नई दिल्ली – 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड दिल्ली विधानसभा की आठवीं सत्र की सौवीं कार्यदिवस की उपलब्धियों पर गुरुवार को एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री और ईस्ट दिल्ली के सांसद हर्ष मल्होत्रा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, जिनके साथ विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, समाज कल्याण मंत्री रवींद्र इंद्राज सिंह, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट और मुख्य सचेतक अभय वर्मा भी शामिल थे।
रिपोर्ट कार्ड का उद्देश्य
100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड में दिल्ली विधानसभा की अब तक की उपलब्धियों को उजागर किया गया है। इसमें उन्होंने पारदर्शिता, सतत विकास और सांस्कृतिक संरक्षण जैसे तीन प्रमुख सिद्धांतों को प्रमुखता से रखा। दिल्ली विधानसभा ने धरातल पर इन्हें अपनाते हुए कई पहल शुरू की हैं, जो भविष्य के कामकाज का आधार बनेगी।
मुख्य अतिथि हर्ष मल्होत्रा का संदेश
- हर्ष मल्होत्रा ने विधानसभा की कार्यशैली की सराहना की और इसे ‘प्रतिबिंब’ बताया, क्योंकि इसमें पारदर्शिता और उत्साह स्पष्ट रूप से नज़र आते हैं।
- उन्होंने ‘विरासत से विकास की ओर’ वाली थीम को भी विशेष रूप से सराहा क्योंकि यह विधानसभा की दृष्टि में संतुलन का प्रतीक है।
- मल्होत्रा ने कहा कि विधानसभा में पिछले 100 दिनों में कोई व्यवधान या अव्यवस्था नहीं हुई—यह एक बड़ी उपलब्धि है, इसे पहले आम समस्या माना जाता था।
- स्वागत करते हुए, उन्होंने कहा कि विधानसभा भवन एक जीवंत विरासत है और इसकी संरचना ने देश की समृद्ध लोकतांत्रिक भावना को बनाए रखा है।
विजेंद्र गुप्ता की प्राथमिकताएँ
- विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने रिपोर्ट कार्ड के जरिये पारदर्शिता, सतत विकास और सांस्कृतिक संरक्षण पर जोर दिया।
- उन्होंने बताया कि आजकल दिल्ली में न केवल पारदर्शिता की चर्चा होती है, बल्कि संवैधानिक प्रक्रियाओं में इसका व्यावहारिक पालन भी हो रहा है।
- साथ ही, उन्होंने युवा और नव-निर्वाचित विधायकों के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है, जिससे नेतृत्व की बहुविधता को बढ़ावा मिलेगा।
- रिपोर्ट कार्ड में यह भी बताया गया कि विधानसभा में पहली बार हिंदू नव वर्ष समारोह मनाया गया, युवा संसद आयोजित हुई और ‘सर्वश्रेष्ठ विधायक पुरस्कार’ की घोषणा भी की गई।
नई पहलों का विवरण
- सर्वश्रेष्ठ विधायक पुरस्कार – विधायकों द्वारा सुशासन और आचरण में उत्कृष्टता को मान्यता देना।
- नव-निर्वाचित विधायकों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम – नयी ऊर्जा वाले सदस्यों को विधानसभा के कामकाज से परिचित कराना।
- हिंदू नव वर्ष समारोह – धार्मिक और सांस्कृतिक आनुष्ठान का एक सार्वजनिक रूप।
- युवा संसद आयोजन – भविष्य के नेताओं को मंच उपलब्ध कराने की दिशा में सकारात्मक पहल।
सतत विकास की पहल
रिपोर्ट कार्ड में उल्लेखित एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय यह भी है कि मुख्यमंत्री अरविंद गुप्ता और अधिकारियों द्वारा दिल्ली को स्वच्छ बनाने के लिए कई सामाजिक-पर्यावरणीय प्रयास किए गए हैं। हालांकि, अभ्यास के तौर पर रिपोर्ट कार्ड में संयंत्रों और भूमि उपयोग, पारदर्शिता पर विशेष जोर नहीं था क्योंकि ये विषय संबंधित हादसों से परे थे।
दिल्ली में सांस्कृतिक संरक्षण को मिला नया आयाम
दिल्ली विधानसभा के 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड न केवल एक औपचारिक दस्तावेज है, बल्कि यह दिशा-निर्देशों और निर्णयों का दस्तावेज भी है। इसने पारदर्शिता, सतत विकास और सांस्कृतिक संरक्षण को आधार बनाकर दिल्ली को और अधिक लोकतांत्रिक और जमीनी स्तर पर ज्ञानवर्धक बनाया है।
मुख्य अतिथि हर्ष मल्होत्रा और अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के बयानों ने यह विश्वास जगाया कि दिल्ली अब सिर्फ शासन नहीं करना चाहता, बल्कि शासकीय इदारे को उत्तरदायी, सक्रिय और प्रेरक बनाना चाहता है।












