बुर्का सिटी VS लापता लेडीज: नई दिल्ली, 7 अप्रैल 2025 — हिंदी सिनेमा में इन दिनों बहुचर्चित फिल्म ‘लापता लेडीज’ एक नए विवाद में फंस गई है।
यह फिल्म, जिसे किरण राव ने निर्देशित किया है और आमिर खान प्रोडक्शंस ने प्रोड्यूस किया है, अब साहित्यिक चोरी (प्लेजरिज्म) के आरोपों की जद में आ गई है। आरोप यह है कि यह फिल्म फ्रांसीसी डायरेक्टर फैब्रिस ब्रैक की 2019 में आई शॉर्ट फिल्म ‘बुर्का सिटी’ की नकल है। सोशल मीडिया पर इन आरोपों के बाद मामला तूल पकड़ चुका है और अब इस पर दोनों पक्षों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ चुकी हैं।
बुर्का सिटी VS लापता लेडीज: ‘बुर्का सिटी’ के डायरेक्टर का दावा—‘लापता लेडीज’ में कई सीन मेरी फिल्म जैसे हैं
फैब्रिस ब्रैक का कहना है कि उन्हें हाल ही में इस विवाद के बारे में पता चला और जब उन्होंने ‘लापता लेडीज’ देखी, तो उन्हें उसमें अपनी फिल्म ‘बुर्का सिटी’ से कई समानताएं नजर आईं। उन्होंने IFP से बातचीत में कहा, “फिल्म की पिच मेरी शॉर्ट फिल्म से मिलती-जुलती है। इसमें एक भोला-भाला पति, एक भ्रष्ट पुलिस अधिकारी और महिला के चेहरे पर घूंघट या पर्दा होने के चलते पहचान की गलती जैसे कई ऐसे दृश्य हैं जो मेरी फिल्म से मेल खाते हैं।”
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ऑस्कर की दावेदार फिल्म में दिखी मेरी स्क्रिप्ट की झलक
बुर्का सिटी VS लापता लेडीज: उन्होंने आगे कहा कि “फिल्म के अंतिम मोड़ में भी समानता है, जहां यह खुलासा होता है कि महिला ने जानबूझकर अपने पति से अलग होने का निर्णय लिया। यह सब मेरी फिल्म में पहले से मौजूद था।” फैब्रिस का दावा है कि उन्होंने ‘बुर्का सिटी’ की स्क्रिप्ट 2017 में लिखी थी और इसे 2019 में फिल्माया गया था। यह फिल्म कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में भी प्रदर्शित हो चुकी है, जिनमें कोलकाता और ऑरोविले के फेस्टिवल्स भी शामिल हैं।
फैब्रिस ब्रैक ने यह भी कहा कि वह इस पूरी स्थिति से हैरान और आहत हैं। उन्होंने कहा, “मैं इस विषय पर ‘लापता लेडीज’ की टीम से बात करना चाहता हूं। भारत में इस फिल्म को बड़ी सफलता मिली है और यह ऑस्कर के लिए शॉर्टलिस्ट भी हुई है, लेकिन मेरा सवाल है कि क्या अब मैं अपनी फिल्म को फीचर फिल्म के रूप में बना पाऊंगा?”
‘लापता लेडीज’ राइटर ने प्लेजरिज्म पर तोड़ी चुप्पी
दूसरी ओर, ‘लापता लेडीज’ के लेखक बिप्लब गोस्वामी ने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार और झूठा करार दिया है। उन्होंने एक लंबा बयान जारी कर अपने बचाव में कई तर्क प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि उन्होंने ‘लापता लेडीज’ की मूल स्क्रिप्ट ‘टू ब्राइड्स’ नाम से वर्ष 2014 में स्क्रीनराइटर एसोसिएशन के साथ पंजीकृत की थी और 2018 में SWA (Screenwriters Association) के साथ भी इसकी फीचर-लेंथ स्क्रिप्ट को रजिस्टर किया गया।
बिप्लब ने अपने बयान में लिखा, “ये आरोप न केवल एक लेखक के रूप में मेरे वर्षों के मेहनत को नकारते हैं, बल्कि फिल्म की पूरी टीम की ईमानदार मेहनत को भी नजरअंदाज करते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि ‘लापता लेडीज’ का आइडिया और स्क्रिप्ट उनके द्वारा कई सालों के रिसर्च, समाजिक अध्ययन और ग्रामीण भारत की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।
बिप्लब गोस्वामी का बयान: ‘मेरे किरदार और घटनाएं पूरी तरह ऑरिजिनल हैं’
उन्होंने आगे कहा, “फिल्म की कहानी, किरदार, संवाद और घटनाएं पहले से पंजीकृत स्क्रिप्ट का हिस्सा रही हैं। एक दूल्हे द्वारा गलती से घूंघट में गलत दुल्हन को ले जाने का प्रसंग मेरी मूल कहानी का एक प्रमुख भाग रहा है, जो कि ‘बुर्का सिटी’ के रिलीज से कई साल पहले लिखा गया था।”
बिप्लब गोस्वामी ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘लापता लेडीज’ एक सामाजिक संदेश देने वाली फिल्म है, जिसमें भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति, लैंगिक असमानता और पितृसत्तात्मक व्यवस्था पर गहन विचार किया गया है। उन्होंने इन विषयों पर लंबा रिसर्च किया और फिर इस फिल्म को मूर्त रूप दिया।
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बिप्लब गोस्वामी ने साहित्यिक चोरी के आरोपों को किया खारिज
उन्होंने जोर देकर कहा, “साहित्यिक चोरी जैसे गंभीर आरोप पूरी तरह झूठे हैं। यह मेरे लेखकीय सम्मान पर आघात करने की कोशिश है और मैं इसका खंडन करता हूं।”
यह मामला अब सोशल मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री में व्यापक बहस का कारण बन चुका है। एक तरफ फिल्म के प्रशंसक और निर्माता इसे पूरी तरह मौलिक बता रहे हैं, तो वहीं फैब्रिस ब्रैक के समर्थन में भी कुछ कलाकार और दर्शक खड़े हो रहे हैं।
डॉक्युमेंट्स के साथ दोनों पक्ष मैदान में
फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे विवाद पहले भी सामने आए हैं, जब विदेशी फिल्मों या कहानियों से प्रेरणा लेने या उनकी नकल करने के आरोप लगे हों। लेकिन इस बार मामला थोड़ा पेचीदा है क्योंकि दोनों ही पक्ष अपने दावे को सही ठहरा रहे हैं और उनके पास इसके लिए कुछ दस्तावेजी सबूत भी मौजूद हैं।
क्या यह विवाद कानूनी लड़ाई की ओर जाएगा या दोनों पक्ष आपसी बातचीत से इसे सुलझा पाएंगे, यह आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन फिलहाल, ‘लापता लेडीज’ की सफलता और उसके पीछे की मूल कहानी पर सवाल खड़े हो चुके हैं, जिसने फिल्म के निर्माताओं और लेखकों के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है।