BJP पर पलटवार: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिकोण से सियासी माहौल में भारी गर्माहट देखने को मिल रही है।
बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है, और इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभालते हुए दिल्ली में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला किया और इसे “आपदा” करार दिया। इसके बाद, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया और बीजेपी को घेरते हुए कहा कि दिल्ली में आपदा नहीं, बल्कि बीजेपी में आई हुई है, और वह भी सिर्फ एक नहीं, तीन आपदाएं आई हुई हैं।
BJP पर पलटवार: बीजेपी ने गरीबों और पूर्वांचलियों से किया धोखा केजरीवाल का आरोप
BJP पर पलटवार: कांग्रेस नेता अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने दिल्ली में गरीबों, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों और पूर्वांचल समुदाय के साथ धोखा किया है। केजरीवाल ने बीजेपी की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में पूर्वांचल समुदाय के लिए कई विकास कार्य किए हैं, जैसे सड़कें बनवाना, मोहल्ला क्लिनिक की स्थापना और स्ट्रीट लाइटें लगवाना, जबकि बीजेपी ने कोई ठोस काम नहीं किया, जिसका चुनावी मंच पर जिक्र किया जा सके।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने 10 वर्षों के शासन में कोई भी ऐसी योजना शुरू नहीं की, जिससे पूर्वांचलियों के जीवन में बदलाव आया हो। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने दिल्ली में पूर्वांचल समुदाय के लिए कोई विकास कार्य नहीं किया और केवल चुनावी वादे ही किए। इसके विपरीत, उन्होंने आम आदमी पार्टी के कार्यकाल को लेकर दावा किया कि उनकी सरकार ने इस समुदाय के लिए कई योजनाओं को कार्यान्वित किया, जिनसे इन लोगों की जिंदगी में इज्जत और सम्मान आया।
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BJP पर पलटवार: दिल्ली में बीजेपी ने पूर्वांचलियों के वोट काटने की साजिश रची
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर एक और बड़ा आरोप लगाया, जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली के पूर्वांचलियों के वोट काटने की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने दिल्ली की मतदाता सूची से पूर्वांचल समुदाय के लोगों के नाम काटने के प्रयास किए थे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने पूर्वांचल समुदाय के लोगों को बांग्लादेशी और रोहिंग्या कहकर उनका अपमान किया है और उनके वोट काटने की कोशिश की है। केजरीवाल के इस आरोप के बाद, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी इसका समर्थन किया और दिल्ली में बीजेपी की ओर से पूर्वांचल समुदाय के खिलाफ किए गए कथित प्रयासों को उजागर किया।
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि शाहदरा, जनकपुरी, पालम, राजौरी गार्डन, हरि नगर, करावल नगर और मुस्तफाबाद जैसे क्षेत्रों में बीजेपी नेताओं ने पूर्वांचल समुदाय के वोट काटने के लिए आवेदन दिए थे। उन्होंने यह भी बताया कि अकेले शाहदरा क्षेत्र में 11,000 पूर्वांचली मतदाताओं के नाम वोटिंग लिस्ट से काटने का लक्ष्य रखा गया था। इसके अलावा, जनकपुरी में 4,874 और तुगलकाबाद में 594 मतदाताओं के नाम काटने के लिए आवेदन किए गए थे। हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों का खारिज किया और इसे राजनीति का हिस्सा बताया।
#WATCH | Delhi: AAP National Convenor Arvind Kejriwal says, "In 2015, the people of Delhi elected two governments. Central government of BJP and Delhi government of Aam Aadmi Party. It has been 10 years now. If you ask me what work has been done by the Aam Aadmi Party in these 10… pic.twitter.com/RroOEKcgqR
— ANI (@ANI) January 3, 2025
BJP पर पलटवार: पूर्वांचल समुदाय के वोटर्स की भूमिका पर दोनों दलों की नजरें
दिल्ली में पूर्वांचल समुदाय के मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, खासकर 20 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर इनका प्रभाव निर्णायक हो सकता है। शाहदरा, बुराड़ी, मुस्तफाबाद, जनकपुरी, उत्तम नगर, संगम विहार, राजौरी गार्डन, त्रिलोकपुरी, पटपड़गंज और लक्ष्मीनगर जैसी सीटों पर पूर्वांचल वोटर्स का अच्छा प्रभाव है। इसके अलावा, कुछ सीटों पर तो इनकी संख्या 50 प्रतिशत तक भी हो सकती है, जैसे कि किराड़ी, संगम विहार, समयपुर बादली, आदि। केजरीवाल को यह अच्छी तरह से समझ में है कि दिल्ली में सत्ता की कुंजी पूर्वांचल समुदाय के हाथ में है, और अगर उन्हें यह समुदाय अपना समर्थन देता है, तो उनका चुनावी सफर आसान हो सकता है।
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इसलिए, आम आदमी पार्टी ने लगातार इस मुद्दे को उठाया है और इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की है। उनका उद्देश्य यह है कि इस समुदाय का समर्थन उन्हें मिले, जिससे वे आगामी चुनावों में बीजेपी से मुकाबला कर सकें। बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ही अपनी रणनीतियों को लेकर सक्रिय हैं, और दोनों दलों के बीच चुनावी मुकाबला बेहद रोचक और निर्णायक होने वाला है।
BJP पर पलटवार: बीजेपी या AAP कौन होगा विकास का असली चेहरा?
इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच का मुकाबला किसी भी हालत में आसान नहीं होगा। जहां एक ओर बीजेपी ने केंद्र सरकार की योजनाओं और पूर्वांचल वोटर्स के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दिखाया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने जनता को मुफ्त योजनाओं और विकास के वादों के माध्यम से अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली के मतदाता किसकी बातों पर विश्वास करते हैं और किसे अपनी वोट की ताकत सौंपते हैं।