दिल्ली नगर निगम मेयर: पहले दिन 13 ओर फिर 6 कोचिंग सेंटर सील :2024

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By headlineslivenews.com

दिल्ली नगर निगम मेयर: पहले दिन 13 ओर फिर 6 कोचिंग सेंटर सील :2024

दिल्ली नगर निगम मेयर: दिल्ली नगर निगम की मेयर को राजिंदर नगर हादसे से सबक मिला है या कोई नया काम मिल गया

दिल्ली नगर निगम मेयर

दिल्ली नगर निगम मेयर: दिल्ली नगर निगम की मेयर को राजिंदर नगर हादसे से सबक मिला है या कोई नया काम मिल गया है इसे भी समझना जरूरी है क्योंकि मेयर साहिबा ने रजिन्द्रा नगर मे पहले दिन 13 ओर फिर 6 कोचिंग सेंटर बंद कर दिए मतलब सील लगा दी है ओर अब प्रीत विहार मे भी खुद पहुंचकर विज़िट कर रही ओर सील पर सील कर रही है ।

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दिल्ली नगर निगम मेयर: कोचिंग संस्थानों की सच्चाई – दिल्ली नगर निगम की सीलिंग पर जनता और संस्थानों की जमीनी हकीकत

इस खबर की जमीनी हकीकत मे खुलासा होगा की सील करने से कितना फायदा है ओर कितना नुकसान ओर किसका फायदा होगा ओर किसे नुकसान झेलना पड़ेगा जानेंगे इस खबर मे

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दिल्ली नगर निगम मेयर: इस सील लगाने की सच्चाई की जमीनी हकीकत को भी समझना बहुत जरूरी है पहले इन कोचिंग संस्थानों की भी जमीनी हकीकत को भी समझते है । इन कोचिंग संस्थानों ने इस देश को कई आईएएस ओर आईपीएस जैसे अधिकारी हमें सौगात मे दिए है ओर इस भीड़ मे हर तरह के संस्थान है जो कम फीस भी लेते है ओर ज्यादा भी लेकिन एक बात दिल्ली नगर निगम को भी ओर दिल्ली की जनता को भी समझना भी पड़ेगा ओर समझाना भी पड़ेगा की आखिर गलती संस्थान की है या बिल्डिंग के नियमों की है क्योंकि आधे से ज्यादा कोचिंग सेंटर किराये पर चलते है उन्हे उस बिल्डिंग के

आईएएस और आईपीएस की नर्सरी: कोचिंग संस्थानों की भूमिका और सीलिंग के पीछे की सच्चाई

दिल्ली नगर निगम मेयर: मालिकाना हक से कोई भी मतलब नहीं ओर नियमों का उलँघन बिल्डिंग के बायलॉज का हुआ है इसलिए असल दोषी सीधे तौर पर बिल्डिंग ओर उस बिल्डिंग का मालिक ओर उस बिल्डिंग के नक्शे को पास कारणे वाला अधिकारी ही दोषी है । किरायेदार की तो दूसरे दर्जे की गलती है इसलिए पहले दर्जे की कार्यवाही अगर हो तो उस बिल्डिंग यानि की प्रॉपर्टी के असल मालिक ओर प्रॉपर्टी के नक्शे को जिस अधिकारी ने पास किया है उस पर कार्यवाही होनी चाहिए केवल कोचिंग सेंटर पर ही क्यों हो ।

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कोचिंग सेंटर ने नियमों का उलँघन करने वाली प्रॉपर्टी किराये पर ली इसमे बेशक आप उसकी गलती मान सकते है लेकिन सारी गलती कोचिंग सेंटर वालों की है ऐसा मानना उचित ना होगा

लेकिन इस सील पर सील लगाने वाली मुहिम मे कोचिंग संस्थानों के नाम उजागर करके इन संस्थानो की प्राइवसी ओर बदनामी के साथ खेल मत खेलों क्योंकि बिजली के करंट लगने से हुई मौत ओर तीन बच्चों के डूबने से हुई दर्दनाक मौत उस बिल्डिंग के सुरक्षा मानकों की अनदेखी की वजह से हुई ओर साथ ही मे नालों की नियमित सफाई नहीं होने की लापरवाही ही उसका एक मात्र कारण नजर आती है ।

लेकिन ऐसा मेरा कहना की नालों की नियमित सफाई तो हुई है ओर वो भी सब पेपरों मे हकीकत मे अगर हुई होती तो बिल्डिंग के नियमों की भी धज्जियां नहीं उड़ती ओर जो नई बिल्डिंग बनती उसमे बेसमेंट भी बनते लेकिन शायद अब बेसमेंट पर रोक लग जाए ओर सख्ती भी बरती जाए

अब मेरे कुछ सवाल है दिल्ली नगर निगम से भी ओर दिल्ली सरकार से भी ओर अगर सीधे तौर पर कहूँ तो आप पार्टी से क्योंकि दोनों मे ही आप पार्टी की सरकार है इसलिए आपके पास खूब समय है परिवर्तन लाने के लिए ओर इसमे मेरे कुछ सुझाव है। सबसे पहले आप रिहायशी इलाकों से कमर्शियल गतिविधिया बंद कराए

बिल्डिंग नियम या संस्थानों की गलती: दिल्ली में कोचिंग सेंटर सीलिंग पर विस्तृत विश्लेषण

हर रिहायशी इलाके मे हर बिल्डिंग मे आपको इंकरोंचमेंट मिल जाएगा किसी का छज्जा फालतू दिखेगा तो किसी ने नाले को पाट कर पार्किंग बना ली है तो किसे ने फुलवारी ओर बगीचा बना लिया है , उसे बंद करे ,गली गली मे आपको advertisement के अवैध बोर्ड , पोस्टर , बैनर आपको दिखेंगे उन्हे हटाए ओर लगने से रोके , नई बन रही बिल्डिंग का जायजा ले ओर उसमे सुधार कराए

अपने अधिकारी पर नजर रखे ओर लापरवाही ओर भ्रष्टाचारी की कोई भी गुंजाइश ना रखे ओर आखिरी सुझाव अपनी ईमानदारी बना कर रखे
अगर मेरे द्वारा दिए गए सुझावों पर भी कुछ अमल हो जाए तो शायद दिल्ली का कुछ तो भला होगा , वरना दूसरी जमीनी हकीकत यह कहती है की जिस संस्थानों को आज सील कर रहे है कल उनसे हाथ मिलाकर उनकी सील भी खोल देंगे क्योंकि बेसमेंट थोड़े ही कोचिंग सेंटरों का है वो तो सिर्फ किरायेदार है ओर रह गई बात बेसमेंट वाली प्रॉपर्टी के मालिक की उसको कौन तोड़ता है , यहाँ कोई बुलडोजर बाबा या मामा की सरकार थोड़े ही है जो तुरंत एक्शन हो जाएगा ।

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दिल्ली की सरकार तो दिल्ली के बेटे ओर भाई की सरकार है मतलब सब परिवार ही तो है सब निपट जाएगा । अब क्या होगा कोचिंग सेंटर वालों के साथ ओर क्या होगा बेसमेंट वाली प्रॉपर्टी के मालिकों के साथ वो तो अब आने वाला समय ही बताएगा । नेता ओर मीडिया थोड़े ही सब बता देंगे , ओर जो भी होगा समय रहते सब पता चल जाएगा

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