BJP पर आरोप: नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता मनोज तिवारी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करने की चेतावनी दी है।
संजय सिंह का आरोप है कि बीजेपी उनके और उनके परिवार को बदनाम करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी अनीता सिंह के मतदाता पहचान पत्र को लेकर झूठी अफवाहें फैलाकर बीजेपी नेता उनकी छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
BJP पर आरोप: बीजेपी पर गंभीर आरोप
BJP पर आरोप: संजय सिंह ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “बीजेपी वाले झूठ फैलाते रहते हैं। मेरी पत्नी का नाम मतदाता सूची से हटवाने की कोशिश की गई। इसके लिए झूठी अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि उनकी पत्नी का सुल्तानपुर में भी वोट है।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता मनोज तिवारी और अमित मालवीय ने उनके परिवार की छवि खराब करने के लिए झूठा प्रचार किया है।
संजय सिंह ने कहा, “मेरी पत्नी ने 4 जनवरी 2024 को सुल्तानपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी को एक एप्लिकेशन देकर यह स्पष्ट कर दिया था कि उनका नाम वहां की मतदाता सूची से हटाया जाए। इसके बावजूद बीजेपी नेता इस मुद्दे को लेकर झूठी खबरें फैला रहे हैं। यह न केवल मेरे परिवार का अपमान है, बल्कि पूर्वांचल समाज का भी अपमान है।”
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BJP पर आरोप: मानहानि का केस करने की तैयारी
संजय सिंह ने कहा कि अब वह बीजेपी नेताओं मनोज तिवारी और अमित मालवीय के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा, “यह केवल मेरा नहीं, बल्कि पूरे पूर्वांचल समाज का अपमान है। बीजेपी ने दिल्ली की विभिन्न विधानसभाओं में पूर्वांचली मतदाताओं के नाम काटने के लिए हजारों एप्लिकेशन दी हैं। लेकिन उनकी इस साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। हम इसे कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर चुनौती देंगे।”
पूर्वांचल समाज का अपमान
संजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी पूर्वांचल समाज को लगातार निशाना बना रही है। उन्होंने कहा, “बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्वांचलियों को रोहिंग्या और बांग्लादेशी कहकर उनका अपमान किया। यही नहीं, उन्होंने मतदाता सूची से पूर्वांचली लोगों के नाम हटाने के लिए आवेदन दिया। जब मैंने संसद में इस मुद्दे को उठाया, तो मेरे परिवार को निशाना बनाया गया।”
पूर्वांचली मतदाताओं का दिल्ली की राजनीति में योगदान
पूर्वांचली लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं, जो दशकों से दिल्ली में बसे हुए हैं और शहर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण वोट बैंक बन चुके हैं। संजय सिंह और उनकी पत्नी अनीता सिंह पूर्वांचल से ताल्लुक रखते हैं। बीजेपी के इस कथित कदम को लेकर संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी का उद्देश्य दिल्ली की राजनीति से पूर्वांचली मतदाताओं को बाहर करना है।
बीजेपी का पलटवार
हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पार्टी के नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी केवल सहानुभूति पाने के लिए ऐसे आरोप लगा रही है। बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा कि संजय सिंह के आरोप आधारहीन हैं और उनका उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ लेना है।
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वोटर सूची विवाद में सियासी रंग
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली में मतदाता सूची को लेकर विवाद हुआ है। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए, इस मुद्दे ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। संजय सिंह का दावा है कि बीजेपी उनकी पत्नी का नाम नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची से हटवाने की कोशिश कर रही है।
संजय सिंह ने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाते रहेंगे और पूर्वांचली मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
आगामी चुनावों में वोटर सूची विवाद का राजनीतिक उपयोग
अब यह देखना होगा कि संजय सिंह द्वारा मानहानि का केस दर्ज किए जाने के बाद इस विवाद का राजनीतिक असर क्या होता है। दिल्ली की राजनीति में वोटर सूची और क्षेत्रीय मतदाताओं का यह मुद्दा आगामी चुनावों में एक बड़ा राजनीतिक हथियार बन सकता है।