PINK MOON: अप्रैल 2025 में एक विशेष खगोलीय घटना के रूप में ‘पिंक मून’ का अवलोकन किया जाएगा। यह घटना 12 अप्रैल की रात को होगी, जब पूर्णिमा के दौरान चंद्रमा अपने चरम पर होगा।
भारत में इसे 13 अप्रैल की सुबह लगभग 5:52 बजे देखा जा सकेगा, जो सूर्योदय से कुछ समय पहले का समय है।
PINK MOON: पिंक मून क्या है?
‘पिंक मून’ नाम का चंद्रमा वास्तव में गुलाबी रंग का नहीं होता। यह नाम उत्तरी अमेरिका में अप्रैल के महीने में खिलने वाले ‘फ्लॉक्स सुबुलाता’ नामक गुलाबी फूल से प्रेरित है। इस फूल के खिलने के समय के साथ पूर्णिमा का संयोग होने के कारण इसे ‘पिंक मून’ कहा जाता है।
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भारत में पिंक मून कब और कैसे देखें?
- समय: 13 अप्रैल 2025 की सुबह लगभग 5:52 बजे।
- स्थान: खुले मैदान, छत या ऊंचे स्थान जहां आकाश स्पष्ट दिखाई देता हो।
- उपकरण: नंगी आंखों से देखा जा सकता है, लेकिन दूरबीन का उपयोग करने से चंद्रमा के क्रेटर और अन्य विवरण बेहतर देखे जा सकते हैं।
माइक्रोमून क्या होता है?
इस बार का पिंक मून एक ‘माइक्रोमून’ होगा, जिसका अर्थ है कि चंद्रमा पृथ्वी से अपनी सबसे अधिक दूरी (अपोजी) पर होगा। इस कारण से चंद्रमा सामान्य से थोड़ा छोटा और कम चमकदार दिखाई देगा।
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सांस्कृतिक महत्व
पिंक मून विभिन्न संस्कृतियों में विशेष महत्व रखता है:
- हिंदू धर्म: इस दिन हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है।
- बौद्ध धर्म: श्रीलंका में इसे ‘बाक पोया’ के रूप में जाना जाता है, जो बुद्ध के श्रीलंका आगमन की याद दिलाता है।
- ईसाई धर्म: ईस्टर की तारीख की गणना इसी पूर्णिमा के आधार पर की जाती है।
पिंक मून देखने के टिप्स
- प्रदूषण रहित और खुले स्थान का चयन करें।
- सूर्योदय से पहले का समय सबसे उपयुक्त होता है।
- दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग करने से अनुभव और भी रोचक हो सकता है।
इस अद्भुत खगोलीय घटना का आनंद लेने के लिए तैयार रहें और इसे अपने प्रियजनों के साथ साझा करें।