोगकर्ता लाभबेहतर सीखना, निर्माण, योजना, और ऑटोमेशन
डेवलपर टूल्सGoogle Antigravity, AI Studio, Vertex AI
सुरक्षाव्यापक परीक्षण, सुरक्षा सुधार
उपलब्धताGemini app, AI Studio, Vertex AI, CLI, Dritt platforms
भविष्य की योजनानए संस्करण, फीचर्स, व्यापक उपयोग
लक्ष्यAI को ज्यादा प्रभावी और व्यक्तिकृत बनाना