दोस्तों देश में आज पहले नवरात्रे के साथ रामलीला के मंचनों का भी आगाज़ हो गया है इसी कड़ी में सनातन प्रचार ट्रस्ट ( SANATAN PRACHAR TRUST ) की मैं आज आपको दिल्ली की एक ऐसी रामलीला के बारे में बताने जा रहा हु जो सबसे अलग तरीके से होने जा रही है ।
एक अनोखी रामलीला SANATAN PRACHAR TRUST का आगाज़: दिल्ली के पश्चिमी एन्क्लेव में नई पहचान
नवरात्रों के पावन आरंभ के साथ पूरे देश के साथ दिल्ली में भी रामलीला मंचनों का शुभारंभ हो गया है। इस बार राजधानी को खास बनाने का श्रेय जाता है सनातन प्रचार ट्रस्ट द्वारा रामलीला मैदान, वेस्ट एन्क्लेव, पीतमपुरा में हो रही अनूठी रामलीला को, जहाँ अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों की अद्भुत प्रस्तुतियों ने आयोजन को विशेष बना दिया है।
भव्यता का परिचायक: एसी टेंट में सम्पूर्ण रामलीला
इस रामलीला की सबसे बड़ी खासियत है कि समूचा आयोजन एक भव्य और वातानुकूलित टेंट में किया जा रहा है। जहाँ न सिर्फ मंच की सजावट मनमोहक है, बल्कि दर्शकों के बैठने, खाने-पीने, और कार्यक्रम देखने के पूरे इंतज़ाम बेहद हाई-टेक और आरामदायक हैं। कमेटी के सदस्य हर छोटी-बड़ी सुविधा का खास ध्यान रख रहे हैं ताकि दर्शकों को एक इंटरनेशनल लेवल का अनुभव मिल सके।
अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुति में दिखी भारतीय संस्कृति की चमक
इस मंचन में भारत सहित अलग-अलग देशों से आए कलाकार भाग ले रहे हैं, जो रामायण की कथा को अपने अभिनय, नृत्य और संवाद कला के ज़रिए जीवंत बना रहे हैं। आयोजक मंडल के महा सचिव धीरज गोयल बताते हैं, “हमारा मुख्य उद्देश्य युवाओं को परंपरा से जोड़ना और उनकी भक्ति, धर्म व देश के प्रति आस्था को प्रबल करना है।” इस आयोजन से पीतमपुरा व आसपास के क्षेत्रों के दर्शकों को सांस्कृतिक विविधता के भव्य रूप का अनुभव हो रहा है।
भजन संध्या से जुड़ी आस्था की डोर
रामलीला के शुभारंभ के अवसर पर “एक शाम श्री श्याम के नाम” के तहत भजन संध्या का विशेष आयोजन किया गया जिसमें कमेटी के मुख्य सदस्य—मुख्य संरक्षक दीपक कुमार, अध्यक्ष अशोक जिंदल, चेयरमेन अभय गुप्ता, कोषाध्यक्ष भीम सेन, संगठन मंत्री सतीश गर्ग—सभी प्रमुख लोग शामिल रहे। भजन संध्या के माधुर्य ने न सिर्फ माहौल को भक्तिमय बना दिया, बल्कि दर्शकों को भारतीय संस्कृति की गहराई का अहसास कराया।
मंचन की साज-सज्जा और दर्शकों की प्रतिक्रिया
पूरे रामलीला मैदान को बेहद सुन्दर तरीके से सजाया गया है। मंच की भव्यता दर्शकों को बार-बार अपनी ओर आकर्षित करती है। रंगीन लाइटिंग, सांस्कृतिक सजावट, और आरामदायक व्यवस्था के चलते दर्शकों के चेहरे पर खुशी व संतुष्टि साफ़ झलक रही है।
युवाओं और बच्चों के लिए भी आयोजन में कई सेल्फी स्पॉट्स बनाए गए हैं, जिससे आयोजन की यादों को हर कोई अपने साथ सँजो सके।
प्रधान सचिव की खास बातें: परंपरा और आधुनिकता का समन्वय
महासचिव धीरज गोयल का कहना है, “सनातन प्रचार ट्रस्ट रामलीला को सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं मानता, बल्कि इसे भारतीय संस्कृति और आधुनिक व्यवस्थाओं का मेल भी मानता है। इसकी भव्यता ही नहीं, इसके जरिए देश के युवाओं को परंपरा, इतिहास और नैतिकता का संदेश देने का भी प्रयास किया गया है।”
दिल्ली की रामलीला में नई ऊर्जा, नई पहचान
इस वर्ष की सनातन प्रचार ट्रस्ट रामलीला न केवल दिल्लीवासियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह दिल्ली की सांस्कृतिक विविधता और आधुनिकता का प्रतीक भी बन गई है। आयोजकों का लक्ष्य है कि हर साल रामलीला को और भव्य, आकर्षक और वैश्विक स्तर तक पहुँचाया जाए, जिससे देश–विदेश के दर्शकों को भारतीय परंपरा, संस्कृति और मनोरंजन का संगम देखने को मिले।
- सनातन प्रचार ट्रस्ट की नयी पहचान
- एसी टेंट में इंटरनेशनल रामलीला
- अंतर्राष्ट्रीय कलाकार: संस्कृति का जीवंत रूप
- भक्तिमयी भजन संध्या और शानदार आयोजन
- आधुनिकता और परंपरा का संगम
- दर्शकों का उत्साही स्वागत












