दिल्ली मोबाईल चोरी विरोधी अभियान के तहत उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस की एंटी बर्गलरी एवं मोबाइल ट्रेसिंग सेल ने जहांगीरपुरी में 105 चोरी मोबाइल बरामद कर मोबाइल चोरी-छिनौती रैकेट का पर्दाफाश किया। आरोपी मोहम्मद शाहरूख ने चोरी मोबाइलों में बदलाव कर पुनः बिक्री की बात स्वीकारी।
मोबाईल चोरी रैकेट का भंडाफोड़ 105 चोरी मोबाइल फोन बरामद
दिल्ली के उत्तर-पश्चिम जिले की एंटी बर्गलरी, स्नैचिंग एवं मोबाइल ट्रेसिंग सेल ने एक संगठित मोबाइल चोरी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए आरोपी मोहम्मद शाहरूख को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से लगभग 105 चोरी किए गए स्मार्टफोन बरामद हुए, जिनमें से 5 फोन सीधे चोरी से संबंधित कई थानों के एफआईआर में दर्ज हैं। इस बड़ी कार्रवाई से जिले के मोबाइल चोरी व स्नैचिंग मामलों में विघ्न डालने का प्रयास सफल रहा।
CRIME NEWS: दिल्ली के छतरपुर में कॉल सेंटर में भीषण आग, दमकल की टीम ने पाया काबू 2025 !
मोबाईल चोरी रैकेट का तरीका
पुलिस की जांच से पता चला कि आरोपी मोहम्मद शाहरूख चोरी किए गए मोबाईल चोरी फोन स्नैचरों और छोटे-वसूली के अपराधियों से खरीदता था। इसके बाद वह मोबाइल के बॉडी पार्ट्स और आंतरिक पुर्जों में बदलाव करता था, ताकि फोन की पहचान छुप सके। इसके बाद यह स्मार्टफोन पुनः बेचे जाते थे। यह कार्य पूरी तरह योजनाबद्ध तरीके से होता था जिससे चोरी और छिनौती के मामलों में गड़बड़ी को कम किया जा सके।
बड़े पैमाने पर मोबाईल चोरी बरामदगी
8 अक्टूबर 2025 को पुलिस ने निशानदेही पर जहांगीरपुरी स्थित कबाड़ी मार्केट, कुशल सिनेमा रोड में छापेमारी की। तलाशी के दौरान आरोपी से संगठित रूप से चोरी किए गए कुल 105 स्मार्टफोन बरामद हुए, जिनमें से कम से कम 5 मोबाईल चोरी फोन उन ई-एफआईआर केस से जुड़े थे जो शहर के विभिन्न थाना आदर्श नगर, मॉडल टाउन, जहांगीरपुरी, समयपुर बादली और मुखर्जी नगर में दर्ज थे।
105 स्मार्टफोनों में से लगभग 70 के IMEI नंबर जांच के लिए उपलब्ध थे, जबकि बाकी 35 फोन या तो बंद थे या अपने IMEI को लॉक कर चुके थे। इनकी पहचान CEIR पोर्टल तथा IMEI सर्च सिस्टम के तहत की जा रही है जिससे फोनों के वास्तविक मालिकों तक पहुंच बनाई जा सके।
पुलिस टीम और नेतृत्व
इस विशेष ऑपरेशन का नेतृत्व इंस्पेक्टर चैतन्य अभिजीत ने किया, जो उत्तर-पश्चिम जिला एंटी बर्गलरी, मोबाईल चोरी ट्रेसिंग सेल के इंचार्ज हैं। उनकी टीम में SI विश्व प्रताप, SI उमेश पाल, HC मुकेश कुमार, HC प्रभात तथा HC सुनील शामिल थे। टीम ने ACP राजीव कुमार के पर्यवेक्षण में चाक-चौबंद तरीके से छानबीन और गुप्त सूचना के आधार पर कारवाई की।
एफआईआर और सुलझाए गए मामले
पुलिस ने जिन पांच चोरी के मामलों में आरोपित की बरामदगी की पुष्टि की है, वे इस प्रकार हैं:
- FIR No. 80071000/2025, थाना आदर्श नगर, धारा 303(2) BNS
- FIR No. 80129864/2024, थाना मॉडल टाउन, धारा 303(2) BNS
- FIR No. 80052729/2025, थाना महेन्द्रा पार्क, धारा 303(2) BNS
- FIR No. 80086458/2025, थाना समयपुर बादली, धारा 303(2) BNS
- FIR No. 80127482/2024, थाना मुखर्जी नगर, धारा 303(2) BNS
यह सभी मामले मोबाइल फोन चोरी और स्नैचिंग से जुड़े हैं जिनमें आरोपी की सहभागिता पाई गई है।
पूछताछ और आगे की कार्रवाई
पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि डंपिंग मार्केट और कबाड़ी बाजारों के माध्यम से वह पुराने मोबाइलों का पुनर्विक्रय करता है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच में अन्य सहयोगियों तथा मोबाइल बाजारों के नेटवर्क का पता लगाने शुरू कर दिया है।
मोबाईल चोरी और चोरी के मोबाइल ट्रेसिंग की बढ़ती घटनाएं
दिल्ली में मोबाईल चोरी तथा स्नैचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिसका श्रेय अपराधियों द्वारा मोबाईल चोरी फोन की पुनर्विक्रय की सुविधा को जाता है। न सिर्फ चोरी, बल्कि ऐसे मोबाइलों का फुटकर या थोक में व्यापार से जुड़ी अपराधिक नेटवर्क दिल्ली एनसीआर में सक्रिय हैं।
मोबाईल चोरी रोधी पुलिस की प्रतिबद्धता
उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस इस पर विशेष ध्यान दे रहा है एवं मोबाइल ट्रेसिंग सेल के माध्यम से नियमित तौर पर चोरी हुए मोबाइल फोन की ट्रेसिंग कर उनके असली मालिकों तक पहुँचाने का कार्य कर रहा है। साथ ही मोबाइल चोरी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कट्टर कार्रवाई सुनिश्चित कर रहा है।
डीसीपी उत्तर-पश्चिम जिला, भीष्म सिंह, आईपीएस ने कहा, “हम जनता को भरोसा दिलाते हैं कि मोबाइल चोरी करने वालों को छोड़ने का नाम नहीं। हमारी टीम लगातार टिकटिक्स और तकनीक का उपयोग कर अपराध को जड़ से मिटाने की दिशा में काम कर रही है।”
उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस द्वारा संचालित इस प्रकार के सफल ऑपरेशन से न केवल एक बड़े मोबाइल चोरी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है, बल्कि मजबूती से दर्शाया है कि अपराधी चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, पुलिस उन्हें पकड़ने और कानून का दंड दिलाने में सक्षम है। जनता की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था में सुधार के लिए पुलिस की यह प्रतिबद्धता लगातार जारी रहेगी।
यहाँ पूरी खबर की मुख्य जानकारी को टेबल (सारणी) के रूप में पेश किया गया है, जो वेबसाइट पोस्ट के लिए उपयुक्त और SEO फ्रेंडली है:
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| प्रचारित अपराधी टीम | उत्तर-पश्चिम जिला एंटी बर्गलरी, स्नैचिंग एवं मोबाइल ट्रेसिंग सेल |
| ऑपरेशन तिथि | 08.10.2025 |
| परिचालन क्षेत्र | कबाड़ी मार्केट, कुशल सिनेमा रोड, जहांगीरपुरी, दिल्ली |
| गिरफ्तार आरोपी | मोहम्मद शाहरूख, पुत्र मोहम्मद रकीब, निवासी जहांगीरपुरी, उम्र 29 वर्ष |
| आरोपी की आपराधिक पृष्ठभूमि | कोई पूर्व अपराध रिकॉर्ड नहीं |
| बरामद कुल मोबाइल फोन | 105 मोबाइल फोन |
| चोरी से जुड़े फोन | 5 फोन चोरी के ई-एफआईआर से जुड़े थे (आदर्श नगर, जहांगीरपुरी, मॉडल टाउन, मुखर्जी नगर, समयपुर बादली) |
| पहचान योग्य IMEI | 70 फोन के IMEI नंबर पहचान योग्य |
| अन्य IMEI स्थिति | 35 फोन लॉक या स्विच ऑफ थे, जांच जारी |
| आरोपी का खुलासा | चोरी मोबाइल खरीदता था, बॉडी और आंतरिक पुर्जों में बदलाव कर पुनः बेचता था |
| पुलिस टीम के सदस्य | इंस्पेक्टर चैतन्य अभिजीत (नेता), SI विश्व प्रताप, SI उमेश पाल, HC मुकेश कुमार, HC प्रभात, HC सुनील |
| सुलझाए गए प्रमुख मामलों | 5 एफआईआर केस जो चोरी/स्नैचिंग से संबंद्ध थे। केस नंबर: 80071000/2025, 80129864/2024, 80052729/2025, 80086458/2025, 80127482/2024 |
| पुलिस अधिकारी | भीष्म सिंह, आईपीएस, उपायुक्त पुलिस, उत्तर-पश्चिम जिला |
| कार्रवाई का महत्व | बड़े पैमाने पर चोरी मोबाइल फोन बरामद, स्थानीय मोबाइल चोरी रैकेट का भंडाफोड़, चोरी मोबाइलों की पहचान और मालिकों तक पहुंच |
| वर्तमान जांच स्थिति | तकनीकी जांच जारी, बरामद मोबाइल फोन के वास्तविक मालिकों की पहचान के लिए CEIR पोर्टल पर काम |












