- HIGHLIGHTS
- पूजा-पाठ से प्रसन्न होते हैं आराध्य देव।
- पूजा में विशेष रूप से चढ़ाए जाते हैं फूल।
- फूल चढ़ाते समय जरूर ध्यान रखने चाहिए कुछ नियम।
Puja Path Tips: पूजा के समय फूल अर्पित करने की प्रथा बहुत प्राचीन है और धार्मिकता में महत्वपूर्ण मानी जाती है। यहां ध्यान देने योग्य बात है कि जब आप भगवान को फूलों से अर्पण करते हैं, तो उन फूलों की शुद्धता, साफ़ता और प्राकृतिकता का ध्यान रखें। इसके अलावा, ध्यान देने योग्य है कि पूजा के समय फूलों को स्वच्छ और निर्मल रखें, ताकि आपकी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके। इस प्रक्रिया में, अपनी श्रद्धा और समर्पण के साथ भगवान के सामने फूलों की अर्पण करना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह आपकी आध्यात्मिकता को संदेशित करता है। इस प्रकार, पूजा का अभिप्राय सम्पन्न होता है और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
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सनातन मान्यताओं के अनुसार, पूजा-पाठ करने से आराध्य देव प्रसन्न होते हैं, जिससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। प्रत्येक देवी-देवता का अपना एक प्रिय फूल माना जाता है, जिसे पूजा के दौरान अर्पित करने से साधक पर आराध्य देव की कृपा बनी रहती है। लेकिन यदि आप फूल चढ़ाने के इन नियमों की अनदेखा करते हैं, तो आपको इसके विपरीत परिणाम भी प्राप्त हो सकते हैं। इसलिए, ध्यान देने योग्य है कि पूजा के समय फूलों की शुद्धता, साफ़ता और प्राकृतिकता का ध्यान रखें, ताकि पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।
पूजा के समय फूल अर्पित करने की प्रथा बहुत प्राचीन है और धार्मिकता में महत्वपूर्ण मानी जाती है। यहां ध्यान देने योग्य बात है कि जब आप भगवान को फूलों से अर्पण करते हैं, तो उन फूलों की शुद्धता, साफ़ता और प्राकृतिकता का ध्यान रखें। इसके अलावा, ध्यान देने योग्य है कि पूजा के समय फूलों को स्वच्छ और निर्मल रखें, ताकि आपकी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।
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Puja Path Tips: ऐसे फूल न चढ़ाएं
पूजा के समय भगवान को सबरीनगी के साथ और प्रेम से सजा हुआ फूल अर्पित किया जाना चाहिए, जैसा कि वे प्रकृति के हीसाब से प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा, कभी भी सूखे, मुरझाए, बासी, या कीड़ों से लिप्त फूलों का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आराध्य देवता आपकी पूजा को नाराज़ कर सकते हैं, जिससे आपको अपनी पूजा का अधिकारिक फल प्राप्त नहीं हो सकता।
Puja Path Tips: ज़रूर रखें इस बात का ध्यान
प्रार्थना के समय, भगवान को पुष्प अर्पित करने से पहले कभी उसे सूँघना नहीं चाहिए। इस क्रिया के द्वारा, फूल का अशुद्ध तथा अयोग्य माना जाता है। अतः, फूल को ध्यानपूर्वक और समर्पित भाव से ही भगवान को अर्पित करना चाहिए। साथ ही, जब भी पूजा के लिए पुष्प का उपयोग किया जाता है, तो ध्यान रखना चाहिए कि वह जमीन पर गिरा या पैरों से छूटा हुआ नहीं होना चाहिए। इस प्रकार के फूलों का उपयोग करने से पूजा अधूरी मानी जाती है।
Puja Path Tips: इस समय न तोड़े फूल
देवी-देवताओं के प्रति श्रद्धालुता के रूप में, हम उन्हें फूलों से अर्पित करते हैं। यह समय-समय पर पूजा-पाठ के दौरान होता है, जिससे हम उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह संबंध धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व का है, और इसमें विश्वास और समर्पण का एक महत्वपूर्ण संकेत है। हालांकि, जब हम फूलों का उपयोग करते हैं, हमें ध्यान देना चाहिए कि हम उन्हें उन्हीं स्थितियों से प्राप्त करें जो उनके श्रेष्ठतम रूप को बनाए रखते हैं। इसलिए, रात के समय फूलों को तोड़ना उचित नहीं होता, क्योंकि यह पौधों की निद्रा को विघ्नित कर सकता है और पूजा के उद्देश्य को पूरा नहीं कर सकता।