World Day Against Child Labour 2024: नई दिल्ली, 12 जून 2024: आज पूरे विश्व में बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जा रहा है, और इस महत्वपूर्ण अवसर पर एक्शन एड एसोसिएशन इंडिया एवं जर्मन एंबेसी, नई दिल्ली के सहयोग से दिल्ली असंगठित निर्माण मजदूर यूनियन (DANMU) ने नरेला, दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। यूनियन की सचिव श्रीमती परवीन रवि के नेतृत्व में पॉकेट-11 सेक्टर A/6, पुनर्वास कॉलनी के सामुदायिक केंद्र में चित्रकला प्रतियोगिता और बाल श्रम जागरूकता रैली का सफल आयोजन हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत और उद्देश्य
कार्यक्रम की शुरुआत में श्रीमती परवीन रवि ने बाल श्रम निषेध दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस दिन का उद्देश्य बच्चों को श्रम के बंधन से मुक्त करना और उन्हें शिक्षा और खेल के अवसर प्रदान करना है। इसके माध्यम से बच्चों और समाज में बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता फैलाना और उनके अधिकारों की सुरक्षा करना है।
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चित्रकला प्रतियोगिता
इस विशेष अवसर पर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में सैकड़ों बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने अपनी उत्कृष्ट कला, सोच, और प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए विभिन्न चित्रों के माध्यम से बाल श्रम के मुद्दे पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
चित्रकला प्रतियोगिता का विषय था “बाल श्रम मुक्त बचपन”। बच्चों ने इस विषय पर अपने चित्रों में रंग भरकर अपने विचार और भावनाएं प्रकट कीं। किसी ने फैक्ट्रियों में काम करते बच्चों को दिखाया, तो किसी ने स्कूल और खेल के मैदान में खुशहाल बच्चों की तस्वीरें बनाई।
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बच्चों की प्रतिभा और जागरूकता
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों की प्रतिभा और उनके द्वारा व्यक्त की गई सोच ने सभी को प्रभावित किया। बच्चों के चित्रों ने यह साफ जाहिर किया कि वे बाल श्रम के खिलाफ हैं और एक बेहतर भविष्य की कामना करते हैं।
इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों ने न केवल अपनी कला कौशल का प्रदर्शन किया, बल्कि बाल श्रम के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
बाल श्रम जागरूकता रैली
चित्रकला प्रतियोगिता के बाद बाल श्रम जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली में बच्चों ने पोस्टर और बैनर लेकर बाल श्रम के खिलाफ नारे लगाए और लोगों को जागरूक किया।
रैली के दौरान बच्चों ने “बाल श्रम बंद करो”, “हर बच्चे को मिले शिक्षा का अधिकार” और “बाल श्रम मुक्त भारत” जैसे नारों से लोगों का ध्यान आकर्षित किया। रैली का उद्देश्य समाज में बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता फैलाना और लोगों को इस समस्या के समाधान के लिए प्रेरित करना था।
विशिष्ट अतिथियों का योगदान
कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथि भी शामिल हुए, जिन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया और बाल श्रम के खिलाफ अपने विचार साझा किए। एक्शन एड एसोसिएशन इंडिया के प्रतिनिधि ने बाल श्रम के खिलाफ लड़ाई में समाज के हर वर्ग की भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
जर्मन एंबेसी के प्रतिनिधि ने अपने संदेश में कहा कि बाल श्रम एक वैश्विक समस्या है और इसे खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की जरूरत है। उन्होंने बच्चों की कला और उनके उत्साह की प्रशंसा की और इस प्रकार के आयोजनों को आगे भी जारी रखने की अपील की।
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पुरस्कार वितरण और समापन समारोह
चित्रकला प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कार वितरित किए गए। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इसके अलावा, सभी प्रतिभागियों को भी सांत्वना पुरस्कार और प्रशंसा पत्र दिए गए।
समापन समारोह में श्रीमती परवीन रवि ने सभी बच्चों, उनके अभिभावकों और कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों के विकास और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होते हैं।
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बच्चो के संग कामयाबी के पंख | Pankh Foundation | Delhi #india #ngo #children
बाल श्रम के खिलाफ संदेश
इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हर बच्चे को शिक्षा, खेल और एक खुशहाल बचपन का अधिकार है। बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता फैलाना और इसे जड़ से खत्म करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
बाल श्रम निषेध दिवस पर आयोजित इस चित्रकला प्रतियोगिता और जागरूकता रैली ने न केवल बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया, बल्कि समाज में बाल श्रम के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी फैलाया। इस प्रकार के आयोजनों से हम बाल श्रम मुक्त समाज की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ सकते हैं।
भविष्य की दिशा
यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण पहल थी जो बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के प्रति समाज को जागरूक करने में सफल रहा। भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से बच्चों की आवाज़ को बुलंद किया जाएगा और बाल श्रम के खिलाफ लड़ाई को और भी मजबूत किया जाएगा।
इस प्रकार के आयोजनों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए सभी संगठनों और समुदायों को मिलकर काम करना होगा ताकि बच्चों का बचपन सुरक्षित और खुशहाल हो सके। बाल श्रम निषेध दिवस का यह आयोजन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था और इसके सकारात्मक प्रभाव को देखते हुए इसे आगे भी जारी रखना आवश्यक है।












