नई वोटर लिस्ट से खुलासा: दिल्ली में अगले तीन महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और इसी के मद्देनज़र वोटर लिस्ट तैयार की जा रही है।
इस प्रक्रिया में सामने आया है कि पिछले 10 महीनों में राजधानी में मतदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। निर्वाचन आयोग के अनुसार, जनवरी 2024 में जारी हुई फाइनल वोटर लिस्ट के बाद अब तक कुल 4,83,817 नए वोटर जुड़े हैं। यह वृद्धि दिल्ली के कुल वोटर बेस में 3.28 प्रतिशत की है। इस बढ़ोतरी ने राजधानी के चुनावी परिदृश्य में नई हलचल पैदा कर दी है।
नई वोटर लिस्ट से खुलासा: 10 महीनों में वोटरों की संख्या में वृद्धि
नई वोटर लिस्ट से खुलासा: निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2024 में वोटरों की कुल संख्या 1,47,18,119 थी, जो अब बढ़कर 1,52,01,936 हो गई है। इस दौरान लगभग 5 लाख नए वोटर सूची में शामिल हुए। बाहरी दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में यह वृद्धि सबसे ज्यादा देखने को मिली है। इनमें बुराड़ी और बवाना विधानसभा क्षेत्र प्रमुख हैं।
- बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र: यहां मतदाताओं की संख्या 3,83,040 से बढ़कर 4,01,322 हो गई, यानी 18,282 की बढ़ोतरी।
- बवाना विधानसभा क्षेत्र: इस क्षेत्र में 18,055 नए वोटर जुड़े, और मतदाताओं की कुल संख्या 3,66,177 हो गई।
- किराड़ी विधानसभा क्षेत्र: यहां 16,937 नए वोटर जोड़े गए, जिससे कुल संख्या 3,10,282 तक पहुंच गई।
इसके अलावा, मुंडका, बदरपुर, और करावल नगर जैसे इलाकों में भी मतदाताओं की संख्या में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हुई है।
क्षेत्र | जनवरी 2024 की संख्या | अब की संख्या | बढ़ोतरी |
बुराड़ी | 3,83,040 | 4,01,322 | 18,282 |
बवाना | 3,48,122 | 3,66,177 | 18,055 |
किराड़ी | 2,93,345 | 3,10,282 | 16,937 |
मुंडका | 2,84,115 | 2,96,873 | 12,758 |
बदरपुर | 3,38,425 | 3,49,662 | 11,237 |
करावल नगर | 2,88,509 | 2,98,604 | 10,095 |
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नई वोटर लिस्ट से खुलासा: वोटर वृद्धि के पीछे की वजहें
दिल्ली निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस वृद्धि के पीछे दो मुख्य कारण हैं:
- फ्लोटिंग जनसंख्या का प्रभाव
जिन क्षेत्रों में वोटरों की संख्या में अधिक वृद्धि हुई है, वहां फ्लोटिंग जनसंख्या यानी अस्थायी रूप से रह रहे लोगों की संख्या अधिक है। ये लोग अक्सर रोजगार या शिक्षा के लिए दिल्ली आते हैं और अपने मतदाता पहचान पत्र वहीं बनवाते हैं। - लोकसभा चुनाव से पहले विशेष अभियान
छह महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग ने एक विशेष मुहिम चलाई थी। इस अभियान के तहत पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में जोड़ने पर जोर दिया गया। इस पहल का असर विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हो रही नई वोटर लिस्ट में भी देखने को मिला।
नई वोटर लिस्ट से खुलासा: बाहरी दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रभाव
बाहरी दिल्ली के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में वोटरों की संख्या में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। यह वृद्धि न केवल जनसंख्या वृद्धि को दिखाती है, बल्कि यह संकेत भी देती है कि बाहरी दिल्ली के ये क्षेत्र आगामी चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
- बुराड़ी: यहां 18,282 वोटरों का इजाफा हुआ।
- बवाना: इस क्षेत्र में भी 18,055 नए मतदाता जुड़े।
- मुंडका: 12,758 की वृद्धि हुई।
नई दिल्ली और दिल्ली कैंट में सबसे कम वृद्धि
जहां बाहरी दिल्ली के क्षेत्रों में वोटरों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है, वहीं नई दिल्ली और दिल्ली कैंट जैसे इलाकों में यह वृद्धि बहुत कम रही। यह अंतर शहरी और बाहरी क्षेत्रों के जनसांख्यिकीय और प्रवासी पैटर्न को उजागर करता है।
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विधानसभा चुनाव के लिए क्या है असर?
10 महीनों में मतदाताओं की संख्या में हुई इस वृद्धि का सीधा असर आगामी विधानसभा चुनावों पर पड़ सकता है।
- बाहरी दिल्ली के क्षेत्रों में नए वोटरों की बड़ी संख्या राजनीतिक दलों के लिए नया अवसर है।
- फ्लोटिंग जनसंख्या वाले क्षेत्रों में राजनीतिक दलों को नए मतदाताओं को लुभाने के लिए नई रणनीतियां अपनानी होंगी।
- इन नए वोटरों के झुकाव का पता लगाने के लिए राजनीतिक पार्टियां अधिक ध्यान देंगी।
सियासी दलों की तैयारी
आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस जैसी प्रमुख राजनीतिक पार्टियां इस वृद्धि को लेकर अपनी रणनीतियां बना रही हैं। बाहरी दिल्ली के क्षेत्रों में प्रचार को तेज करना और फ्लोटिंग जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए वादे करना इन दलों की प्राथमिकता बन सकती है।
आने वाले समय में क्या हो सकता है?
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, मतदाता सूची को लेकर और भी अपडेट्स आएंगी। राजनीतिक दलों के लिए यह जरूरी होगा कि वे मतदाताओं की बदलती संख्या और उनके मुद्दों को समझें।
दिल्ली में मतदाताओं की संख्या में यह बढ़ोतरी यह संकेत देती है कि आगामी चुनाव पहले की तुलना में अधिक प्रतिस्पर्धी और दिलचस्प होंगे।