ECI Bypoll Results 2025: चुनाव आयोग द्वारा घोषित उपचुनाव (bypolls) के परिणामों के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरएस (राज्यसभा) जाने की चर्चाओं पर विराम लगाया है।
पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट पर AAP सांसद संजीव अरोड़ा की जीत के बाद जब उनसे पूछा गया कि क्या वो उनकी जगह राज्यसभा जाएंगे, तो केजरीवाल ने कहा: “मैं राज्यसभा नहीं जा रहा हूं। यह पार्टी की राजनीतिक कार्य समिति तय करेगी कि किसे नामांकित करना है।” उन्होंने बताया कि पार्टी ने कई बार उन्हें भेजने का प्रस्ताव रखा, लेकिन उन्होंने इसमें रूचि नहीं जताई।
उपचुनाव में बदले सियासी समीकरण
ECI Bypoll Results 2025 विभिन्न राज्यों में उपचुनाव करवाए गए, जिनमें खाली हुईं सीटें विभिन्न कारणों से रिक्त थीं:
- गुजरात: विसावदार (Visavadar) में AAP विधायक भूपेंद्र ब्याणिया द्वारा बीजेपी में शामिल होने के बाद बायपोल्स हुए (मतदान प्रतिशत: 56.89%)।
- वही गुजरात की कड़ी सीट पर भाजपा विधायक कार्षण सोलंकी की मृत्यु के बाद चुनाव (Turnout 57.90%) आयोजित किए गए।
- केरल की निलांबुर सीट में P. V. Anvar (CPI-M समर्थित स्वतंत्र विधायक) के इस्तीफे पर चुनाव (मतदान 73.26%) हुए।
- पश्चिम बंगाल की कलिगंज सीट (मतदान 69.85%) पर टीएमसी नेता नासिरुद्दीन अहमद की मृत्यु के बाद चुनाव आवश्यक हुआ।
- पंजाब की लुधियाना वेस्ट में AAP विधायक गुरुजीत बसी गोगी की मृत्यु के बाद उपचुनाव हुए (मतदान 51.33%)।
इन सीटों पर मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा, कांग्रेस, AAP और क्षेत्रीय दलों के बीच रहा।
मुख्य उम्मीदवार और उनकी भूमिका
- कड़ी, गुजरात:
- BJP: राजेंद्र छावड़ा
- कांग्रेस: रमेश छावड़ा (पूर्व विधायक)
- AAP: जगदीश छावड़ा
- विसावदार, गुजरात:
- BJP: किरीट पटेल (पूर्व जूनागढ़ जिला अध्यक्ष)
- AAP: गोपाल इटालिया
- कांग्रेस: नितिन रणपरिया
- कलिगंज, पश्चिम बंगाल:
- कांग्रेस/लेफ्ट फ्रंट: काबिल उद्दीन शेख
- TMC: अलिफा अहमद
- BJP: आशीष घोष
- निलांबुर, केरल:
- LDF: एम. स्वराज
- UDF (कांग्रेस गठबंधन): अर्यदान शौकत
- TMC: P. V. Anvar
- BJP: मोहन जॉर्ज
- लुधियाना वेस्ट, पंजाब:
- AAP: संजीव अरोड़ा (वर्तमान सांसद)
- कांग्रेस: भरत भूषण अशु
- BJP: जिवन गुप्ता
- SAD: परूपकार सिंह घुम्मन
परिणाम का असर और पार्टी की रणनीति
लुधियाना वेस्ट में AAP की जीत से यह स्पष्ट हुआ कि पंजाब में पार्टी की पकड़ जारी है। केजरीवाल की टिप्पणी ने साफ किया कि वे राज्यसभा में नहीं जाने वाले; पार्टी की उच्चस्तरीय समिति अगले उम्मीदवार का निर्णय करेगी। इससे अटकल खत्म हो गई कि वे दोबारा दिल्ली छोड़कर शीतकालीन सदन में शामिल हो सकते हैं।
गुजरात, पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राजनीतिक रूप से संवेदनशील राज्यों में मुकाबलो का जो रुझान उभर रहा है, उससे 2024 लोकसभा के बाद AAP की रणनीतिक आगे की चाल पर असर पड़ेगा। मुकाबले में AAP ने मजबूत उपस्थिति दर्ज की है, हालाँकि अभी सभी सीटों के परिणाम घोषित नहीं हुए हैं।
क्या कहना पड़ी रणनीति का?
- राज्यसभा की अटकलों पर विराम: केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि पार्टी की राजनीतिक कार्य समिति जिम्मेदार घोषणाएं करेगी।
- राजनीतिक प्रतिष्ठा: पंजाब, गुजरात, केरल जैसे राज्यों में AAP की ताकत बनाये रखने की कोशिश जारी है।
- चुनावी प्रभाव: आगामी विधानसभा चुनावों में इन सीटों के परिणाम AAP, BJP और कांग्रेस की रणनीति तय करने में अहम होंगे।
राज्यसभा से दूर रहेंगे केजरिवल
उपचुनावों के परिणाम अभी जारी हैं। इसके साथ ही केजरीवाल की बयानबाजी ने राज्यसभा की कथित दौड़ पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखने की बात होगी कि AAP राजनीतिक कमेटी किसे राज्यसभा का उम्मीदवार बनाती है, और आगामी विधानसभा चुनावों में इन परिणामों से भाजपा या कांग्रेस को कितना लाभ या नुकसान होगा। आगामी दिनों में अटकलों पर विराम लगते हुए AAP की भूमिका साफ होगी कि वह राज्य मालूमात और जनादेश को किस रूप में आगे ले जाती है।
केजरीवाल ने राज्यसभा जाने की अटकलों को खारिज कर दिया, भाजपा-कांग्रेस के बीच AAP की उपस्थिति नए राजनीतिक समीकरण खींच रही है, और भविष्य में उपचुनावी परिणामों के आधार पर रणनीतिक बदलाव होंगे।