BJP की पहली लिस्ट का इंतजार: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब तक अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं कर पाई है।
जहां आम आदमी पार्टी (आप) ने 70 में से 31 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, वहीं बीजेपी अपनी पहली लिस्ट को 30 दिसंबर तक जारी करने की योजना बना रही है। इस देरी का कारण टिकट दावेदारों की अधिक संख्या और उम्मीदवारों के चयन को लेकर चल रही मंथन प्रक्रिया है।
BJP की पहली लिस्ट का इंतजार: आप की तेज़ शुरुआत और बीजेपी का मंथन
BJP की पहली लिस्ट का इंतजार: आप ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर अपनी सक्रियता का परिचय दिया है। 70 विधानसभा सीटों में से 44% पर उम्मीदवार घोषित कर देने के बाद पार्टी ने अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। दूसरी ओर, बीजेपी अभी प्रत्याशियों के चयन को लेकर विचार-विमर्श में लगी है। सूत्रों के मुताबिक, अधिकांश सीटों पर तीन से चार दावेदारों के नाम सुझाए गए हैं, जिससे चयन प्रक्रिया में जटिलता बढ़ गई है।
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दिल्ली बीजेपी की कोर कमिटी की बैठक
दिल्ली बीजेपी ने सोमवार को अपनी कोर कमिटी की बैठक आयोजित की। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, दिल्ली के संगठन महामंत्री पवन राणा, दिल्ली प्रभारी बैजयंत जय पांडा समेत कई प्रमुख नेता और सांसद शामिल हुए। इस बैठक का उद्देश्य प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा करना और सूची को अंतिम रूप देना था।
बैठक में जिन नेताओं के नामों पर चर्चा की गई, उनमें दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, डीसीडब्ल्यू की पूर्व अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह, इंप्रीत बख्शी, सतीश उपाध्याय, प्रवेश वर्मा, अनिल वाजपेयी, अरविंदर सिंह लवली, मनजिंदर सिंह सिरसा और रविंद्र लोहिया प्रमुख थे। इनमें से कई सीटों पर उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने के कारण चयन प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया
बीजेपी ने विधानसभा क्षेत्रों से तीन से चार दावेदारों के नाम मांगे थे। कई विधानसभा क्षेत्रों में जहां दावेदारों की संख्या कम थी, वहां चयन प्रक्रिया सरल रही। लेकिन कुछ क्षेत्रों में दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण निर्णय लेना मुश्किल हो रहा है। आरके पुरम विधानसभा सीट इसका उदाहरण है, जहां बरखा शुक्ला और अनिल शर्मा जैसे वरिष्ठ नेताओं के बीच मुकाबला है।
बैठक में फाइनल नामों की लिस्ट तैयार की गई, जिसे अब केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजा जाएगा। इसके बाद ही पहली सूची जारी की जाएगी।
प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने की योजना
पार्टी सूत्रों के अनुसार, बीजेपी 30 दिसंबर तक पहली सूची जारी करेगी। इस लिस्ट में करीब 50 प्रत्याशियों के नाम शामिल होने की संभावना है। इसके कुछ दिनों बाद दूसरी सूची जारी की जाएगी। कुल मिलाकर, पार्टी केवल दो चरणों में प्रत्याशियों की घोषणा करेगी।
यह स्पष्ट है कि बीजेपी इस बार प्रत्याशियों का चयन बड़े सावधानीपूर्वक कर रही है। पार्टी का लक्ष्य मजबूत और जनाधार वाले उम्मीदवारों को टिकट देना है ताकि चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीती जा सकें।
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चुनावी रणनीति और भविष्य की तैयारी
बीजेपी की रणनीति इस बार स्पष्ट है—मजबूत दावेदारों को टिकट देकर आप के मुकाबले अपनी स्थिति को सुदृढ़ करना। पार्टी के नेता जनाधार का आकलन कर रहे हैं और स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों का चयन कर रहे हैं।
दिल्ली में पिछले विधानसभा चुनाव में आप ने 62 सीटों पर कब्जा जमाया था, जबकि बीजेपी केवल 8 सीटें जीत पाई थी। कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था और पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी। इस बार बीजेपी अपनी स्थिति को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
चुनाव की दिशा और मतदाताओं की भूमिका
दिल्ली के मतदाता इस बार राजनीतिक दलों की नीतियों और वादों का बारीकी से आकलन कर रहे हैं। बीजेपी के लिए चुनौती है कि वह आप की सरकार के खिलाफ एक मजबूत विकल्प पेश करे। वहीं, आप अपनी नीतियों और योजनाओं को आगे बढ़ाकर मतदाताओं का समर्थन फिर से हासिल करना चाहती है।
बीजेपी की पहली सूची का इंतजार अब खत्म होने वाला है। देखना होगा कि पार्टी किन उम्मीदवारों को मैदान में उतारती है और क्या यह रणनीति दिल्ली में उसके लिए फायदेमंद साबित होगी।