SC ने SGPC की याचिका खारिज, राम रहीम की पैरोल पर नहीं लगेगा प्रतिबंध 2025 !

SC ने SGPC की याचिका खारिज सुप्रीम कोर्ट ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) द्वारा दायर उस याचिका को खारिज कर दिया है

SC ने SGPC की याचिका खारिज, राम रहीम की पैरोल पर नहीं लगेगा प्रतिबंध 2025 !

Table of Contents

SC ने SGPC की याचिका खारिज सुप्रीम कोर्ट ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) द्वारा दायर उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें हरियाणा सरकार पर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पैरोल/फर्लो देने में हरियाणा गुड कंडक्ट प्रिजनर्स (टेम्पररी रिलीज़) एक्ट, 2022 की धारा 11 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था।

SC ने SGPC की याचिका खारिज, राम रहीम की पैरोल पर नहीं लगेगा प्रतिबंध 2025 !

SC ने SGPC की याचिका खारिज SC ने SGPC की याचिका खारिज सुप्रीम कोर्ट का निर्णय

सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बी.आर. गवई और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई की। कोर्ट ने कहा कि यदि गुरमीत राम रहीम द्वारा अस्थायी रिहाई के लिए कोई आवेदन दायर किया जाता है तो उस पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा बिना किसी पक्षपात, मनमानी या भेदभाव के 2022 अधिनियम के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।

PoA का कानूनी आधार: पावर ऑफ अटॉर्नी का कानूनी विश्लेषण उसकी विषय-वस्तु से होगा 2025

सुप्रीम कोर्ट का आदेश: धारा 156(3) के तहत जांच के लिए PC Act की धारा 17ए की मंजूरी आवश्यक नहीं

जस्टिस गवई ने अपने बयान में कहा:

“याचिका 2023 में दी गई फर्लो से संबंधित है और हम अब 2025 में हैं। इसके अलावा, सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी ने व्यक्तिगत मामले के संबंध में जनहित याचिका की स्वीकार्यता पर भी सवाल उठाया। इस दृष्टिकोण से हम वर्तमान याचिका पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि हाईकोर्ट ने अपने आदेश में पहले ही स्पष्ट किया था कि यदि प्रतिवादी नंबर 9 (गुरमीत राम रहीम) द्वारा अस्थायी रिहाई के लिए कोई आवेदन दिया जाता है, तो उस पर 2022 अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार विचार किया जाएगा।

Headlines Live News

पैरोल विशेषाधिकार राम रहीम को हर साल अधिकतम अवधि क्यों?

SGPC के वकील ने दलील दी कि पैरोल कोई अधिकार नहीं है, बल्कि एक विशेषाधिकार है, जिसे केवल बाध्यकारी कारणों से ही प्रदान किया जाना चाहिए। लेकिन गुरमीत राम रहीम को 2022-2024 के बीच हर वर्ष 2022 अधिनियम के तहत अधिकतम 91 दिनों (70 पैरोल और 21 फर्लो) की अवधि के लिए पैरोल और फर्लो दी गई।

2022 अधिनियम की धारा 11 का हवाला देते हुए याचिकाकर्ता के वकील ने यह भी कहा कि यह प्रावधान तब तक पैरोल/फर्लो देने से रोकता है जब तक कि दोषी व्यक्ति अपने खिलाफ लंबित सभी मामलों में जमानत पर न हो। हाईकोर्ट ने गुरमीत राम रहीम की जमानत याचिका भी खारिज कर दी थी।

याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत को बताया कि जनवरी 2025 में भी गुरमीत राम रहीम को अस्थायी रिहाई दी गई थी, जो कि न्यायालय के आदेशों के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि संबंधित वारंट में अस्थायी रिहाई देने का कोई कारण दर्ज नहीं किया गया।

गुरमीत राम रहीम की ओर से पक्ष

वहीं, सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी, जो गुरमीत राम रहीम की ओर से पेश हुए, ने याचिका की स्वीकार्यता पर सवाल उठाते हुए SGPC की मंशा पर भी संदेह जताया। उन्होंने तर्क दिया:

“सैकड़ों कैदियों को पैरोल और फर्लो दी जाती है, लेकिन यह जनहित याचिका सिर्फ गुरमीत राम रहीम के खिलाफ ही दायर की गई है। इसका कारण याचिकाकर्ता और प्रतिवादी नंबर 9 (गुरमीत राम रहीम) के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता हो सकती है।”

सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया

इस तर्क को सुनकर जस्टिस मिश्रा ने याचिकाकर्ता के वकील से पूछा:

“आप केवल एक व्यक्ति के खिलाफ हैं। आप कोई सामान्य या व्यापक राहत नहीं मांग रहे हैं, बल्कि आपकी पूरी याचिका सिर्फ प्रतिवादी नंबर 9 (गुरमीत राम रहीम) तक सीमित है। इसमें जनहित कहां है? यह पूरी तरह से एक व्यक्तिगत टारगेटिंग है।”

इसके जवाब में याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि हाईकोर्ट ने अन्य मामलों में भी रिकॉर्ड मांगे हैं और राम रहीम के खिलाफ अपवित्रता के चार मामले भी लंबित हैं।

सुप्रीम कोर्ट का अंतिम फैसला

अंततः सुप्रीम कोर्ट ने SGPC की याचिका को खारिज कर दिया। मामले से अलग होने से पहले याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत को बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद, जिसमें कहा गया था कि सक्षम प्राधिकारी को 2022 अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार ही पैरोल/फर्लो पर विचार करना चाहिए, फिर भी गुरमीत राम रहीम को जनवरी 2025 में अस्थायी रिहाई दी गई। यह हाईकोर्ट की टिप्पणियों का उल्लंघन करता है।

इस पर जस्टिस गवई ने सुझाव दिया कि

“यदि आपको लगता है कि हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना की गई है, तो आप हाईकोर्ट के समक्ष अवमानना याचिका दायर करें।”

Headlines Live News

सुप्रीम कोर्ट ने राम रहीम की पैरोल पर SGPC की याचिका खारिज की

सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि इस याचिका को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि यह केवल गुरमीत राम रहीम पर केंद्रित थी और इसमें कोई व्यापक जनहित का मुद्दा नहीं था। अदालत ने याचिकाकर्ता को यह भी सुझाव दिया कि यदि उन्हें लगता है कि हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन हुआ है, तो उन्हें हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर करनी चाहिए।

केस टाइटल: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति बनाम हरियाणा राज्य और अन्य, डायरी नंबर 7483-2025

SC ने SGPC की याचिका खारिज, राम रहीम की पैरोल पर नहीं लगेगा प्रतिबंध 2025 !

बिल के खिलाफ क्या बोले आरसीबीए के वाईस प्रेजिडेंट

'50 सीटों' का फॉर्मूला 1 'NFS कांग्रेस की देन है' धर्मेंद्र प्रधान का पलटवार 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द का प्रभाव 1 'अपरिवर्तनीय' शब्द के प्रयोग मात्र से पावर ऑफ अटॉर्नी अपरिवर्तनीय नहीं 1 'अब का सलाद खईब' गाने से मनोज तिवारी ने दिखाया महंगाई का दर्द 1 'आतंकवादी' शब्द ने बिगाड़ा माहौल 1 'आप' और बीजेपी के बीच मुकाबला 1 'कस्टम अधिकारी' 'पुलिस अधिकारी' नहीं 1 'कांग्रेस को पीलिया हो गया है' 1 'केसरी चैप्टर 2' का ट्रेलर दर्शकों के दिलों को कर गया छू 1 'गलती से मिस्टेक' 1 'जलसा' बंगला श्वेता बच्चन को किया गिफ्ट? 1 'जाट' की रिलीज से पहले उठे सवाल क्या कला और आस्था के बीच संभव है संतुलन? 1 'जाट' टाइटल पर रणदीप हुड्डा का तीखा जवाब "पहचान खुद फिल्म में सामने आएगी" 1 'जुमलों पर झाड़ू चलाएंगे फिर केजरीवाल को लाएंगे' 1 'ट्रिपल इंजन' सरकार की दिशा में सुदृढ़ कदम 1 'देवा' फिल्म की स्क्रीनिंग में रुकावट से अली गोनी का गुस्सा INOX को किया निशाना 1 'पराक्रमो विजयते' बोले अखिलेश यादव 1 'पुष्पा' पर बड़े प्रड्यूसर की विवादित टिप्पणी 1 'बड़ा भाई' 1 'बिग बॉस 18' के विनर बने करण 1 'बिग बॉस 18' में भी दिखा था अनोखा रिश्ता 1 'बिग बॉस 18' से बनी दोस्ती 1 'बिस्मिल्लाह' के साथ मां बनने की भावुक घोषणा 1 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' का नारा 0 'भूल भुलैया 2' की सफलता और तैमूर का प्यार 1 'भूल भुलैया 2'और 'भूल भुलैया 3' की सफलता 1 'मर्दानी' फ्रेंचाइजी की वापसी का ऐलान 1 'मुफ्त की रेवड़ी' आरोपों पर भाजपा को जवाब 1 'मैया यशोदा' गाने की शूटिंग के दौरान क्या हुआ था? 1 'मोहल्ला बस' से 'नमो बस सेवा' तक 1 'रावण के वंशज' आरोप 1 'लाफ्टर शेफ्स 2' में बर्थडे सेलिब्रेशन 0

खबर यहाँ समाप्त हुई

23
Headlines Live News Reader Poll

हेडलाइन्स लाइव न्यूज की खबर आपको कैसी लगी बताए ?

Facebook
WhatsApp
Twitter
Threads
Telegram

Leave a comment

अगली नई खबर शुरू यहाँ पढ़ें ...

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

Gemini 3 Features ने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। इसके उन्नत फीचर्स और नए एल्गोरिदम इंसानों के काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल सकते हैं।

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

GEMINI 3 FEATURES उन्नत reasoning और मल्टीमॉडल कौशल

Gemini 3, LMArena leaderboard में शीर्ष स्थान पर है, PhD-स्तर की reasoning क्षमता रखता है और विज्ञान, गणित जैसे विषयों में उच्च सफलता प्राप्त करता है। वीडियो, इमेज और मल्टीमॉडल क्वेरी पर भी यह बेहतरीन प्रदर्शन करता है, जो इसे व्यापक और बहु-आयामी प्रश्नों के लिए उपयुक्त बनाता है।

DIGITAL INDIA की सुविधा: अब नहीं होगी RC गुम होने की टेंशन, जानिए आसान डिजिटल तरीका 2025 !

Gemini 3 Deep Think मोड

यह नया मोड Gemini 3 की reasoning और समझ को और भी गहरा बनाता है, जिससे कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान संभव होता है। इसका प्रदर्शन AI परीक्षाओं में अप्रत्याशित रूप से बेहतर है, जो इसे विश्लेषण और योजना कार्यों में उपयोगी बनाता है।

GEMINI 3 FEATURES जो ChatGPT को कर सकते हैं Obsolete

सीखना, बनाना, और योजना बनाना

Gemini 3 के साथ सीखना आसान है, चाहे वह परिवार की परंपरागत रेसिपी ट्रांसलेट करना हो या ऐडवांस रिसर्च पेपर का विश्लेषण। यह ब्लॉक्स, कोड और विजुअलाइजेशन के माध्यम से जटिल जानकारियों को समझाने और प्रदर्शित करने में सक्षम है।

डेवलपर्स के लिए नया अनुभव

Google ने Google Antigravity नामक एजेंटिक डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है, जिससे डेवलपर्स Gemini 3 के साथ अधिक स्वायत्त और कार्य-केंद्रित एप्लिकेशन बना सकते हैं। यह कोडिंग को नए स्तर पर ले जाता है और निरंतर स्व-पुष्टिकरण प्रदान करता है।

योजना और ऑटोमेशन में सुधार

Gemini 3 लंबे समय के लिए योजना बनाने और जटिल, बहु-चरण वाली प्रक्रियाओं को संचालित करने में सक्षम है। यह आपके ईमेल को व्यवस्थित कर सकता है, स्थानीय सेवाएं बुक कर सकता है, और दैनिक कार्यों में मदद करता है।

सुरक्षा और जिम्मेदारी

Google ने Gemini 3 को सबसे सुरक्षित AI मॉडल बनाया है। इसमें साइबर हमलों, गलत जानकारी, और हानिकारक प्रोत्साहनों से सुरक्षा के लिए व्यापक परीक्षण और सहयोग किया गया है।

Gemini 3 का भविष्य

Gemini 3 अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है और जल्द ही इसके कई नए संस्करण और फीचर जारी होंगे। Google इसे Google एजेंसियों, डेवलपर्स, और एंटरप्राइज क्लाइंट्स तक पहुंचा रहा है।

Gemini 3 की उपलब्धता

Gemini 3 एप्लिकेशन, AI Studio, Vertex AI, Google Antigravity, और Gemini CLI के माध्यम से उपलब्ध है। कॉलैबोरेशन प्लेटफॉर्म्स जैसे GitHub, Replit में भी इसका उपयोग किया जा रहा है।

Gemini 3 पर Google की यह नई पहल AI के आयामों का विस्तार करती है और इसे हर क्षेत्र में व्यावहारिक, सुलभ और अधिक सक्षम बनाती है। इसका लक्ष्य AI को उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत और प्रभावी बनाना है।

विषयविवरण
मॉडल का नामGemini 3
मुख्य विशेषताएंउन्नत reasoning, मल्टीमॉडल इनपुट, एजेंटिक कोडिंग
प्रमुख प्रदर्शन मानकLMArena leaderboard topper, PhD-level reasoning
नया मोडGemini 3 Deep Think
उपयोगकर्ता लाभबेहतर सीखना, निर्माण, योजना, और ऑटोमेशन
डेवलपर टूल्सGoogle Antigravity, AI Studio, Vertex AI
सुरक्षाव्यापक परीक्षण, सुरक्षा सुधार
उपलब्धताGemini app, AI Studio, Vertex AI, CLI, Dritt platforms
भविष्य की योजनानए संस्करण, फीचर्स, व्यापक उपयोग
लक्ष्यAI को ज्यादा प्रभावी और व्यक्तिकृत बनाना