महाराष्ट्र सरकार की महिला सशक्तिकरण योजना ‘लड़की बहिन योजना’ में बड़े स्तर पर गड़बड़ी सामने आई है।
इस योजना के तहत बिना सही तरीके से जांच किए हुए हजारों महिलाओं को आर्थिक मदद दे दी गई। मामले के उजागर होने के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने गलती स्वीकार की है, जबकि विपक्षी नेता संजय राउत ने इस पूरे मामले को लेकर पवार से इस्तीफे की मांग की है।
क्या है ‘लड़की बहिन योजना’?
यह योजना महाराष्ट्र सरकार ने अगस्त 2024 में शुरू की थी, जिसका मकसद राज्य की गरीब और ज़रूरतमंद महिलाओं को हर महीने सहायता राशि देना था। इस योजना के अंतर्गत 21 से 65 वर्ष की उम्र की महिलाएं पात्र मानी गई थीं। इसके लिए कुछ खास नियम भी तय किए गए थे, जैसे:
- लाभार्थी महिला की सालाना पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- जिनके परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में है, पेंशनभोगी है या आयकरदाता है, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
- जिन परिवारों के पास चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर को छोड़कर) है, उनकी महिलाएं भी योजना का लाभ नहीं ले सकतीं।
चुनाव के चलते पात्रता प्रक्रिया में हुई लापरवाही
सरकार ने जब यह योजना लागू की, तब चुनाव की घोषणा हो चुकी थी। अजीत पवार ने कहा कि समय बहुत कम था, इसलिए पात्रता की गहन जांच नहीं हो पाई। अब पता चला है कि योजना के तहत लगभग 2200 सरकारी कर्मचारी, जिनकी पात्रता नहीं थी, उन्हें भी योजना का लाभ दे दिया गया।
सिर्फ सरकारी कर्मचारी ही नहीं, बल्कि कई ऐसी महिलाएं भी लाभार्थियों की सूची में शामिल पाई गईं, जो सरकारी योजनाओं का पहले से लाभ ले रही थीं या जिनके घर में चार पहिया वाहन मौजूद था।
8 निगम क्षेत्रों में भाजपा की जीत से आम आदमी पार्टी में संकट की घंटी
झुग्गी तोड़फोड़ पर गरमाई सियासत, AAP ने BJP पर साधा निशाना 2025 !
अजीत पवार ने क्या कहा?
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने माना कि यह एक बड़ी चूक है। उन्होंने कहा:
“जब योजना शुरू की गई थी, तब हमारे पास ज्यादा समय नहीं था। हमने यह अपील जरूर की थी कि सिर्फ ज़रूरतमंद ही आवेदन करें, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में अपात्र लोगों को पैसा मिल जाना चिंता की बात है।”
उन्होंने यह भी कहा कि जो धन बांटा गया, उसे वापस नहीं लिया जा सकता, लेकिन आगे के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे ताकि दोबारा ऐसी गलती न हो।
विपक्ष का हमला – इस्तीफे की मांग
शिवसेना (यूबीटी) के नेता और सांसद संजय राउत ने अजीत पवार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि यह योजना चुनावी फायदे के लिए चलाई गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के पैसों का दुरुपयोग करके पवार ने मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की। राउत ने कहा कि अजीत पवार को इस गलती की जवाबदेही लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।मुसलमानो को सेना का साथ देना है | Bolega India
मुसलमानो को सेना का साथ देना है | Bolega India
नबी करीम इलाके में चाकू मारकर डबल मर्डर | Crime Episode
गलत जानकारी देकर लाभ लेने वालों पर कसेगा शिकंजा
अब जब यह मामला सामने आ चुका है, तो सरकार की ओर से यह कहा गया है कि जांच की प्रक्रिया तेज़ की जाएगी। जिन लोगों ने गलत जानकारी देकर लाभ लिया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही, आने वाले समय में ऐसी योजनाओं में डिजिटल वेरिफिकेशन और क्रॉस चेकिंग पर ज़ोर दिया जाएगा ताकि असली ज़रूरतमंदों तक ही मदद पहुँचे।
‘लड़की बहिन योजना’ में लापरवाही से भड़का विवाद
‘लड़की बहिन योजना’ एक अच्छी सोच के साथ शुरू की गई थी, लेकिन जल्दबाज़ी और सही प्रक्रिया का पालन न करने की वजह से इसमें गड़बड़ी हो गई। सरकार को अब न सिर्फ इसकी जवाबदेही लेनी होगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आगे से ऐसी योजनाओं में पारदर्शिता बनी रहे और मदद सही हाथों तक पहुँचे।












