दिल्ली शराब घोटाला 2024: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘उन्होंने कथित शराब घोटाला मामले में मुझे, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। 500 से ज्यादा छापे मारे गए लेकिन एक पैसा भी बरामद नहीं हुआ। शराब घोटाला फर्जी है, कोई सबूत नहीं है, कोई बरामदगी नहीं है, जो भी गिरफ्तार हुए हैं उन्हें छोड़ दीजिए।’
दिल्ली शराब घोटाला 2024: अरविंद केजरीवाल का प्रेस कॉन्फ्रेंस और सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम जमानत
दिल्ली शराब घोटाला 2024: नई दिल्ली हेडलाइन्स लाइव न्यूज – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली शराब घोटाला मामले पर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि इस मामले में कोई ठोस सबूत या पैसा बरामद नहीं हुआ है। केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह की गिरफ्तारी और इस मामले में मोदी सरकार की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
केजरीवाल का बयान और आरोप ,दिल्ली शराब घोटाला 2024
अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “पिछले दो साल से शोर मचा रहे हैं कि दिल्ली में शराब घोटाला हो गया। इन्होंने मुझे, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। 500 से ज्यादा छापे मारे गए, लेकिन एक पैसा भी बरामद नहीं हुआ। शराब घोटाला फर्जी है, कोई सबूत नहीं है, कोई बरामदगी नहीं है, जो भी गिरफ्तार हुए हैं उन्हें छोड़ दीजिए।”
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केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के पास इस तथाकथित घोटाले को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर 100 और 1100 करोड़ का घोटाला है, तो पैसा कहीं तो रखा होगा? हमने कहीं तो इस पैसे को खर्च किया होगा, लेकिन इन्हें पैसे का हिसाब-किताब नहीं मिला। कहीं तो हमने ज्वेलरी खरीदी होगी, कहीं जमीन खरीदी होगी, कहीं कुछ कैश रखा होगा, कहीं कोई बैंक अकाउंट होगा, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। उन्हें एक धेला भी नहीं मिला।”
प्रधानमंत्री पर सीधा हमला – दिल्ली शराब घोटाला 2024:
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “कल प्रधानमंत्री से एक इंटरव्यू में ये सवाल पूछा गया कि अरविंद केजरीवाल कह रहा है कि इस तथाकथित शराब घोटाले में कोई पैसा और सबूत नहीं मिला। प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि कोई पैसा इसलिए नहीं मिला क्योंकि अरविंद केजरीवाल एक अनुभवी चोर हैं। तो कल पूरे देश के सामने प्रधानमंत्री ने कबूल किया कि शराब घोटाले में उनके पास कोई सबूत नहीं है।”
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान को लेकर कहा, “इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि इस तथाकथित घोटाले में कोई सबूत नहीं है और यह केवल एक राजनीतिक षड्यंत्र है। प्रधानमंत्री जी ने खुद माना कि इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं है।”
दिल्ली शराब घोटाला 2024: सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम जमानत
दिल्ली शराब घोटाला 2024 मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी है। कोर्ट ने उन्हें 2 जून को सरेंडर करने का आदेश दिया है। इस अंतरिम राहत के बावजूद, केजरीवाल इस मामले को लेकर लगातार हमलावर हैं और उन्होंने मोदी सरकार पर आरोपों की बौछार जारी रखी है।
दिल्ली शराब घोटाला 2024: केजरीवाल के बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आम आदमी पार्टी (AAP) के समर्थकों ने उनके आरोपों का समर्थन किया है और कहा है कि यह मामला केवल AAP को बदनाम करने की साजिश है। AAP के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हमारे नेताओं के खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। यह केवल हमारे काम को रोकने और हमारी छवि को धूमिल करने की साजिश है।”
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केजरीवाल के आरोपों को खारिज कर दिया है। बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा, “केजरीवाल जी अपने झूठ को छुपाने के लिए प्रधानमंत्री पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। सच्चाई यह है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से अपना काम कर रही हैं और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे कानून का सामना करना होगा।”
जनता की प्रतिक्रिया
दिल्ली के नागरिकों के बीच इस मामले को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग केजरीवाल के बयानों का समर्थन कर रहे हैं और मानते हैं कि यह मामला केवल राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है। वहीं, कुछ लोग यह मानते हैं कि यदि जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं तो कुछ न कुछ ठोस सबूत जरूर होंगे।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “मुझे लगता है कि यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है। अगर कोई घोटाला हुआ होता, तो अब तक सबूत सामने आ जाते।” वहीं, एक अन्य निवासी ने कहा, “जांच एजेंसियों को अपना काम करने देना चाहिए। अगर केजरीवाल निर्दोष हैं, तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।”
दिल्ली शराब घोटाला 2024 मामला आने वाले समय में और भी पेचीदा हो सकता है। केजरीवाल और उनकी पार्टी इस मामले को राजनीतिक साजिश बताते हुए जनता के बीच समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार और भाजपा इस मामले की जांच को सही ठहराते हुए दोषियों को सजा दिलाने की बात कर रही है।
इस मामले का असर आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है। अगर केजरीवाल और उनकी पार्टी इस मामले को जनता के बीच प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने में सफल होते हैं, तो इससे उन्हें चुनावों में लाभ मिल सकता है। वहीं, भाजपा इस मामले को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई के रूप में प्रस्तुत कर सकती है।
अरविंद केजरीवाल का प्रहार: “आपकी सारी सीबीआई निकम्मी है”
दिल्ली शराब घोटाला 2024: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीबीआई और ईडी की जांच पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि यदि इस मामले में कोई सबूत नहीं मिला है तो इसका मतलब है कि जांच एजेंसियों की क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
दिल्ली शराब घोटाला 2024: अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान में कहा, “कल पूरे देश के सामने प्रधानमंत्री जी ने कबूल किया कि इस शराब घोटाले में कहीं कोई सबूत नहीं मिला। अगर कोई सबूत नहीं मिला तो इसका मतलब है कि आपकी सारी सीबीआई निकम्मी है। आपके सारे ईडी अफसर निकम्मे हैं।” केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह तो गलत गिरफ्तारी को जायज बताने का एक बहाना है।
केजरीवाल ने अपने बयान में प्रधानमंत्री मोदी के एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं स्वीकार किया कि इस तथाकथित शराब घोटाले में कोई ठोस सबूत नहीं है। केजरीवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री जी ने सारे देश के सामने कबूल किया कि एक भी सबूत नहीं है और अरविंद केजरीवाल अनुभवी चोर है। प्रधानमंत्री जी, जब आप कबूल कर ही चुके हैं कि पूरा शराब घोटाला फर्जी है, इसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो छोड़ दीजिए फिर इसे।”
आरोप और जवाब – दिल्ली शराब घोटाला 2024:
इस पूरे मामले में केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह गिरफ्तारियां और जांच केवल राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, “पिछले दो साल से शोर मचा रहे हैं कि दिल्ली में शराब घोटाला हो गया। इन्होंने मुझे, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। 500 से ज्यादा छापे मारे गए, लेकिन एक पैसा भी बरामद नहीं हुआ। शराब घोटाला फर्जी है, कोई सबूत नहीं है, कोई बरामदगी नहीं है, जो भी गिरफ्तार हुए हैं उन्हें छोड़ दीजिए।”
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के पास इस तथाकथित घोटाले को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर 100 और 1100 करोड़ का घोटाला है, तो पैसा कहीं तो रखा होगा? हमने कहीं तो इस पैसे को खर्च किया होगा, लेकिन इन्हें पैसे का हिसाब-किताब नहीं मिला। कहीं तो हमने ज्वेलरी खरीदी होगी, कहीं जमीन खरीदी होगी, कहीं कुछ कैश रखा होगा, कहीं कोई बैंक अकाउंट होगा, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। उन्हें एक धेला भी नहीं मिला।”
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10 साल केजरीवाल: आप सरकार के कारण राजधानी दिल्ली बर्बाद हो चुकी है।- देवेन्द्र यादव
जांच एजेंसियों की क्षमता पर सवाल
केजरीवाल ने इस मामले में सीबीआई और ईडी की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यदि इन एजेंसियों के पास ठोस सबूत नहीं हैं तो उनकी जांच की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा, “अगर कोई सबूत नहीं मिला तो इसका मतलब है कि आपकी सारी सीबीआई निकम्मी है। आपके सारे ईडी अफसर निकम्मे हैं।”
केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह तो गलत गिरफ्तारी को जायज बताने का एक बहाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने सारे देश के सामने कबूल किया कि एक भी सबूत नहीं है और अरविंद केजरीवाल अनुभवी चोर है। केजरीवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री जी, जब आप कबूल कर ही चुके हैं कि पूरा शराब घोटाला फर्जी है, इसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो छोड़ दीजिए फिर इसे।”
प्रधानमंत्री का जवाब और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब पर भी कई राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। बीजेपी के प्रवक्ताओं ने केजरीवाल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि केजरीवाल अपने झूठ को छुपाने के लिए प्रधानमंत्री पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। एक बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “केजरीवाल जी अपने झूठ को छुपाने के लिए प्रधानमंत्री पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। सच्चाई यह है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से अपना काम कर रही हैं और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे कानून का सामना करना होगा।”
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के समर्थकों ने केजरीवाल के आरोपों का समर्थन किया है और कहा है कि यह मामला केवल AAP को बदनाम करने की साजिश है। AAP के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हमारे नेताओं के खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। यह केवल हमारे काम को रोकने और हमारी छवि को धूमिल करने की साजिश है।”
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जनता की प्रतिक्रिया
दिल्ली के नागरिकों के बीच इस मामले को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग केजरीवाल के बयानों का समर्थन कर रहे हैं और मानते हैं कि यह मामला केवल राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है। वहीं, कुछ लोग यह मानते हैं कि यदि जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं तो कुछ न कुछ ठोस सबूत जरूर होंगे।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “मुझे लगता है कि यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है। अगर कोई घोटाला हुआ होता, तो अब तक सबूत सामने आ जाते।” वहीं, एक अन्य निवासी ने कहा, “जांच एजेंसियों को अपना काम करने देना चाहिए। अगर केजरीवाल निर्दोष हैं, तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।”
दिल्ली शराब घोटाला मामला भारतीय राजनीति के वर्तमान परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के आरोपों और भाजपा के जवाबों के बीच यह मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम जमानत और केजरीवाल के बयानों ने इस मामले को और भी जटिल बना दिया है। आने वाले समय में इस मामले का क्या परिणाम होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। जनता की निगाहें अब इस मामले की जांच और आगामी राजनीतिक घटनाक्रम पर टिकी हैं।